Students can access the CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi with Solutions and marking scheme Term 2 Set 7 will help students in understanding the difficulty level of the exam.
CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi Course B Set 7 with Solutions
समय : 3 घंटे
पूर्णांक : 80
निर्देश
- इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं-‘अ’ और ‘ब’।
- खंड ‘अ’ में उपप्रश्नों सहित 45 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए कुल 40 प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
- खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं, आंतरिक विकल्प भी दिए गए हैं।
- निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका पालन कीजिए।
- दोनों खंडों के कुल 18 प्रश्न हैं। दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- यथासंभव दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रमश: लिखिए।
खंड ‘अ’ (वस्तुपरक प्रश्न)
खंड ‘अ’ में अपठित गद्यांश, व्यावहारिक व्याकरण व पाठ्य-पुस्तक से संबंधित बहुविकल्पीय प्रश्न दिए गए हैं। जिनमें प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित है।
अपठित गद्यांश
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए। (1×5=5)
मुंशी प्रेमचंद का जीवन अनुशासित था। वे सवेरे ही उठ जाते थे और नित्यकर्म से निवृत्त होकर एक घंटे घूमने जाते थे। वे अकसर स्कूल के अहाते में ही घूम लेते थे। लौटकर वे घर के ज़रूरी काम निपटाते थे। वे अधिकांश काम स्वयं करते थे। नौकर से अधिक काम लेना उन्हें पसंद न था। अपना बिस्तर स्वयं उठाते, अपनी धोती स्वयं धोते। वे अपनी आदत नहीं बिगाड़ना चाहते थे। उन्हें वह समय सदा याद रहता था कि कभी वे स्वयं पाँच रुपये के नौकर थे।
उनका मानना था कि जिस आदमी के हाथ में काम करने के घट्टे न पड़े हों, उसे खाना खाने का अधिकार नहीं है। उन्हें काम करने में रत्ती भर भी शर्म महसूस नहीं होती थी। वे बकरी के सामने पत्ती तोड़कर डाल देते थे और गाय की सानी भी कर देते थे। कमरे-बरामदे में झाड़ लगा देना, पत्नी के बीमार होने पर चूल्हा जला देना, बच्चों को तैयार कर दूध पिला देना आदि काम वे प्राय: कर लेते थे। स्वयं हल्का-सा नाश्ता करके लिखने बैठ जाते थे। लिखने के लिए उन्हें प्रात:काल पसंद था।
स्कूल का समय होने तक वे लिखते रहते, फिर कपड़े बदलकर ठीक समय पर स्कूल जा पहुँचते। वे समय के बहुत पाबंद थे। वे छात्रों के सामने अच्छा उदाहरण रखना चाहते थे। समय बरबाद करना वे बहुत बड़ा गुनाह मानते थे। उनका विचार था कि समय की पाबंदी के बिना कोई जाति तरक्की नहीं कर सकती।
(क) प्रेमचंद को नौकर से काम लेना अधिक पसंद नहीं था
(i) क्योंकि नौकर अधिक पैसे लेता था
(ii) क्योंकि वे अपना काम स्वयं करना पसंद करते थे
(iii) क्योंकि वे अत्यंत गरीब थे
(iv) क्योंकि वे समय के पाबंद थे
उत्तर :
(ii) क्योंकि वे अपना काम स्वयं करना पसंद करते थे। प्रेमचंद को नौकर से काम लेना अधिक पसंद नहीं था। स्कूल से लौटते हुए वह घर के जरूरी काम निपटाते थे। वे अधिकांश काम स्वयं करते थे। नौकर से अधिक काम लेना उन्हें पसंद नहीं था।
(ख) प्रेमचंद द्वारा अपना काम स्वयं करना किस बात का द्योतक है?
(i) वे अपनी आदत नहीं बिगाड़ना चाहते थे
(ii) वे किसी का अहसान नहीं लेना चाहते थे
(iii) वे किसी से काम करवाने में शर्म महसूस करते थे
(iv) वे अत्यंत स्वाभिमानी थे
उत्तर :
(i) वे अपनी आदत नहीं बिगाड़ना चाहते थे प्रेमचन्द अपने काम; जैसे-अपना बिस्तर स्वयं उठाना, अपनी धोती स्वयं धोकर सुखाना आदि कार्य स्वयं करते थे। वे अपनी आदत नहीं बिगाड़ना चाहते थे। उन्हें वह समय सदा याद रहता था कि कभी वे स्वयं पाँच रुपये के नौकर थे।
(ग) गद्यांश के माध्यम से प्रेमचंद के व्यक्तित्व की किस विशेषता पर प्रकाश डाला गया है?
(i) आत्मनिर्भरता
(ii) समय का पाबंद
(iii) मेहनती
(iv) ये सभी
उत्तर :
(iv) ये सभी गद्यांश के माध्यम से प्रेमचन्द के व्यक्तित्व की आत्मनिर्भरता, समय का पाबंद और मेहनती जैसी विशेषता पर बल डाला गया है।
(घ) गद्यांश के अनुसार प्रेमचंद सबसे बड़ा गुनाह किसे मानते थे?
(i) घर के काम करना
(ii) समय को नष्ट करना
(iii) किसी के सामने झुकना
(iv) नौकर से काम लेना
उत्तर :
(ii) समय को नष्ट करना गद्यांश के अनुसार प्रेमचंद सबसे बड़ा गुनाह समय को नष्ट करना मानते थे। वे समय के बहुत पाबंद थे। वे छात्रों के सामने अच्छा उदाहरण रखना चाहते थे। उनका विचार था कि समय की पाबंदी के बिना कोई जाति तरक्की नहीं कर सकती।
(ङ) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए।
कथन (A) मुंशी प्रेमचंद को नौकरों से अधिक काम लेना पसंद नहीं था।
कारण (R) उन्हें हर समय याद रहता था कि वे स्वयं भी कभी नौकर थे।
(i) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं।
(ii) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं, लेकिन कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
(iii) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) गलत है।
(iv) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।
उत्तर :
(ii) कथन (A) और कारण ( R ) दोनों सही हैं, लेकिन कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है मुंशी प्रेमचन्द को नौकरों से अधिक काम लेना पसंद नहीं था। वे अधिकांश काम स्वयं करते थे। वे अपनी आदत नहीं बिगाड़ना चाहते थे। उन्हें हर समय याद रहता था कि वे स्वयं पाँच रुपये के नौकर थे।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सवाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए। (1×5=5)
इलेक्ट्रॉनिक क्रांति ने हमारे जीवन को सुख-सुविधाओं से परिपूर्ण कर दिया है। विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक आविष्कारों के माध्यम से संचार-तंत्र को विस्तार एवं व्यावसायिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलने के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढे हैं। कंप्यूटर, रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर, सेलुलर फोन, वांशिग मशीन, कैमरा आदि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्माण ने मानव सभ्यता को नया आयाम दिया है, पर आज बड़ी संख्या में खराब होने वाली
