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भारत NCERT Class 3rd Hindi Veena Chapter 15 Question Answer
भारत Class 3 Question Answer
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास (पृष्ठ 123-128)
बातचीत के लिए
प्रश्न 1.
अपने देश के विषय में आप क्या जानते हैं? बताइए।
उत्तर-
मेरे देश का नाम भारत है। अपने देश के झंडे को हम ‘तिरंगा’ कहते हैं। भारत के उत्तर में विशाल हिमालय पर्वत है और गंगा-यमुना जैसी पवित्र नदियाँ भी हैं। भारत किसानों का देश है। यहाँ अनेक धर्म हैं जैसे हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई आदि फ भी सब मिल-जुलकर एक साथ प्रेम से रहते हैं।
प्रश्न 2.
अपने देश की प्रसिद्ध नदियों और पर्वतों के नाम बताइए।
उत्तर-
प्रसिद्ध नदियाँ –
गंगा, यमुना, सरस्वती, नर्मदा, काबेरी आदि।
प्रसिद्ध पर्वत –
नीलगिरी हिमालय, अरावली आदि।
प्रश्न 3.
राम और कृष्ण के विषय में आप क्या जानते हैं? बताइए।
उत्तर-
राम और कृष्ण दोनों ही विष्णु भगवान के अवतार के रूप में जाने जाते हैं। श्रीकृष्ण और श्रीराम दोनों का जन्म अलग-अलग युगों में हुआ था। कृष्ण जी ने द्वापर युग में तो राम जी ने त्रेता युग में अवतार लिया था। दोनों का स्वभाव बहुत अलग था। कृष्ण जी नटखट, चुलबुले स्वभाव के थे, तो वहीं श्रीराम अत्यंत सीधे सरल व मर्यादा पुरुषोत्तम थे।
सोचिए और लिखिए
प्रश्न 1.
भारत हमें क्यों प्यारा है?
उत्तर-
मैं अपने देश से बहुत प्यार करती हूँ। जीवन बिताने की अनेक सुविधाएँ यहाँ मिल हैं। देश का भूगोल, कृषि तथा इतिहास मुझे बहुत पसंद है। यहाँ राम कृष्ण जैसे अनेकों
भगवान के अवतार भी आए थे।
प्रश्न 2.
हिमालय को सुंदर मुकुट क्यों कहा गया है?
उत्तर-
हिमालय भारत की उत्तर दिशा में सबसे ऊपर स्थित है। हिमालय एकदम स्वच्छ साफ-सुथरा बर्फ से ठका है। सफेद मोती की तरह दिखता है, इसलिए हिमालय को सुंदर मुकुट कहा गया है।
प्रश्न 3.
आप अपने देश का यश कैसे बढ़ाएँगे?
उत्तर-
मैं पढ़-लिखकर बड़ी होने पर देश की प्रगति में योगदान दूँगी। देश-दुनिया में अच्छे काम करके अपने देश का मान-सम्मान बढ़ाऊँगी।
प्रश्न 4.
हमारे देश के समान हमारे गाँव और नगर भी न्यारे-प्यारे हैं। आप अपने गाँव या नगर के विषय में सोचकर लिखिए।
उत्तर-
मेरा गाँव बहुत सुंदर है। मेरे गाँव में कृषि तथा बागवानी की जाती है। गाँव में सभी तरह की सुख-सुविधाएँ हैं, जैसे- स्कूल, डाकखाना, बैंक, अस्पताल आदि।
कविता से
प्रश्न 1.
कविता के आधार पर पंक्तियाँ पूरी कीजिए-
उत्तर-
भारत तू है हमको प्यारा –
तू है सब देशों से न्यारा
मुकुट हिमालय तेरा सुंदर
– धोता तेरे चरण समुंदर
गंगा यमुना की हैं धारा –
जिनसे है पवित्र जग सारा
अन्न, फूल, फल, जल हैं प्यारे
– तुझमें रत्न जवाहर न्यारे
तेरे सभी पुत्र हैं नामी –
राम कृष्ण से अंतर्यामी
हम सदैव तेरा गुण गाएँ –
सब विधि तेरा सुयश बढ़ाएँ
शब्दों का खेल
प्रश्न 1.
