Students can benefit from Sarangi Class 1 Solutions Chapter 15 होली by practicing regularly and seeking help when needed.
Class 1 Hindi Chapter 15 Holi Question Answer
Holi Class 1 Question Answer
होली के प्रश्न उत्तर
बातचीत के लिए :
प्रश्न 1.
आप होली पर क्या-क्या करते हैं?
उत्तर :
रंग लगाते हैं, मीठे पकवान खाते हैं।
प्रश्न 2.
आप कौन-कौन से त्योहार मनाते हैं?
उत्तर :
दिपावली, होली, ईद और क्रिसमस।
प्रश्न 3.
वे त्यौहार आप कैसे मनाते हैं?
उत्तर :
दिपावली – दिए जलाकर, मिठाई खाकर, पटाखे फोड़कर।
होली – रंग लगाकर, मिठाई खाकर, ढोल बजाकर।
प्रश्न 4.
छोटे समूह में अपने मित्रों के साथ मिलकर इन प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
(i) कविता में किस त्योहार की बात की गई है?
उत्तर :
कविता में होली त्योहार की बात की गई है।
(ii) कविता में खाने की कौन-सी वस्तुओं के नाम हैं?
उत्तर :
पुए, पकवान और मिठाई।
(iii) कविता में से शब्द खोजकर लिखिए।
उत्तर :
शब्दों का खेल :
प्रश्न 1.
दिए गए शब्दों को पढ़िए। पहली ध्वनि पहचानिए। अलग ध्वनि से शुरू होने वाले शब्द पर गोला बनाइए-
उत्तर :
प्रश्न 2.
नीचे दिए गए शब्दों को लिखिए-
उत्तर :
छात्र स्वयं लिखे।
प्रश्न 3.
नीचे दिए चित्रों के नाम बताइए-
उत्तर :
प्रश्न 4.
नीचे दिए शब्दों में ‘ओ’
या ‘औ’
की मात्रा लगाकर शब्द लिखिए-
उत्तर :
झटपट कहिए :
माला ने मेले में माला से माला खरीदी और मेले के मटर, मक्का और मावा मालपुए माला ने खाए।
उत्तर :
छात्र बोलने का प्रयास करें।
खोजें-जानें :
परिवार के लोगों से बातचीत करके जानें कि आपके घर पर कौन-से त्योहार सबसे अधिक मनाए जाते हैं और क्यों?
उत्तर :
छात्र स्वयं पता करके लिखें।
Sarangi Class 1 Hindi Chapter 15 होली Summary
Sarangi Hindi Book Class 1 Chapter 15 होली कविता का सार
होली रंगों को त्यौहार है। आज रंग रंगीली होली आई है। होली में सभी खुशी से खेलते और खाते हैं। लोग ढोल बजाकर खुशी मनाते हैं। दोस्तों की मंडली एक साथ होली खेलती है। बच्चे पिचकारी से रंग उड़ाते हैं। सब मीठे पकवान खाते हैं और सबको गले लगाते हैं।
Sarangi Hindi Book Class 1 Chapter 15 होली काव्यांश की व्याख्या
1. रंग रंगीली होली आई,
सबके मन को होली भायी।
खेलें-कूदें खुशु मनाएँ,
ढोल बजाकर होली गाएँ।
निकल पड़ी मित्रों की टोली,
सबने मिलकर खेली होली।
आओ, लाल गुलाल लगाएँ,
पिचकारी से रंग उड़ाएँ।
पुए और पकवान बनाएँ,
जो घर आए, उसे खिलाएँ।
सबको अपने गले लगाएँ,
होली का संदेश सुनाएँ।
शब्दार्थ :
- मित्र – दोस्त।
- टोली – मंडली।
- पुए – एक प्रकार का पकवान।
- संदेश – समाचार, विचार।
व्याख्या: इस कविता में कवि कहता है रंग-रंगीली होली आई है। यह सभी के मन को भाती है। लोग इस पर ढोल बजाकर, नाच-गाकर खुशियाँ मनाते हैं। बच्चों और मित्रों की टोली होली खेलने निकल पड़ी है। बच्चे पिचकारी भरकर एक-दूसरे पर रंग फेक रहे हैं। घर पर पुए और पकवान बने हुए हैं, जो भी होली खेलने आता हैं उसे पहले रंग लगाते हैं और फिर पकवान खिलाते हैं। होली का यही संदेश है कि सभी को मिल-जुलकर साथ रहना चाहिए।