इन्ही इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के अंबार ने ई-कचरे के रूप में एक नई पराँवरणीय समस्या को जन्म दिया है। ई-कचरे से तात्पर्य उन बेकार पड़े इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से है, जो अपने मूल उपयोग के उद्देश्य के लिए उपयुक्त नहीं रह जाते। ई-कचरे को ई-अपशिष्ट भी कहा जाता है। काफी मात्रा में भारी धातुएँ एवं अन्य प्रदूषित पदार्थों के विद्यमान रहने के कारण ई-अपशिष्ट के रूप में बेकार पडे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अन्य व्यर्थ घरेलू उपकरणों की अपेक्षा मानव स्वास्थ्य एवं पर्यांवरण के लिए कहीं अधिक नुकसानदेह होते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं में उपयोग आने वाले अधिकतर अवयवों में बायोडिग्रेडेबल होने की विशेषता नहीं पाई जाती है और न ही इसमें मिद्टी में घुल-मिल जाने का गुण होता है। भारत सहित अन्य एशियाई देशों में पश्चिमी देशों की तुलना में ईं-कचरे के निस्तारण में काफी कम खर्च आता है। भारत में ईं-कचरे का निपटान प्राय: अनौपचारिक पुनर्चक्रण केंद्रों में होता है, जहाँ पुन: उपयोग हेतु इन्हें अलग-अलग किया जाता है, फिर मूल्यवान धातुओं को चुनकर साफ करने के पश्चात् इन्हें अकुशल व विषाक्त उत्पाद व्यवस्था में नष्ट करने की प्रक्रिया से गुजारते हैं।
ई-कचरे की समस्या को कम करने एवं इसके दुष्रभाव से बचने हेतु ग्रीन पीसी की अवधारणा पर बल दिया जाना चाहिए। ऐसे उत्पादित कंप्यूटरों में बिजली खपत कम होगी, साथ ही ये पर्यावरण को उतना नुकसान भी नहीं करते। देश में ई-कचरे को कम करने के लिए कानून बनाने की आवश्यकता है। यदि सरकार और जनता दोनों जागरूक हो जाएँ, तो भविष्य में ई-कचरे की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
(क) निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
1. वर्तमान समय में इलेकट्रॉनिक साधनों ने मनुष्य के जीवन को सुखी बना दिया है।
2. इलेक्ट्रॉनिक साधन किसी मी रूप में पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं है।
3. भारत में ई-कचरे का निपटान प्राय: औपचारिक पुनचंक्रण केंद्रो में होता है।
4. ई-कचरे की समस्या से निपटने के लिए सरकार व जनता दोनों को जागरूक होना चाहिए।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(i) केवल 1
(ii) केबल 2
(iii) 1 और 4
(iv) 1 और 3
उत्तर :
(iii) 1 और 4 वर्तमान समय में इलेक्ट्रॉनिक साधनों ने मनुष्य के जीवन को सुखी बना दिया है और ई-कचरे की समस्या से निपटने के लिए सरकार व जनता दोनों को जागरूक होना चाहिए। कम्प्यूटर, रेफ्रिजरेटर, एयर कण्डीशनर, सेलुलर फोन, वॉशिंग मशीन, कैमरा आदि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्माण ने मानव सभ्यता को नया नाम दिया है, पर आज बड़ी संख्या में खराब होने वाली इन्हीं इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के अम्बार ने ई-कचरे के रूप में एक नई पर्यावरणीय समस्या को जन्म दिया है।
(ख) गद्यांश के अनुसार, इलेवट्टॉनिक वस्तुओं में कौन-सा गुण नहीं होता है?
(i) मनोरंजन का
(ii) मिट्टी में घुल जाने का
(iii) सुख-सुविधाएँ प्रदान करने का
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ii) मिट्टी में घुल जाने का गद्यांश के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं में मिट्टी में घुल जाने का गुण नहीं होता है। इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं में उपयोग आने वाले अधिकतर अवयवों में बायोडिग्रेडेबल होने की विशेषता नहीं पाई जाती है और न ही इसमें मिट्टी में घुल-मिल जाने का गुण होता है। भारत सहित अन्य एशियाई देशों की तुलना में ई-कचरे के निस्तारण में काफी कम खर्च आता है।
(ग) गद्यांश के आधार पर बताइए कि ‘ई-कचरे को कम करने के लिए क्या आवश्यक है?
(i) इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की कम खपत
(ii) कानून निर्माण
(iii) जैबिक्रीकरण
(iv) पुनर्घक्रण केंद्रों की संख्या बढ़ाना
उत्तर :
(iv) पुनर्चक्रण केन्द्रों की संख्या बढ़ाना गद्यांश के आधार पर ‘ई-कचरे’ को कम करने के लिए पुनर्चक्रण केन्द्रों की संख्या बढ़ाना आवश्यक है। भारत में ई-कचरे का निपटान प्रायः अनौपचारिक पुनर्चक्रण केन्द्रों में होता है। जहाँ पुनः उपयोग हेतु इन्हें अलग-अलग किया जाता है। देश में ई-कचरे को कम करने के लिए कानून बनाने की आवश्यकता है।
(घ) हमारे देश में हं-कचरे का निपटान कहाँ किया जाता है?
(i) पुनरावर्तन उद्योगों में
(ii) औपचरिक पुनचक्रण केंद्रों में
(iii) अनौपचारिक पुनर्चक्रण केंद्रों में
(iv) पुनरावर्तन क्षेत्रों में
उत्तर :
(iii) अनौपचारिक पुनर्चक्रण केन्द्रों में हमारे देश में ई-कचरे का निपटान अनौपचारिक पुनर्चक्रण केन्द्रों में किया जाता है। जहाँ पुन: उपयोग हेतु इन्हें अलग-अलग किया जाता है, फिर मूल्यवान धातुओं को चुनकर साफ करने के पश्चात् इन्हें अकुशल व विषाक्त उत्पाद व्यवस्था में नष्ट करने की प्रक्रिया से गुजारते हैं।
(ङ) ‘ई-कचरे’ के दुबभभाव से बचाव हेतु किसकी अवधारणा पर बल दिया जाना चाहिए?
(i) हरित कृषि की
(ii) सतल विकास की
(iii) प्रीन पौसी की
(iv) ये सभी
उत्तर :
(iii) ग्रीन पीसी की ‘ई-कचरे की समस्या को कम करने एवं ई-कचरे के दुष्प्रभाव से बचाव हेतु ग्रीन पीसी की अवधारणा पर बल दिया जाना चाहिए। ऐसे उत्पादित कम्प्यूटरों में बिजली खपत कम होगी, साथ ही ये पर्यावरण को नुकसान भी नहीं पहुँचाते।
व्यावहारिक व्याकरण
प्रश्न 3.
निर्देशानुसार ‘पदबंध’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (1×4=4)
(क) ‘शैलेंद्र गीतकार नहीं, अपितु कवि थे।’ रेखांकित पदबंध का भेद है
(i) संज्ञा पदब्बंध
(ii) सर्वनाम पदबंध
(iii) क्रिया-बिशेषण पदबंध
(iv) क्रिया पदबंध
उत्तर :
(i) संज्ञा पदब्बंध
(ख) ‘शुद्ध सोने में ताँबा मिलाने पर गिन्नी का सोना बनता है।’ इस वाक्य में विशेषण पदबंध है
(i) शुद्ध
(ii) ताँवा
(iii) गिन्नी का सोना
(iv) बनता है
उत्तर :
(i) शुद्ध
(ग) क्रिया पदबंध का उदाहरण छाँटिए
(i) वज्ञीर अली की गिरफ्तारी बहुत मुश्किक है।
(ii) वामीरो पर तबाँरा का प्रभाव जम चुका था।
(iii) बड़े भाई साहब अधिकांश समय पुत्ते रहते ये।
(iv) अब यह देश तुम्हारे हवाले है, तुम ही इसकी रक्षा करना।
उत्तर :
(iii) बड़े भाई साहब अधिकांश समय पुत्ते रहते ये।
(घ) ‘कबीर जी एक कवि होने के साथ-साथ समाज-सुधारक भी थे।’ रेखांकित पदबंध का भेद है
(i) संज्ञा पद्वंध
(ii) सर्बनाम पद्बंध
(iii) विशेषण पदबंध
(iv) क्रिया पदबंध
उत्तर :
(iii) विशेषण पदबंध
(ङ) ‘दादी ने टोपी की डंडे से खूल पिटाई की।’ रेखांकित पदबंध का भेद है
(i) क्रिया पदबंध
(ii) संज्ञा पद्बंध
(iii) सर्वनाम पद्बंध
(iv) क्रिया-विशेषण पद्बंध
उत्तर :
(iv) क्रिया-विशेषण पद्बंध
प्रश्न 4.
निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (1×4=4)
(क) ‘बृजलाल गोयनका वंदे मातरम् बोलते हुए मोनुमेंट की ओर भागे।’ इस वाक्य का संयुक्त वाक्य होगा
(i) बृजलाल गोयनका ने वंदे मातरम् बोला, इसलिए वे मोनुमेंट की ओर भागे।
(ii) बृजलाल गोयनका ने वंदे मातरम् बोला और मोनुमेंट की ओर भागे।
(iii) जैसे ही बृजलाल गोयनका ने वंदे मातरम् बोला, वैसे ही वे भागे।
(iv) बृुलालगोयनका मोनुमेंट की ओर भागे, क्योंकि उन्होंने वंदे मातरम् बोला।
उत्तर :
(ii) बृजलाल गोयनका ने वंदे मातरम् बोला और मोनुमेंट की ओर भागे।
(ख) सूची I को सूवी II के साथ सुमेलित कीजिए।
सूची I | सूची II |
A. जैसा बोओगे वैसा काटोगे | 1. सरल वाक्य |
B. सुरेश या तो स्वयं आएगा या तार भेजेगा। | 2. संयुक्त वाक्य |
C. राम और श्याम साथ ही रहते हैं। | 2. संयुक्त वाक्य |
A– B– C
(i) 1 — 2 –3
(ii) 2 — 3 –1
(iii) 3 –2 –1
(iv) 1 –3 –2
उत्तर :
(iii) 3 –2 –1
(ग) ‘जीवन में पहली वार में इस तरह विचलित हुआ हूँ।’ इस वाक्य का मिश्रित वाक्य होगा
(i) इस जीवन में मैं पहली बार विचलित हुआ हुं।
(ii) जीवन में मैं पहली बार इस तरह बिचलित हो रहा हैं।
(iii) जीवन में पहली बार ऐसा हुआ कि मैं इस तरह विचलित हो गया।
(iv) मैं इस प्रकार से बिचलित जीवन में पहली बार हुआ हैं।
उत्तर :
(iii) जीवन में पहली बार ऐसा हुआ कि मैं इस तरह विचलित हो गया।
(घ) निम्नलिखित वाक्यों में से संयुक्त वाक्य है
(i) राजकपूर एक अच्छे और सच्चे मित्र थे।
(ii) पहले जहाँ समंदर था, अब वहाँ बस्तियाँ बन गई हैं।
(iii) चाजीन ने सभी क्रियाएँ गरिमापूर्ण डंग से की।
(iv) जो बच्चा मेहनत करता है, वह अवश्य सफल होता है।
उत्तर :
(i) राजकपूर एक अच्छे और सच्चे मित्र थे।
(ङ) ‘वह घायल था फिर भी खेलता रहा’ वाक्य रचना की दृष्टि से है
(i) सरल वाक्य
(ii) संयुक्त वाक्य
(iii) मिश्र वाक्य
(iv) विस्मयादिबोधक वाक्य
उत्तर :
(iii) मिश्र वाक्य
प्रश्न 5.
निर्देशानुसार ‘समास’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (1×4=4)
(क) ‘नेत्रहीन’ शब्द में कौन-सा समास है?
(i) बहुव्रीहि समास
(ii) तत्पुरुष समास
(iii) द्वाद्ध समास
(ii) द्विगु समास
उत्तर :
(ii) तत्पुरुष समास
(ख) ‘असत्य’ शब्द का समास विग्रहृ एवं भेद होगा
(i) अ और सत्व-दंद्व समास
(ii) जो सत्य नहीं-कर्मधारच समास
(iii) न सत्य-तत्पुरुष समास
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(iii) न सत्य-तत्पुरुष समास
(गं) ‘पूजास्थल’ शब्द के सही समास विग्रह का चयन कीजिए
(i) पूजा के लिए स्थल-ततपुरुष समास
(ii) पूला का स्थल-बहुक्रीहि समास
(iii) स्थल पर पूजा-द्विगु समास
(iv) पूजा और स्थल-द्वंद्ध समास
उत्तर :
(i) पूजा के लिए स्थल-ततपुरुष समास
(घ) ‘तिरंगा समस्त पद का विग्रह होगा
(i) तीन रंगों का समाहार
(ii) तीन हैं जो रंग
(iii) रंगों का समूह
(iv) रेगों में तीन
उत्तर :
(i) तीन रंगों का समाहार
(ङ) निम्नलिखित युग्मों पर वियार कीजिए
समस्त पद — समास
1. आत्मविश्वास — त्रुरुुष समास
2. शुभागमन –अव्ययीभाव समास
3. करकमल — तत्पुरुष समास
4. गिरिषर — बहुज्नीहि समास
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-से सही समुलित हैं?
(i) 1 और 2
(ii) 1 और 4
(iii) 1,2 और 4
(iv) 2 और 3
उत्तर :
(ii) 1 और 4
प्रश्न 6.
निर्देशानुसार ‘मुहावरे’ पर आधारित छः बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (1×4=4)
(क) मुहावरों और अर्थ के उचित मेल वाले विकल्य का चयन कीजिए
(i) नींद हराम होना – पराजित होना
(ii) दो नावों पर सवार होना – किषर का भी न रहना
(iii) हाय डालना – मिल जाना
(iv) लगती बात – व्यर्थ की बात
उत्तर :
(ii) दो नावों पर सवार होना – किषर का भी न रहना
(ख) आई.ए.एस. की परीक्षा पास करना के समान है। रिक्त स्थान की पूर्ति सटीक मुहावरे से कीजिए
(i) बाएँ हाथ का बेल
(ii) आठ-आठ आँसू रोना
(iii) लोहे के चने चबाना
(iv) आधी जान सूखना
उत्तर :
(iii) लोहे के चने चबाना
(ग) छोटे-मोटे काम तो भी कर लिया करते हैं। रिक्त स्थान की पूर्ति सटीक मुहावरे से कीजिए
(i) ऐरे-गैरे नत्थू-खैंरे
(ii) अक्ल के अंधे
(iii) आस्तौन का साँप
(iv) कूप मंडूक
उत्तर :
(i) ऐरे-गैरे नत्थू-खैंरे
(घ) सीता अपने बच्चों के लिए के समान है। उपयुक्त मुहावरे से रिकत स्थान की पूर्ति कीजिए
(i) अक्ल के अंधे
(ii) अंधे की लाठी
(iii) एक पंथ दो काज
(iv) उगते सूरज
उत्तर :
(ii) अंधे की लाठी
(ङ) ‘बुरी तरह परास्त करना’ के लिए उपयुक्त मुहावरा है
(i) धूल फॉकना
(ii) धाक जमाना
(iii) नाक काटना
(iv) धजिजयाँ उड़ाना
उत्तर :
(iv) धजिजयाँ उड़ाना
(च) स्वतंग्रता सेनानी देश की रक्षा के लिए प्राणों की परवाह नहीं करते। रेखांकित अंश के लिए उपयुक्त मुहावरा है
(i) जान हषेली पर रखना
(ii) प्राण काँपना
(iii) दम में दम आना
(iv) बलिदान देना
उत्तर :
(i) जान हषेली पर रखना
पाठ्य-पुस्तक
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए। (1×5=5)
गिरि का गौरव गाकर छर-द्सर
मद में नस-नस उत्तेजित कर
मोती की लडियों-से सुंदर
झरते हैं झाग भरे निर्झर!