कविता में आए समान ध्वनि वाले शब्दों की जोड़ी बनाइए-
उत्तर-
प्यारा – न्यारा
सुंदर – समुंदर
न्यारे – प्यारे
बढ़ाएँ – गाएँ
धारा – सारा
अंतर्यामी – नामी
प्रश्न 2.
दिए गए समान ध्वनि वाले शब्दों की सहायता से कविता पूरी कीजिए-
देश की माटी, देश की धूल,
खिलते रंग-बिरंगे ___________
अपने देश का है विशेष ___________
मिलकर इसका रखें ___________
जिसके हम गाएँ गुणगान
वह मेरा भारत ___________
उत्तर-
देश की माटी, देश की धूल,
खिलते रंग-बिरंगे
फूल
अपने देश का है विशेष
अभिमान
मिलकर इसका रखें
मान
जिसके हम गाएँ गुणगान
वह मेरा भारत
महान
खेल-खेल में खोजें
प्रश्न 1.
कविता में आए शब्दों पर घेरा लगाकर लिखिए-
उत्तर-
समझिए और लिखिए
प्रश्न 1.
कुछ शब्दों के एक से अधिक अर्थ भी होते हैं। नीचे दिए गए शब्दों के दो सही अर्थ ढूँढ़कर लिखिए-
उत्तर-
प्रश्न 2.
इन वाक्यों के अर्थ वाली पंक्तियाँ कविता से ढूँढ़कर लिखिए-
(क) भारत सब देशों से भिन्न है।
___________________
(ख) गंगा यमुना से सारा संसार पवित्र है।
___________________
(ग) हम सदैव तेरी प्रशंसा करें।
___________________
(ख) हम देश का नाम ऊँचा करें।
___________________
उत्तर-
(क) भारत सब देशों से भिन्न है।
तू है सब देशों से न्यारा।
(ख) गंगा यमुना से सारा संसार पवित्र है।
गंगा यमुना की है धारा, जिनसे है पवित्र जग सारा।
(ग) हम सदैव तेरी प्रशंसा करें।
हम सदैव तेरा गुण गाएँ।
(ख) हम देश का नाम ऊँचा करें।
सब विधि तेरा सुयश बढ़ाएँ।
प्रश्न 3.
कविता में भारत के प्रसिद्ध व्यक्तियों के बारे में बताया गया है- “तेरे सभी पुत्र हैं नामी।” भारत के प्रसिद्ध पुत्र और पुत्रियों के नाम लिखिए-
उत्तर-
पुत्रियाँ | पुत्र |
सीता | राम |
सावित्री | कृष्ण |
लक्ष्मीबाई | बुद्ध |
मीराबाई | महावीर |
प्रश्न 4.
कविता में ‘रत्न’ शब्द आया है। रत्न यानी मूल्यवान पत्थरों के छोटे से टुकड़े। आइए, कुछ रत्नों के नाम जानें-
कला की कलाकारियाँ
प्रश्न 1.
रंग-बिरंगे कागज़ और कैंची की सहायता से अपने लिए एक मुकुट बनाइए-
उत्तर-
विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 2.
भारत का राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा) बनाकर उसमें रंग भरिए-
उत्तर-
विद्यार्थी स्वयं करें।
बूझो तो जानें
प्रश्न 1.
उत्तर में रखवाली करता,
खड़ा रहता है सदा ही मौन।
बोलो भैया, बोलो बहना,
भारत का वह रक्षक कौन?
उत्तर-
हिमालय।
प्रश्न 2.