गिरिवर के उर से उठ-उठ कर
उच्चाकाँक्षाओं से तरुवर
हैं झाँक रहे नीरव नथ पर
अनिमेष, अटल, कुछ चितापर।
(क) झरने की आवाज सुनकर कवि की नस-नस में जोश भर जाता है। इससे ज्ञात होता है कि कवि ……….. है।
(i) उदासीन
(ii) उत्साही
(iii) उर्मंग से भरषूर
(iv) (ii) और (iii) दोनों
उत्तर :
(ii) और (iii) दोनों झरने की आवाज सुनकर कवि की नस-नस में जोश भर जाता है। इससे ज्ञात होता है कि कवि उत्साही और उमंग से भरपूर है।
(ख) पर्वतों से बहने वाले झ्ञरनों की आवाज सुनकर कवि को कैसा लगता है?
(i) मानो वे पर्वतों का गुणगान कर रहे हों
(ii) मानो वे अपनी सुंदरता का गुणगान कर रहे हों
(iii) मानो वे संसार में सबसे अधिक शक्तिशाली हों
(iv) मानो उनके समान कोई दूसरा न हो
उत्तर :
(i) मानों वे पर्वतों का गुणगान कर रहे हों पर्वतों से बहने वाले झरनों की आवाज को सुनकर कवि को ऐसा लगता है मानो वे पर्वतों का गुणगान कर रहे हो।
(ग) पद्यांश के अनुसार, झरनों की आवाज का कवि पर क्या प्रभाव पड़ता है?
(i) वे कवि को नीरस बनाते हैं
(ii) चे कवि में नया जोश भरते है
(iii) वे कवि का मार्ग अवरुद्ध करते है
(iv) वे कवि को निराशा प्रदान करते है
उत्तर :
(ii) वे कवि में नया जोश भरते हैं झरनों की आवाज को सुनकर कवि की नस-नस में जोश भर जाता है तथा मन उत्साह एवं उमंग से भर जाता है।
(घ) पेइ शांत आकाश को किस प्रकार निहार रहे हैं?
(i) ऊँचा उठकर
(ii) बिना फलक शपकाए
(iii) प्रसन्न भाव से
(iv) निराशापूर्ण भाव से
उत्तर :
(ii) बिना पलक झपकाए पेड़-पौधे शांत आकाश को बिना पलक झपकाए, अटल और कुछ चिंता में डूबे हुए से झाँक रहे हैं। इन्हें देखकर ऐसा लगता है जैसे वे आकश के रहस्यों को जानना चाहते हों।
(ङ) निम्नलिखित वाक्यों को ध्यानपूर्वक पदिए
1. विशाल वृक्ष आकाश का रहस्य जानना चाहते है।
2. शाल के विशाल वृक्ष भयभीत है।
3. झरने पर्वतों का गुणगान कर रहे हैं।
4. पर्वत पर अद्भुत दृश्य दिखाई दे रहे हैं।
पद्यांश से मेल खाते वाक्यों के लिए उचित विकल्व का चयन कीजिए
(i) 1 और 2
(ii) 1,2 और 3
(iii) 1 और 3
(iv) 2 और 4
उत्तर :
(iii) 1 और 3 पद्यांश से मेल खाते वाक्यों के लिए उचित विकल्प हैं-विशाल वृक्ष आकाश का रहस्य जानना चाहते हैं, ये शान्त आकाश को बिना पलक झपकाए, अटल और कुछ चिन्ता में डूबे हुए से झाँक रहे हैं और झरने पर्वतों का गुणगान कर रहे हैं।
प्रश्न 8.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। (1×2=2)
(क) ‘कर चले हम फिदा’ गीत में धरती को दुल्लन कहा गया है, क्योकि
(i) यह नववधू की तरह दिखती है
(ii) इसकी सुरक्षा का दायित्व देश के प्रत्येक नवयुखक पर है
(iii) धरती ने लाल रंग के वस्त्र धारण किए हैं
(ii) धरती माँ से सब प्रेम करते हैं
उत्तर :
(ii) इसकी सुरक्षा का दायित्व देश के प्रत्येक नवयुवक पर है ‘कर चले हम फिदा’ गीत में धरती को दुल्हन कहा गया है, क्योंकि जिस प्रकार नववधू की सुरक्षा का दायित्व नवयुवक पर होता है, वह उसकी रक्षा के लिए अपनी जान तक न्योछावर कर देता है ठीक उसी प्रकार आज भारत भूमि भी अनेक देशभक्तों के रक्त में स्नान कर लाल रंग के वस्त्रों में सजी दुल्हन के समान है, जिसकी सुरक्षा का दायित्व देश के प्रत्येक नवयुवक पर है।
(ख) ‘ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोई।’ पंक्ति का भाव है
(i) हमें अंकार त्यागकर मीठे चचन बोलने चाहिए
(ii) हमें अपनी वाणी से दूसरों को प्रसन्न करना चहिए
(iii) हमें मधुर व्यवहार करना चाहिए
(iv) ये सभी
उत्तर :
(iv) ये सभी ‘ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोई’ प्रस्तुत पंक्ति में संत कबीरदास अहंकार और कटु वचन त्यागने का संदेश देते हुए कहते हैं कि लोगों को मीठे वचन बोलकर दूसरों को प्रसन्न करना चाहिए एवं हमें दूसरों के साथ मधुर व्यवहार करना चाहिए ।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का वयन कीजिए। (1×5=5)
अब भाई साहय बहुत कुछ नरम पड़ गए थे। कई बार मुझे डाँटने का अवसर पाकर भी उन्होंने धीरज से काम लिया। शायद वह खुद समझने लगे थे कि मुझे डाँटने का अधिकार उन्हें नहीं रहा, या रहा भी, तो बहुत कम। मेरी स्वच्छंदता भी बढ़ी। मैं उनकी सहिष्णुता का अनुचित लाभ उठाने लगा। मुझे कुछ ऐसी धारणा हुई कि मैं पास ही हो जाऊँगा, पड़ँ या न पढ़ँ, मेरी तकदीर बलवान है, इसलिए भाई साहब के डर से जो थोड़ा-बहुत पढ़ लिया करता था, वह भी बंद हुआ।
मुझे कनकौए उड़ाने का नया शौक पैदा हो गया था और सारा समय पतंगबाजी की ही भेंट होता था, फिर भी में भाई साहब का अदब करता था और उनकी नज्जर बचाकर कनकौए उड़ाता था। माँझा देना, कनने बाँधना, पतंग टूनामेंट की तैयारियाँ आदि समस्याएँ सब गुप्त रूप से हल की जाती थी। मैं भाई साहब को यह संदेह न करने देना चाहता था कि उनका सम्मान और लिहाज मेरी नजरों में कम हो गया है।
(क) बड़े भाई साहब के व्यवहार में लेखळ को नरमी कब दिखाई देने लगी?
(i) जब वे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हो गए
(ii) जब वे परीक्षा में फेल हो गए
(iii) जब छोटे भाई ने उनसे बात करना बंद कर लिया
(iv) जब उन्हें लगा कि वे अरूरत से ज्वादा हाँटते है
उत्तर :
(ii) जब वे परीक्षा में फेल हो गए बड़े भाई साहब के व्यवहार में लेखक को नरमी तब दिखाई देने लगी जब वह परीक्षा में फेल हो गए थे। बड़े भाई साहब के जीवन से हमें शिक्षा मिलती है कि हमें पहले स्वयं के गुण-दोष देखने चाहिए और उसी के अनुसार हमें दूसरों को समझना चाहिए। अन्यथा हमारे अच्छे उपदेश भी प्रभावित हो जाते हैं।
(ख) मेरी स्वच्छंबता बढ़ी। मैं उनकी सहिष्णुता का अनुचित लाभ उठाने लगा और मुझे धारणा हुई कि मैं पढ़ें या ना पढूँ, पास हो ही जाऊँगा। पंक्ति के माध्यम से बताइए छोटा भाई क्रिस प्रकार बड़े भाई साहब की सहिष्युता का लाभ उठने लगा?
(i) वह सारे दिन पतंगबाजी करने लगा
(ii) उसने पदाई करना बिलकुल होड़ दिया
(iii) पतंग टूर्नामेंट की तैयारी करने लगा
(iv) ये सभी
उत्तर :
(iv) ये सभी इन पंक्तियों के माध्यम से छोटा भाई बड़े भाई के नरम व्यवहार का फायदा उठाते हुए पढ़ाई-लिखाई छोड़कर अपनी मनमानी पर उतर आया। वह बड़े भाई से छिपकर दूसरे बच्चों के साथ पतंगबाजी में लग गया और पतंग टूर्नामेंट की तैयारी भी करने लगा। उसे विश्वास हो गया कि वह पढ़े न पढ़े पास हो जाएगा।
(ग) लेखक बड़े भाई के डर से क्या किया करता था?
(i) और अधिक खेलता था
(ii) मित्रों से नहीं मिलता था
(iii) घोड़ा-बहुत पद्रता था
(iv) नवीन योजना बनाता था
उत्तर :
(iii) थोड़ा-बहुत पढ़ता था लेखक बड़े भाई के डर से थोड़ा-बहुत पढ़ता था। अधिकांशतः वह बड़े भाई से छिपकर दूसरे बच्चों के साथ पतंगबाजी में लग जाता उसे विश्वास हो गया कि वह पढ़े या न पढ़े पास तो हो ही जाएगा।
(घ) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पदिए उसके बाद दिए गए विकत्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए।
कथन (A) दड़े भाई साहब का व्यवहार लेखक के प्रति कुछ नरम हो गया।
कारण (R) बड़े भाई साहब फिर से फेल हो गए और छोटे भाई से केवल एक कक्षा आगो रह गए।
(i) कथन (A) सही है, कितु कारण (R) गलत है।
(ii) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।
(iii) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत है।
(iv) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही है, लेकिन कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर :
(iv) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं, लेकिन कारण ( R) कथन (A) की सही व्यख्या करता है बड़े भाई साहब का व्यवहार लेखक के प्रति कुछ नरम हो गया, क्योंकि बड़े भाई साहब फिर से फेल हो गए और छोटे भाई से केवल एक कक्षा आगे रह गए।
(ङ) लेखक बड़े भाई साहब को किस बात का संदेह नहीं होने देना चाहता है?
(i) अनुभव के कारण उनकी बात को जानने का
(ii) उनका सम्मान लेखक की नज़रों में कम हो गया है
(iii) उनकी पढ़ाई की पुस्तके उसने फाइ दी है
(iv) उनकी शिकायत दादा जी से कर दी है
उत्तर :
(ii) उनका सम्मान लेखक की नजरों में कम हो गया है लेखक बड़े भाई साहब को यह सन्देह नहीं होने देना चाहते थे कि उनका सम्मान लेखक की नजरों में कम हो गया है, लेकिन लेखक बड़े भाई साहब के सामने यह दिखाना नहीं चाहता था कि वह बड़े भाई का आदर व मान-सम्मान नहीं करता है।
प्रश्न 10.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए। (1 x2=2)
(क) ‘छयरी का एक पन्ना’ पाठ के अनुसार कलकत्ता के मैदान में आद्वियों की भीड़ क्यों होने लगी थी?
(i) सभा में भाग लेने हेतु
(ii) पुलिस के आदेश का पालन करने हैतु
(iii) मैदान में मेल देखने हेतु
(iv) मैदान में घूमने हेतु
उत्तर :
(i) सभा में भाग लेने हेतु ‘डायरी का एक पन्ना’ पाठ के अनुसार कलकत्ता के मैदान में आदमियों की भीड़ सभा में भाग लेने हेतु लगी हुई थी। कलकत्तावासियों ने संगठित होकर अपूर्व उत्साह, साहस एवं बलिदान का परिचय दिया। साथ ही अपने संकल्प को पूरा करने के लिए राष्ट्रध्वज फहराया।
(ख) निम्नलिखित में से कौन-सा/से वाक्व तीसरी कसम फिल्म की विशेषता से संबंधित है/हैं?
1. इसका निर्माण प्रसिद्ध कवि हैलेंद्र ने किया था।
2. इस फिल्म को मात्र एक पुरस्कार मिला था।
3. इस फिल्म के नायक राजकपूर व नायिका वहीदा रहमान थीं।
4. इस फिल्म को कोई खरीदार नहीं मिल रहा था। कूट
(i) 1 और 2
(ii) 1,3 और 4
(iii) केवल 4
(iv) 2,3 और 4
उत्तर :
(ii) 1, 3 और 4 ‘तीसरी कसम’ फिल्म की विशेषता है कि इस फिल्म के निर्माता प्रसिद्ध कवि शैलेंद्र थे। वे निर्माता होते हुए भी साहित्यिक बने रहे। वे फिल्मी चकाचौंध में रहते हुए भी यश और धन लिप्सा से दूर बने रहे। इस फिल्म को एक नहीं, बल्कि अनेक पुरस्कार मिले। इस फिल्म के नायक राजकपूर व नायिका वहीदा रहमान थीं। इस फिल्म में सबसे बड़ी समस्या यह थी कि इस फिल्म का कोई खरीददार नहीं मिल रहा था।
खंड ‘ब’ (वर्णनात्मक प्रश्न)
खंड ‘ब’ में पाठ्य-पुस्तक एवं पूरक-पुस्तक तथा लेखन से संबंधित वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं। जिनके निर्धारित अंक प्रश्न के सामने अंकित हैं।
पाठ्य-पुस्तक एवं पूरक पुस्तक
प्रश्न 11.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए। (3×2=6)
(क) आज सब कुछ बदल गया है। पहले जहाँ समंदर था, दूर-दूर तक पने जंगल थे, वहाँ अध बस्तियाँ बन गई है। इन सब बस्तियों ने अनगिनत परिंदो के घर छीन लिए हैं। आपके अनुसार बढ़ती आबादी से पर्यावरण में क्या-क्या परिवर्तन आए है? इस विषय पर अपने विधार लिखिए।
उत्तर :
बढ़ती हुई आबादी से पर्यावरण असन्तुलित हो गया है। आवासीय स्थलों को बढ़ाने के लिए वन, जंगल यहाँ तक कि समुद्रस्थलों को भी छोटा किया जा रहा है। पशु-पक्षियों के लिए स्थान नहीं हैं। इन सब कारणों से प्राकृतिक का सन्तुलन बिगड़ गया है और प्राकृतिक आपदाएँ बढ़ती जा रही हैं। कहीं भूकम्प, कहीं बाढ़, कहीं तूफान, कभी गर्मी, कभी तेज वर्षा के कारण कई बीमारियाँ हो रही हैं। इस तरह पर्यावरण के असन्तुलन का जन जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है।
पृथ्वी एक मात्र ऐसा ग्रह है, जहाँ जीवन सम्भव है, लेकिन बढ़ती जनसंख्या ने पृथ्वी पर मौजूद पारिस्थितिकी तन्त्र को प्रभावित किया है। बढ़ती जनसंख्या आज सम्पूर्ण विश्व के सामने एक बड़ी चुनौती बनकर आ रही है। जनसंख्या वृद्धि एक महत्त्वपूर्ण कारण है, जो देश के विकास के सामने समस्या है। ऐसा माना जाता है यदि भारत ने अपनी जनसंख्या वृद्धि दर पर नियन्त्रण नहीं किया, तो वर्ष 2040 तक भारत विश्व की सबसे बड़ी जनसंख्या वाला देश बन जाएगा। जनसंख्या वृद्धि के कई कारण हैं-जलवायु, अशिक्षा, निर्धनता, रूढ़िवादिता, गलत अवधारणाएँ, लड़के की चाह आदि।
(ख) शाम को लेखक के मित्र उसे टी सेरेमनी में ले गए। चाय पीने की यह एक विधि है। इसे जापान में चा-नो-यू कहते हैं। ‘पतझर में टूटी पत्तियाँ’ पाठ के आधार पर बताइए कि यहु विधि क्या होती है तथा चाजीन ने किस प्रकार चाय तैयार की?
उत्तर :
‘टी-सेरेमनी’ जापान में चाय पीने की एक विधि है। जापानी में इसे चा-नो-यू कहते हैं। इस विधि में शान्ति को प्रमुखता दी जाती है इसलिए चाय पीने के स्थान पर एक साथ तीन लोगों से अधिक को प्रवेश नहीं दिया जाता है। एक बहुमंजिला इमारत की छत पर दफ्ती की दीवारों मानवीय गुणों से ओत-प्रोत थी। तथा चटाई जमीन वाली एक सुन्दर पर्णकुटी होती है। बाहर मिट्टी के बर्तन में पानी भरा होता है। हाथ-पैर धोकर और तौलिए से पोंछकर अंदर प्रवेश किया जाता है।चाजीन अँगीठी सुलगाकर चाय तैयार करता है। बर्तन तौलिए से साफ करके चाय को प्यालों में डालकर अतिथि के सामने लाता है प्याले में दो घूँट से ज्यादा चाय नहीं होती, वहाँ होठों से प्याला लगाकर बूँद-बूँद करके चाय पी जाती है। करीब डेढ़ घण्टे तक यह सिलसिला जारी रहता है।
(ग) सिपाही किससे तंग आ गए थे और क्यों? ‘कारतूस’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
सिपाही वजीर अली से तंग आ गए थे, क्योंकि वे कई हफ्तों से जंगल में डेरा डाले पड़े थे, परंतु वजीर अली फिर भी नहीं पकड़ा गया। अब सभी सिपाही जंगल की कष्ट भरी जिंदगी से तंग आ चुके थे। अवध के अपदस्थ नवाब वजीर अली ने विद्रोह कर दिया था तथा गोरखपुर के निकट जंगलों में वह सक्रिय था। ब्रिटिश कम्पनी उसे गिरफ्तार करना चाहती थी। इसलिए कर्नल कालिंज के नेतृत्व में सैनिकों की एक बटालियन जंगल में खेमा डाले पड़ी थी।
प्रश्न 12.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए। (3×2=6)
(क) ‘मनुष्यता’ पाठ में कवि ने किन-किन दानवीर राजाओं का वर्णन किया है? विस्तार से लिखिए।
उत्तर :
‘मनुष्यता’ पाठ में कवि ने परोपकार, दया तथा उदारता जैसे गुणों के संदर्भ में दधीचि, कर्ण आदि महान राजाओं का वर्णन किया है। दधीचि
ने देवताओं की रक्षा के लिए अपनी हड्डियों को दान कर दिया, जिनसे इंद्र के अस्त्र वज्र का निर्माण हुआ तथा असुरों की पराजय हुई | दधीचि का परोपकार मनुष्यता के इतिहास में प्रशासित है। दानवीर कर्ण ने अपने वचन को पूरा करने के लिए अपने शरीर चर्म के रूप में विद्यमान कवच-कुंडल का दान कर दिया। राजा शिवि ने पक्षी के प्राणों की रक्षा हेतु अपने शरीर का मांस काटकर दे दिया। रतिदेव ने भूखे अतिथियों के लिए अपने हिस्से का भोजन उन्हें ग्रहण करने हेतु दे दिया।
(ख) ‘कर चले हम फिदा’ कविता के माध्यम से देशवासियों से क्या अपेक्षा की गई है? अपने शब्दों में उत्तर दीजिए।
उत्तर :
कर चले हम फिदा’ कविता में सैनिकों ने देशवासियों से ये अपेक्षाएँ की हैं कि प्रत्येक देशवासी देश की सुरक्षा को अपना परम कर्त्तव्य समझे, व अपना सर्वस्व न्योछावर कर देश की सेवा समझकर शत्रु देश के मान-सम्मान को क्षति पहुँचाने का प्रयास करे और वे शत्रु का विनाश कर वस्तुतः सैनिक प्रत्येक देशवासी से यह अपेक्षा करता है कि सभी देशवासियों में देश के प्रति त्याग एवं बलिदान की भावना सर्वोपरि होनी चाहिए। दें
(ग) मीराबाई श्रीकृष्ण के रूप सौददर्य पर अत्यंत मोहित है। वह भक्ति में लीन होकर उनके रूप सौददर्य का वर्णन करती हुई गली-गली घूमती रहती है। मीरा के अनुसार श्रीकृष्ण के रूप सौदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
उत्तर :
मीराबाई, श्रीकृष्ण के रूप सौन्दर्य पर अत्यन्त मोहित है। मीराबाई ने श्रीकृष्ण के रूप सौन्दर्य का अलौकिक वर्णन करते हुए बताया है कि उनके माथे पर मोर के पंखों से बना सुंदर मुकुट शोभायमान हो रहा है। उनके गले में वन-फूलों से बनी हुई माला सुशोभित हो रही है। वे पीले वस्त्र पहनकर मुरली बजाते हुए वृन्दावन में गाय चरा रहे हैं।
प्रश्न 13.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए। (3×2=6)
(क) दो साल लगातार फेल होने पर अद्दुल वहीद ने टोपी को ऐसी तीखी बात बोली कि टोपी ने इस वर्ष पास होने की कसम खा ली और हुआ भी यही। असफलता के परिणामस्वरूव मनुष्य में परिवर्तन आता है। अपने जीवन की किसी घटना का उल्लेख ‘टोपी शुकला’ पाठ के आधार पर कीजिए।
उत्तर :
यह कथन पूरी तरह सत्य है, कि असफलताएँ हमें जीवन में बहुत कुछ सीखने का अवसर प्रदान करती हैं। असफल होने के बाद व्यक्ति के अन्दर कुछ परिवर्तन आता है। यही कारण है कि असफल होने के बाद व्यक्ति सफलता प्राप्त करने के लिए दोगुना प्रयास करता है। असफलता की पीड़ा उसे सफलता प्राप्त करते रहने को प्रेरित करती है। मुझे याद है जब मैं आठवीं कक्षा मैं थी तो अपनी कक्षा में अनुत्तीर्ण हो गई थी, जिसके कारण मेरे सभी दोस्तों एवं पड़ोसियों ने मेरा काफी मजाक उड़ाया।
स्थिति इतनी बदतर लगने लगी थी कि मैंने घर से निकलना भी काफी कम कर दिया था। मैं अपने दोस्तों के साथ खेलने भी नहीं जाती थी। इसका परिणाम यह हुआ कि मैं अन्तर्मुखी बनने लगी। मुझे लोगों के बीच जाना अच्छा नहीं लगता था। एक दिन मेरी माँ ने मुझे बहुत समझाया और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। मैंने इतनी मेहनत से पढ़ाई की कि अगले वर्ष की परीक्षा में मैं अपनी कक्षा में प्रथम आई।
(ख) लेखक के अनुसार, बचपन में सभी बच्चों का एक जैसा हाल होता है। मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चे छोटी-छोटी गलियों में कूदते-फिरते तथा भागने-दौडने पर हाथ-पैर छिलने पर कोई परवाह नहीं करते, बल्कि परिवार वालो से हाँट ही पङती थी। ‘सपनों के से दिन’ पाठ के आधार पर बताइए कि वर्तमान समय में बख्यों के बचपन में तथा अभिभावकों के व्यदहार में क्या परिवर्तन आ गया है?
उत्तर :
वर्तमान समय में बच्चों के बचपन में तथा अभिभावकों के व्यवहार में परिवर्तन आया है। खेल-कूद से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। खेल-कूद विद्यार्थी को कठिन परिस्थितियों से बाहर निकलने की तरकीबें सिखाता है। खेल-कूद से बच्चों में अनुशासन की वृद्धि होती है। खेल-कूद के माध्यम से विद्यार्थी मानसिक एवं शारीरिक तौर पर स्वयं को स्वस्थ महसूस करता है। कहा भी जाता है, कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास सम्भव है। इस प्रकार कहा जा सकता है कि प्रत्येक अभिभावक का अपने बच्चों के प्रति यह कर्त्तव्य होना चाहिए कि वे उन्हें पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ खेलने-कूदने के अवसर से वंचित न करें।
(ग) “हरिहर काका एक नए शोषित वर्ग के प्रतिनिधि के रूप में दिखाई देते है,.” इस कथन पर अपने तर्क प्रस्तुत करते हुए विचार व्यक्त कीजिए।
उत्तर :
हरिहर काका समाज के उस वृद्ध व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसे सम्पत्ति के लालच में परिवार के सदस्य तथा धर्माचारी व्यक्ति अपनी स्वार्थ वृत्ति को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं। वृद्ध व्यक्ति हमारे समाज के अत्यन्त सम्मानित एवं आवश्यक अंग हैं। इसलिए समाज का यह उत्तरदायित्व है कि वह वृद्धों को उचित मान दें तथा उनसे प्रेम भरा अपनापन युक्त व्यवहार करें। उम्र के अनुसार उनकी सभी जरूरतों को पूरा करना समाज का कर्त्तव्य है। वास्तव में, वे उस समाज की नींव या आधार रखने वाले ऐसे व्यक्ति हैं, जिस समाज में हम आवश्यक सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। हमारे समाज को बेहतर बनाने में उन लोगों ने अपना पर्याप्त योगदान दिया है। अतः उन्हें उचित सेवा, मान-सम्मान, प्रेम, अपनापन, अधिकार सब प्राप्त होना चाहिए। यह उनका अधिकार है।
लेखन
प्रश्न 14.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए। (5x 1=5)
(क) गया समय फिर हाथ नहीं आता
संकेत बिंदु –
- समय ही जीवन है
- दुरुपयोग से हानि
- समय कां सदुपयोग
- उपसंहार
उत्तर :
गया समय फिर हाथ नहीं आता
महापुरुषों ने कहा है, “समय बहुत मूल्यवान है। एक बार निकल जाने पर यह कभी वापस नहीं आता।” वास्तव में, समय ही जीवन है। इसकी गति को रोकना असंभव है। संसार में अनेक उदाहरण हैं, जो समय की महत्ता को प्रमाणित करते हैं। जिसने समय के मूल्य को नहीं पहचाना, वह हमेशा पछताया है। इसके महत्त्व को पहचानकर इसका सदुपयोग करने वाले व्यक्तियों ने अपने जीवन में लगातार सफलता प्राप्त की। जो व्यक्ति समय मिलने पर भी अपने जीवन में कुछ नहीं कर पाते, वे जीवन में असफल रहते हैं।
जो विद्यार्थी पूरे वर्ष पढ़ाई नहीं करते, वे फेल होने पर पछताते हैं। तब यह उक्ति कि ‘अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत’ चरितार्थ होती है। विद्यार्थी को समय का मूल्य पहचानते हुए हर पल का सदुपयोग करना चाहिए, क्योंकि जो समय को नष्ट करता है, एक दिन समय उसे नष्ट कर देता है। महान् पुरुषों ने समय का सदुपयोग किया और अपने जीवन में सफल हुए। स्वामी दयानंद, महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरू, मदर टेरेसा आदि इसके ज्वलंत प्रमाण हैं। अतः हमें समय की महत्ता को समझते हुए इसका सदुपयोग करना चाहिए।
(ख) मेरे सपनों का भारत
संकेत बिंदु
- भारत की प्राचीनतम संस्कृति
- गौरवशाली अतीत
- धार्मिक, सामाजिक व सांस्कृतिक एकता का भाव
- उपसंहार
उत्तर :
मेरे सपनों का भारत
भारत देश मुझे अपने प्राणों से भी अधिक प्रिय है। मुझे अपने भारतीय होने पर गर्व का अनुभव होता है। मेरा देश संसार के सभी देशों से निराला है और संसार के सब देशों से प्यारा है। मैं भारत को विश्व के शक्तिशाली देश के रूप में देखना चाहता हूँ। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ, जो भ्रष्टाचार, शोषण और हिंसा से मुक्त हो। मेरे सपनों का भारत ‘सुशिक्षित भारत’ है।
उसमें अनपढ़ता, निरक्षरता और बेरोज़गारी का कोई स्थान नहीं है। मैं चाहता हूँ कि हमारे देश के नियोजक ऐसी शिक्षा लागू करें, जिसके बाद व्यवसाय या नौकरियाँ सुरक्षित हों। कोई भी व्यक्ति अशिक्षित न हो और कोई भी शिक्षित बेरोज़गार न हो। मैं चाहता हूँ कि भारत सांप्रदायिक दंगों-झगड़ों से दूर रहे। सबमें आपसी भाईचारा और प्रेम का संबंध हो। राष्ट्रीय एकता का संचार हो। जो सम्मान भारत का प्राचीनकाल में था वही सम्मान मैं पुनः उसे प्राप्त कराना चाहता हूँ।
मैं फिर से रामराज्य की कल्पना करता हूँ, जिसमें सभी लोगों को जीने के समान अवसर प्राप्त हो सकें। भारत एक बार फिर ‘सोने की चिड़िया’ बन जाए। मेरे सपनों का भारत वह होगा, जो राजनीतिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और वैज्ञानिक आदि विभिन्न दृष्टियों से उन्नति के पथ पर अग्रसर होगा। भावी भारत के सपनों की पूर्णता के लिए आवश्यक है कि हमारे देश का प्रत्येक नागरिक देश की प्रत्येक कुरीति को समूल नष्ट करने का दृढ़ संकल्प करें।
(ग) शहरों में यातायात समस्या
संकेत बिंदु –
- यातायात के विभिन्न साधन
- थ्री-ह्बीलर द्वारा होने वाली असुविधाएँ
- बस सेवा और नागरिकों को होने वाली असुविधाएँ
- यातायात समस्या के निदान हेतु समाधान
उत्तर :
शहरों में यातायात समस्या
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। नए-नए संबंध स्थापित करना, देशाटन पर जाना, नवीनतम की खोज करना आदि की प्रवृत्ति उसमें सदैव से ही रही है। उसकी इन्हीं इच्छाओं व आकांक्षाओं ने विश्व में असंभव लगने वाले अनेक कार्यों को सम्भव कर दिखाया है। यातायात के नवीनतम साधन किसी आश्चर्य से कम नहीं हैं, जिनके माध्यम से आज मनुष्य महीनों तथा वर्षों में तय की जाने वाली दूरी को कुछ ही घंटों में या दिनों में पूरा कर लेता है।
हमारे देश में शहरों की आबादी बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है, लेकिन शहरों की आधारभूत संरचना का विकास उस अनुपात में नहीं हुआ है। जिसकी वजह से आज यातायात एक बड़ी समस्या बनकर उभरा है। वस्तुतः यातायात के साधनों की भीड़ के कारण ही आजकल दुर्घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं।
आजकल शहरों से गाँव तक सड़कों पर जाल बिछा है। जिन पर वाहन दौड़ते रहते हैं। इन वाहनों की चपेट में आकर आए दिन बहुत से लोग मारे जाते हैं। आजकल भारत के सभी मध्यवर्गीय परिवारों में एक ही घर में कई-कई वाहनों का प्रयोग किया जाने लगा है। यदि हर परिवार के लोग एक ही स्थान पर जाने के लिए एक ही वाहन का प्रयोग करें, तो कई सड़कों पर यातायात का दबाव कम होगा तथा दुर्धटनाओं की संभावना कम हो जाएगी।
रिक्शा व साइकिल आदि साधन अनेक लोगों के लिए कम रोमांचकारी नहीं हैं। ये यातायात के सबसे सस्ते साधन हैं। इसके अतिरिक्त दुपहिया वाहनों में स्कूटर, मोटरसाइकिल आदि अत्यंत प्रचलित हैं, जो एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने में मनुष्य का कीमती समय व धन की बचत करते हैं। चार पहिए के साधनों में आज विभिन्न मॉडलों व रंगों की कारें उपलब्ध हैं, जिनमें आराम के साथ सुखद सामग्री उपलब्ध होती है।
प्रश्न 15.
भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक को निजी उच्च शिक्षण संस्थान में इंजीनियरिंग के अध्ययन हेतु शिक्षा ऋण प्राप्ति के लिए एक आवेदन-पत्र लगभग 100 शब्दों में लिखिए। (5×1=5)
अथवा
आपने बंगलुरु में रहने वाले अपने मित्र को जन्मदिन के उपहार का पार्सल स्पीड पोस्ट से भेजा, जो उसे नहीं मिला। इस संबंध में डाक अधीक्षक को लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए।
उत्तर :
परीक्षा भवन,
नई दिल्ली।
दिनांक 20 जुलाई, 2000
सेवा में,
श्रीमान शाखा पदंधक
स्टेट बैंक औक इंडिया
अजमेरी गेट, नई दिल्ली
विषय : उच्च शिक्षण संस्थान में इंजीनियरिंग के अध्ययन के लिए ऋण प्राप्ति हेतु।
महोदय,
सविनय निबेदन है कि मेरा नाम राघव है, मैं एक छात्र व आपकी बैक शाखा का खाताधारक हैं। मेरा बचत खाता संख्या 31xxx है।
मैंने इस वर्ष बारहवीं कक्षा में 95.5 के साथ उत्तीर्ण की है। में भदिष्य में दंजीनियर बनना चाहता हैं, जिसके लिए मुले अपनी पदाई को जारी रखने के लिए ऋण की आवश्यक्ता है।
वर्तमान समय में मुझे कौलेज की फीस देने के लिए 2 लाख रुपये की आवश्यकता है, जोकि में आपके बैंक से ऋण के रूप में माप्त करना चाहता हैं। में आपको विश्वास दिलाता हूँ कि मेरा इंजीनियरिंग का अध्ययन पूरा होने के बाद में आपको ऋण अदा कर्षेगा।
अतः आपसे निवेदन है कि आप मुझे शीघ्र अति शीघ ऋण प्रदान कर्राने की कृपा करें, जिससे में निजी उच्य शिक्षण संस्थान में इंजीनियरिग के अध्ययन के लिए अपनी फीस जमा कर सकूँं। इसके लिए में सदेव आपका आभारी रहुंगा।
धन्यवाद।
पार्थी
शाधव
अथवा
परीक्षा भवन
नई दिल्ली।
दिनांक 10 मई, 20xx
सेथा में,
स्पीड पोस्ट अधीक्षक
जनरल पोस्ट ओंकिस
इंदरलोक, नई दिल्ली।
विषय : पार्सल न पहुँघने की शिकायत हेतु।
मान्यवर,
मैने विगत 20 दिन पहले स्पीड पोस्ट से अपने मित्र के लिए, जो कि बंगलुरू में रहता है, जन्मदिन के अवसर पर उपहार स्पीड्ड पोस्ट के द्वारा भेजा था, जिसका पंजीकरण संख्या EPOO12310 है। में आयको अवगत कराना चाहता हूँ कि यह पार्सल अभी तक उसे प्राप्त नहीं हुआ है। पता नहीं किसी कर्मधारी की लापरवाही डाक-विभाग के कारण ऐसा हुआ है।
अत: आपसे निवेदन है कि आप शीघ अति शीच हस विषय में संझान लें और मुझे सूचित करें जिससे में इसे दोबारा से भेज सकूँ। मुझे आशा है कि आप मेरी इस परेशानी का शीघ्र ही समाधान करेंगे।
धन्यवाद्
मकदीय
राकेश सैनी
इंदरलोक निवासी
प्रश्न 16.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 60 शब्दों में सूचना लिखिए। (4×1=4)
विद्यालय की वित्तीय योजनाओं को अंतिम रूप देने के लिए विद्यालय की वित्त समिति की एक बैठक आयोजित होनी है। इस संबंध में प्रधानाध्यापक की ओर से 60 शब्दों में एक सूचना लिखिए।
अथवा
आज मेट्रो विशेष रूट पर नहीं चलेगी, इस विषय पर यात्रियों को सूचित करते हुए 60 शब्दों में सूचना लिखिए।
उत्तर :
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय, सीकर राजस्थान
दिनांक 8 मई, 20 xx विद्यालय की वित्त समिति की बैठक का आयोजन
सभी वित्त समिति के कर्मठ कर्मचारियों को सूचित किया जाता है कि हमारे विद्यालय में 17 मई, 20xx को वित्तीय योजनाओं को अन्तिम रूप देने के लिए प्रधानाध्यापक की ओर से एक बैठक का आयोजन किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत विद्यालय की वित्तीय योजनाओं को अन्तिम रूप देने के लिए विद्यालय की वित्त समिति की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें हम सभी वित्तीय योजनाओं के अन्तिम लेखा-जोखा पर बातचीत करेंगे व जिसकी जो भी समस्या होगी, उस पर विचार-विमर्श करेंगे। अतः आपके ज्यादा से ज्यादा सहयोग की अपेक्षा है।
|
अथवा
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन
दिनांक 8 मई, 20xx मेट्रो रेल सेवा बाधित होने के विषय में सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि सुरक्षा संबंधी कारणों को देखते हुए 12 और 13 मई, 20xx को विधानसभा, सिविल लाइंस, तीस हजारी, कश्मीरी गेट, चाँदनी चौक, चावड़ी बाजार और केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन दोपहर 12:00 बजे से लेकर शाम 6: 00 बजे तक बंद रहेंगे। यात्रियों की असुविधा के लिए खेद है।
विकास कुमार
|
प्रश्न 17.
शूज कंपनी के मालिक की ओर से शूज़ की सेल का विज्ञापन 40 शब्दों में लिखिए। (3×1=3)
अथवा
बाढ़ पीड़ितों की मदद हेतु एक निजी संस्था की ओर 40 शब्दों में विज्ञापन लिखिए।
उत्तर :
प्रश्न 18.
‘आज की बचत कल का सुख’ पंक्ति को आधार बनाकर लगभग 100 शब्दों में एक लघुकथा लिखिए। (5×1=5)
अथवा
आप आलोक शर्मा/साक्षी शर्मा हैं। आपने किसी कंपनी से ऑनलाइन सामान मँगवाया था पर वह खराब निकला। कंपनी को सामान की जानकारी देते हुए सही सामान भेजने हेतु एक ई-मेल लिखिए। (शब्द-सीमा लगभग 100 शब्द)।
उत्तर :