दो आँखों के ऊपर आँखें,
आँखों में से आँखें झाँकें।
उत्तर-
चश्मा।
Class 3 Hindi Chapter 15 भारत कविता का सार
यह कविता सोहन लाल द्विवेदी जी द्वारा लिखी गई है। कविता में कवि ने बताया है कि हे भारत देश! तू सबसे न्यारा है और हमको प्राणों से भी प्यारा है। तेरा मुकुट हिमालय जैसा सुंदर है तथा तेरे चरण समुंदर धो रहा है। भारत में गंगा, यमुना की पवित्र धारा पूरे देश को पवित्र कर रही है। हे भारत ! तुम्हारे अंदर अन्न, फूल, फल, जल और अनेक कीमती जवाहर रत्न हैं। तेरे सभी पुत्र बहुत नामी और प्रसिद्ध हैं। जिनमें राम, कृष्ण जैसे अवतारी पुरुष हैं। हे भारत! हम सदैव तेरे गुण गाएँगे और सभी प्रकार से तेरा सुयश बढ़ाएँगे।
Class 3 Hindi Chapter 15 भारत काव्यांशों की व्याख्या
1. भारत तू है हमको प्यारा,
तू है सब देशों से न्यारा।
मुकुट हिमालय तेरा सुंदर,
धोता तेरे चरण समुंदर।
गंगा यमुना की हैं धारा,
जिनसे है पवित्र जग सारा। (पृष्ठ 122)
शब्दार्थ : न्यारा – अलग। चरण – पैर (पाँव)। जग – संसार।
प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘वीणा भाग-1’ में संकलित कविता ‘भारत’ से ली गई हैं। इस कविता में भारत देश के बारे में बताया गया है।
व्याख्या – कविता के इस भाग में कवि सोहन लाल द्विवेदी जी भारत देश की विशेषता बताते हुए कहते हैं कि हे मेरे देश भारत तू हमको बहुत प्यारा है क्योंकि तू दुनिया के सब देशों में सबसे अलग है। तेरा मुकुट हिमालय पर्वत है तथा तेरे चरणों को समुंदर स्पर्श करता है। गंगा-यमुना जैसी पवित्र नदियाँ हमारे देश में बह रही हैं। इन नदियों से न केवल भारत बल्कि पूरा विश्व पवित्र हो रहा है।
2. अन्न, फूल, फल, जल हैं प्यारे,
तुझमें रत्न जवाहर न्यारे!
राम कृष्ण से अंतर्यामी,
तेरे सभी पुत्र हैं नामी।
हम सदैव तेरा गुण गाएँ,
सब विधि तेरा सुयश बढ़ाएँ। (पृष्ठ 122)
शब्दार्थ : अन्न – अनाज। रत्न – कीमती पत्थर। अंतर्यामी – सब कुछ जानने वाला। विधि – प्रकार। सुयश – सम्मान या कीर्ति।
प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘वीणा भाग-1’ में संकलित कविता ‘भारत’ से ली गई हैं। इस कविता में भारत देश के बारे में बताया गया है।
व्याख्या – कविता के इस दूसरे भाग में कवि सोहन लाल द्विवेदी जी भारत देश में क्या-क्या है का वर्णन करते हुए कहते हैं कि ‘अ’ मेरे देश तुम्हारे अंदर अनाज, फल, फूल तथा जल के अनेकों भंडार हैं। तुझमें हीरे मोती रत्न तथा जवाहर जैसे कीमती पत्थर भरे पड़े हैं। राम और कृष्ण जैसे अवतारी पुरुष भी यहीं पैदा हुए हैं। इसी भूमि में अनेकों महान पुत्र तथा पुत्रियों ने जन्म लिया है। हे! मेरे प्राणों से भी प्यारे देश हम सदैव तेरे गुणों का गान करते रहेंगे और सभी तरह से तेरा मान-सम्मान बढ़ाएँगे।
- इस कविता को पढ़ने के बाद छात्र कविता पढ़ना तथा उसे लयबद्ध रूप में गाना सीखेंगे।
- भारत के विषय में सामान्य जानकारी प्राप्त करेंगे।
- पवित्र नदियों और नामी पुरुषों की जानकारी प्राप्त करेंगे।
- व्याकरण, शब्द ज्ञान, शब्द प्रयोग रत्न आदि के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे।