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CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi Course A Set 8 with Solutions
समय : 3 घंटे
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश:
- इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं-‘अ’ और ‘ब’। खंड ‘अ’ में वस्तुपरक/बहुविकल्पीय और खंड ‘ब’ में वस्तुनिष्ठ/वर्णनात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
- प्रश्न-पत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 17 हैं और सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- यथासभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।
- खंड ‘अ’ में कुल 10 प्रश्न हैं, जिनमें उपप्नश्नों की संख्या 44 हैं। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उपप्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य हैं।
- खंड ‘ब’ में कुल 7 प्रश्न हैं, सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
खंड ‘अ’
(बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्न)
खंड ‘अ’ में अपठित गद्यांश-पद्यांश, व्यावहारिक व्याकरण व पाठ्य-पुस्तक से संबंधित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्न दिए गए हैं, जिनमें प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित है।
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
सशक्त जीवन सबसे श्रेष्ठ जीवन होता है। ऐसे जीवन की सबसे बड़ी पहचान यह है कि वह बिलकुल निड्डर और साहसी होता है। किसी भी कार्य की सफलता के लिए ध्येय के प्रति उत्कट लगन, कार्य में अटूट श्रद्धा एवं अपनी शक्तियों में पर्याप्त विश्वास आवश्यक है। विश्वास, एकाग्रता, लगन, संतुलन, श्रद्धा आदि सभी साहस पर निर्भर हैं, क्योंकि मनुष्य का सबसे प्रथम गुण साहस है। साहस अन्य सब गुणों का प्रतिनिधित्व करता है। यदि तन, मन तथा वाणी सशक्त हो तो उनके द्वारा प्राप्त कार्यशक्ति के आगे भाग्य स्वयं नत-मस्तक हो जाता है। साहसी की प्रतिभा के सामने शोक, भय आदि टिक नहीं पाते हैं। साहसी को संसार भी रास्ता देता है। मनुष्य में सभी गुण हों, वह विद्वान् हो, धनवान हो, शक्तिशाली हो, पर यदि उसमें साहस न हो तो वह अपने सद्गुणों, अपनी योग्यताओं व अपनी शक्तियों का उपयोग नहीं कर सकता। साहस मनुष्य के व्यक्तित्व का नायक है।
साहस व्यक्ति को निर्भय बनाता है और जहाँ निर्भयता होती है वहाँ सफलता निश्चित है। निर्भयता से ही आत्मविश्वास जागृत होता है। आत्मविश्वास के अभाव में हम उस प्रत्येक कार्य को करते हुए डरेंगे जो हमने पहले कभी नहीं किया और जो हमारे लिए बिलकुल नया है अर्थांत् जिनके संकल्प अधूरे होते हैं, जो संशयग्रस्त होते हैं, वे कोई बड़ा काम नहीं कर पाते और यदि कुछ करते भी हैं तो उसमें असफल हो जाते हैं।
(क) “किसी भी कार्य की सफलता के लिए आवश्यक है।” प्रस्तुत कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए।
1. ध्येय के प्रति उत्कट लगन
2. कार्य में अटूट श्रद्धा
3. अपनी शक्तियों में पर्याप्त विश्वास
4. कार्य के प्रति असंतुलन की प्रवृत्ति
कूट
(i) केवल 1 सही है
(ii) 1, 2 और 3 सही है
(iii) 1 और 2 सही हैं
(iv) 3 और 4 सही हैं
उत्तर :
(ii) 1,2 और 3 सही हैं किसी भी कार्य की सफलता के लिए ध्येय के प्रति उत्कट लगन, कार्य में अटूट श्रद्धा एवं अपनी शक्ति में पर्याप्त विश्वास आवश्यक है।
(ख) मनुष्य का प्रथम गुण क्या बताया गया है?
(i) विश्वास
(ii) साहस
(iii) भाग्य
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ii) साह्स गचांश में मनुष्य का प्रथम गुण साहस को बताया गया है, क्योंकि विश्वास, एकाग्रता, लगन, संतुलन, श्रद्धा आदि सब साहस पर हीं निर्भर हैं।
(ग) भाग्य स्वयं किसके आगे नत-मस्तक हो जाता है?
(i) तन, मन व वाणी से प्राप्त होने वाली कार्य शक्ति के आगे
(ii) श्रद्धा के आगे
(iii) मनुष्य के उद्यम के आगे
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(i) तन, मन व वाणी से प्राप्त होने वाली कार्यशक्ति के आगे गद्यांश में बताया गया है कि यदि व्यक्ति का तन, मन तथा वाणी सशक्त हो, तो उनसे प्राप्त होने वाली कार्य शक्ति के आगे भाग्य नत-मस्तक हो जाता है।
(घ) प्रस्तुत गद्यांश के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता है?
(i) मनुष्य में सद्युणों का विकास होना चाहिए
(ii) मनुष्य के भीतर साहस व आत्मविश्वास की भावना का विस्तार होना चाहिए
(iii) मनुष्य को स्वयं को संशयग्रस्त स्थिति में ले जाना चाहिए
(iv) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर :
(ii) मनुध्य के भीतर साहस व आत्मविश्वास की भावना का विस्तार होना चाहिए प्रस्तुत गद्यांश के माध्यम से लेखक कहना चाहता है कि मनुष्य के भीतर साहस व आत्मविश्वास की भावना का विस्तार होना चाहिए।
(ङ) कथन (A) असफल व्यक्ति संशयग्रस्त होते हैं।
कारण (R) जिनके संकल्प अधूरे होते हैं, वे बड़ा काम नहीं कर पाते हैं।
(i) कथन A गलत है, कितु कारण R सही है।
(ii) कथन A और कारण R दोनों गलत हैं।
(iii) कथन A और कारण R दोनों सही हैं तथा कारण R कथन A की सही व्याख्या है।
(iv) कथन A और कारण R दोनों सही हैं, परंतु कारण R कथन A की सही व्याख्या नहीं है।
उत्तर :
(iii) कथन A और कारण R दोनों सही हैं तथा कारण R कथन A की सही व्याख्या है असफल व्यक्ति संशयग्रस्त होते हैं अर्थात् जिनके संकल्प अधूरे होते है वे कोई भी बड़ा काम नहीं कर पाते, असफल हो जाने के कारण वे संशयश्रस्त रहते है।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
चारु चंद्र की चंचल किरणें
खेल रही हैं जल-थल में
स्वच्छ चाँदनी बिछी हुई है
अवनि और अंबर तल में
पुलक प्रकट करती है धरती
हरित तृणों की नोकों से
मानो झीम रहे हैं तरु भी
मंद पवन के झोंकों से
क्या ही स्वच्छ चाँदनी है यह,
है क्या ही निस्तब्ध निशा
है स्वच्छंद – सुमंद गंध वह
निरानंद है कौन दिशा ?
बंद नहीं अब भी चलते हैं,
नियति नटी के कार्य-कलाप
पर कितने एंकात भाव से
कितने शांत और चुपचाप ।
(1) इस पद्य में नियति के जिस मुख्य भाव का वर्णन किया गया है, उसे निम्नलिखित कथनों को पढ़कर सबसे सही विकल्प चुनकर लिखिए- कथन
(i) नियति नामक शक्ति – विशेष के समस्त कार्य रुकावट से संपन्न हो रहे हैं।
(ii) नियति की सभी दिशाओं में आनंद व्याप्त नहीं है।
(iii) नियति अकेले – अकेले अपने कर्तव्यों का निर्वाह किए जा रही है ।
(iv) नियति रात में भी शांत भाव से अपना कार्यकलाप किये जा रही है। विकल्प
(क) कथन (iii) व (iv) सही हैं।
(ख) कथन (ii) व (iii) दोनों सही हैं।
(ग) कथन (i) गलत है और (ii) सही है।
(घ) कथन (ii) सही है और कथन (iii) गलत है
उत्तरः
(क) कथन (iii) व (iv) सही हैं।
(2) नियति नटी के कार्यकलाप चल रहे हैं-
(क) एकांत भाव से
(ख) शांत भाव से
(ग) चुपचाप
(घ) इन सभी भावों से
उत्तरः
(घ) इन सभी भावों से
(3) स्वच्छ चाँदनी ……………….. में बिछी हुई है।
(क) पेड़ों
(ख) हरे तिनकों
(ग) धरती और आकाश
(घ) दिशाओं
उत्तर:
(ग) धरती और आकाश
(4) कथन (A) और कारण (R) पर विचार करते हुए सही विकल्प चुनिए-
(A) : नियति के कार्यकलाप रात में भी शांत भाव से चलते हैं ।
(R) : तेज हवा के झोकों से वृक्ष प्रसन्न होकर झूम रहे हैं।
(क) कथन (A) सही है, किन्तु कारण (R) गलत है।
(ख) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है ।
(ग) कथन (A) व (R) सही हैं, और कथन (A), (R) की सही व्याख्या है।
(घ) कथन (A) व (R) सही हैं, और कथन (A), (R) की सही व्याख्या नहीं है।
उत्तर:
(क) कथन (A) सही है, किन्तु कारण (R) गलत है।
(5) कविता में आए हुए ‘अनुप्रास’ अलंकार के उदाहरणों को निम्नलिखित कथनों को पढ़कर सही विकल्प में से चुनें-
(i) है स्वच्छंद सुमंद गंध वह
(ii) अवनि और अंबर तल में विकल्प
(iii) चारु चंद्र की चंचल किरणें
(iv) बंद नहीं अब भी चलते हैं ।
(क) कथन (i) व (ii) सही हैं।
(ख) कथन (iii) व (iv) सही हैं।
(ग) कथन (i), (ii) व (iii) सही हैं।
(घ) कथन (ii), (iii) व (iv) सही हैं।
उत्तर:
(ग) कथन (i), (ii) व (iii) सही हैं ।
प्रश्न 3.
निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (1 × 4 = 4)
(क) ‘पिताजी ने माँ से कहा कि वह भी दिल्ली चले।’ इसका सरल वाक्य होगा
(i) पिताजी ने माँ से दिल्ली चलने के लिए कहा।
(ii) पिताजी ने कहा कि माँ भी दिल्ली चले।
(iii) पिताजी ने माँ को बुलाया और दिल्ली चलने को कहा।
(iv) पिताजी आए और माँ को दिल्ली चलने के लिए कहा।
उत्तर :
(i) पिताजी ने माँ से दिल्ली चलने के लिए कहा।
(ख) ‘आप दरवाजे पर बैठकर उसकी प्रतीक्षा करें।’ इसका संयुक्त वाक्य होगा
(i) आप दरवाजे पर बैठें तब उसकी प्रतीक्षा करें।
(ii) आप दरवाजे पर बैठें और उसकी प्रतीक्षा करें।
(iii) आप पहले दरवाजे पर बैठें और फिर उसकी प्रतीक्षः करें।
(iv) दरवाजे पर बैठकर आप उसकी प्रतीक्षा कीजिए।
उत्तर :
(ii) आप दरवाजे पर बेठें और उसकी प्रतीक्षा करें।
(ग) ‘मनोज बीमार होने के कारण यहाँ नहीं आया’ इसका मिश्र वाक्य होगा
(i) बीमार होने के कारण मनोज यहाँ नहीं आया।
(ii) मनोज बीमार था, इसलिए यहाँ नहीं आया।
(iii) मनोज यहाँ इसलिए नहीं आया क्योंकि वह बीमार था।
(iv) मनोज बीमार हो गया था, इसलिए यहाँ नहीं आया।
उत्तर :
(iii) मनोज यहाँ इसलिए नहीं आया, क्योंकि वह बीमार था।
(घ) निम्नलिखित में से सरल वाक्य पहचानकर नीचे दिए गए सही विकल्प को चुनिए।
1. राधा ने जो पुस्तक माँगी वह उसे मिल गई।
2. राधा के पुस्तक माँगते ही वह उसे मिल गई।
3. राधा ने जैसे ही पुस्तक माँगी वैसे ही उसे मिल गई।
4. राधा ने पुस्तक माँगी और उसे मिल गई। कूट
(i) केवल 1 सही है
(ii) केवल 2 सही है
(iii) 2 और 3 सही हैं
(iv) 3 और 4 सही हैं
उत्तर :
(ii) केबल 2 सही है
(ङ) सूची I को सूची II के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए।
सूची I | सूची II |
A. मोहसिन और हामिद ने मिठाई व चिमटा खरीदा। | 1. सरल वाक्य |
B. जब मोहसिन ने मिठाई खरीदी, तभी हामिद ने चिमटा खरीदा। | 2. संयुक्त वाक्य |
C. मोहसिन ने मिठाई खरीदी, परंतु हामिद ने चिमटा खरीदा। | 3. मिश्र वाक्य |
उत्तर :
(ii) A-1, B-3, C-2
प्रश्न 4.
निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) मेरे द्वारा निबंध लिखा गया – कर्तृवाच्य में बदलिए-
(क) मुझसे निबंध लिखा गया ।
(ख) मैंने निबंध लिखा ।
(ग) मुझसे लिखा जाता है।
(घ) मुझसे निबंध लिखा जाता है।
उत्तर:
(ख) मैंने निबंध लिखा ।
(2) भाई साहब ने मुझे पतंग दी – कर्मवाच्य में बदलिए-
(क) भाई साहब मुझे पतंग देते हैं।
(ख) भाई साहब के द्वारा मुझे पतंग दी गई।
(ग) भाई साहब के द्वारा मुझे पतंग दी जाती है ।
(घ) भाई साहब से पतंग नहीं दी जाती ।
उत्तर:
(ख) भाई साहब के द्वारा मुझे पतंग दी गई।
(3) योजनाएँ बनाई जा रही हैं – वाच्य भेद लिखिए-
(क) कर्तृवाच्य
(ख) भाववाच्य
(ग) कर्मवाच्य
(घ) ये तीनों
उत्तर:
(ग) कर्मवाच्य
(4) इनमें से कौन-सा भाववाच्य का वाक्य है-
1. दादाजी चल रहे हैं।
2. विजय के द्वारा पतंग उड़ाई जा रही है।
3. दादाजी बाजार जाएँगे ।
4. दादाजी से चला नहीं जाता।
(क) 1 और 3 सही है
(ख) केवल 2 सही है ।
(ग) केवल 4 सही है ।
(घ) 3 और 4 सही है ।
उत्तर:
(ग) केवल 4 सही है।
(5) कॉलम 1 को कॉलम 2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कॉलम 1 | कॉलम 2 |
(1) चुनाव की घोषणा की गयी | (i) भाव वाच्य |
(2) रानी से जल्दी उठा नहीं जाता | (ii) कर्तृ वाच्य |
(3) सुरों की सुरीली बरसात से श्रोता हर्षित हो गए | (iii) कर्म वाच्य |
विकल्प
(क) 1-ii, 2-1, 3-iii
(ख) 1-iii, 2-1, 3-ii
(ग) 1-ii, 2-iii, 3-i
(घ) 1-i, 2-ii, 3-iii
उत्तर:
(ख) 1-iii, 2-i, 3-ii
प्रश्न 5.
निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए (1×4 = 4)
(क) एक बड़े आर्थिक झटके के कारण गोपाल शर्मा इंदौर से अजमेर आ गए। रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिग, कर्ता कारक
(ii) जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, कत्तां कारक
(iii) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिग, कर्म कारक
(iv) जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्म कारक
उत्तर :
(i) गोपाल शर्मा व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिग, कर्ता कारक
(ख) मोनू पानी पी रहा था। रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) भाववाचक संज्ञा, पुल्लिग, ‘पी रहा था’ क्रिया का कर्म, कर्म कारक
(ii) द्रव्यवाचक संज्ञा, पुल्लिग, ‘पी रहा था’ क्रिया का कर्म, कर्म कारक
(iii) द्रव्यवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, ‘पी रहा था’ क्रिया का कर्म, कर्म कारक
(iv) भाववाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, ‘पी रहा था’ क्रिया का कर्म, कर्म कारक
उत्तर :
(ii) पानी द्रव्यवाचक संज्ञा, पुल्लिग, ‘पी रहा था’ क्रिया का कर्म, कर्म कारक
(ग) हम मंदिर गए, किंतु कोई फल नहीं मिला। रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) सकर्मक क्रिया, एकवचन, पुल्लिग, सामान्य भूत, कर्तृवाच्य
(ii) अकर्मक क्रिया, एकवचन, पुल्लिग, सामान्य भूत, कर्मवाच्य
(iii) सकर्मक क्रिया, बहुवचन, पुल्लिग, सामान्य भूत, कर्मवाच्य
(iv) अकर्मक क्रिया, बहुवचन, पुल्लिग, सामान्य भूत, कर्तृवाच्य
उत्तर :
(i) मिला सकर्मक क्रिया, एकवचन, पुल्लिग, सामान्य भूत, कर्तृवाच्य
(घ) सुरेश वहाँ बैठा है। रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) स्थानवाचक क्रिया-विशेषण, विशेष्य क्रिया ‘बैठा है’
(ii) कालवाचक क्रिया-विशेषण, विशेष्य क्रिया ‘बैठा है’
(iii) परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण, विशेष्य क्रिया ‘बैठा है’
(iv) रीतिवाचक क्रिया-विशेषण, विशेष्य क्रिया ‘बैठा है’
उत्तर :
(i) वहाँ स्थानवाचक क्रिया-विशेषण, विशेष्य क्रिया ‘बैठा है’
(ङ) नवाब साहब ने फॉाक को खिड़की से बाहर छोड़ दिया। नवाब साहब बाहर देखने लगे। दोनों वाक्यों के ‘बाहर’ का सामान्य पद परिचय होगा
(i) पहला बाहर-समुच्चयबोधक अव्यय, दूसरा बाहर-कालवाचक क्रिया-विशेषण
(ii) पहला बाहर-संबंधवोधक अव्यय, दूसरा बाहर-समुच्चयबोधक अव्यय
(iii) पहल बाहर-स्थानवाचक क्रिया-विशेषण, दूसरा बाहर-संबंधबोधक अव्यय
(iv) पहला बाहर-संबंधबोधक अव्यय, दूसरा बाहर-स्थानवाचक क्रिया-विशेषण
उत्तर :
(iv) पहला बाहर-संबंधबोधक अव्यय, दूसरा बाहर-स्थानवाचक क्रिया-विशेषण
प्रश्न 6.
निर्देशानुसार ‘अलंकार’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(1) “मंगन को देखि पट देत बार – बार है ।” यह उदाहरण है-
(क) यमक अलंकार का
(ख) अनुप्रास अलंकार का
(ग) श्लेष अलंकार का
(घ) अतिशयोक्ति अलंकार का
उत्तर:
(ग) श्लेष अलंकार का
(2) ‘मुख मानो चाँद है’ में कौन-सा अलंकार है ?
(क) अतिशयोक्ति अलंकार
(ख) मानवीकरण अलंकार
(ग) मानवीकरण अलंकार
(घ) उपमा अलंकार
उत्तरः
(घ) उत्प्रेक्षा अलंकार
(3) आगे नदिया पड़ी अपार, घोड़ा कैसे उतरे पार ।
राणा ने सोचा इस पार, तब तक घोड़ा था उस पार ॥
उपर्युक्त पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार बताइए ।
(क) अनुप्रास अलंकार
(ख) अतिशयोक्ति अलंकार
(ग) रूपक अलंकार
(घ) उत्प्रेक्षा अलंकार
उत्तर:
(ख) अतिशयोक्ति अलंकार
(4) ‘आगे-आगे नाचती गाती बयार चली’ में प्रयुक्त अलंकार का नाम बताइए ।
(क) अनुप्रास अलंकार
(ख) मानवीकरण अलंकार
(ग) उपमा अलंकार
(घ) रूपक अलंकार
उत्तरः
(ख) मानवीकरण अलंकार
(5) ‘है बसुन्धरा बिखेर देती, मोती सबके सोने पर’ में प्रयुक्त अलंकार बताइए ।
(क) रूपक अलंकार
(ख) मानवीकरण अलंकार
(ग) उपमा अलंकार
(घ) अनुप्रास अलंकार
उत्तर:
(ख) मानवीकरण अलंकार
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
घर में पतोहू रो रही है जिसे गाँव की स्त्रियाँ चुप कराने की कोशिश कर रही हैं, किंतु बालगोबिन भगत गाए जा रहे हैं! हाँ, गाते-गाते कभी-कभी पतोहू के नजदीक भी जाते और रोने के बदले उत्सव मनाने को कहते। आत्मा परमात्मा के पास चली गई, विरहिनी अपने प्रेमी से जा मिली, भला इससे बढ़कर आनंद् की कौन बात? मैं कभी-कभी सोचता, यह पागल तो नहीं हो गए, किंतु नहीं, वह जो कुछ कह रहे थे, उसमें उनका विश्वास बोल रहा था-वह चरम विश्वास, जो हमेशा ही मृत्यु पर विजयी होता आया है।
बेटे के क्रिया-कर्म में तूल नहीं किया; पतोहू से ही आग दिलाई उसकी। किंतु ज्यों ही श्राद्ध की अवधि पूरी हो गई, पतोहू के भाई को बुलाकर उसके साथ कर दिया, यह आदेश देते हुए कि इसकी दूसरी शादी कर देना। इधर पतोहू रो-रोकर कहती-मैं चली जाऊँगी तो बुढ़ापे में कौन आपके लिए भोजन बनाएगा, बीमार पड़े तो कौन एक चुल्लू पानी भी देगा? मैं पैर पड़ती हूँ, मुझे अपने चरणों से अलग नहीं कीजिए। लेकिन भगत का निर्णय अटल था। तू जा, नहीं तो मैं ही इस घर को छोड़कर चल दूँगा-यह थी उनकी आखिरी दलील और इस दलील के आगे बेचारी की क्या चलती?
(क) भगत जी द्वारा किया गया कौन-सा कार्य सामाजिक परंपरा के विरुद्ध था?
(i) अपनी पतोहू से बेटे की चिता को आग दिलाना
(ii) पतोहू को मायके भेजना
(iii) बेटे का श्राद्ध करना
(iv) बेटे की मृत्यु का उत्सव मनाना
उत्तर :
(i) अपनी पतोहू, से बेटे की चिता को आग दिलाना प्रस्तुत गद्यांश के अनुसार, बालगोबिन भगत के पुत्र की बीमारी के कारण कम उम्र में ही मृत्यु हो गई थी तथा अपने पुत्र की चिता को अग्नि उन्होंने स्वयं न देकर अपनी पतोहू से दिलाई। हमारे समाज में महिला द्वारा चिता को अग्नि देना समाज के विरुद्ध माना जाता है।
(ख) भगत जी की बात सुनकर लेखक को कभी-कभी क्या लगता था?
(i) भगत जी कितने बुद्धिमान हैं
(ii) भगत जी कितने ज्ञानी हैं
(iii) कहीं भगत जी पागल तो नहीं हो गए
(iv) भगत जी कितने अज्ञानी हैं
उत्तर :
(iii) कहीं भगत जी पागल तो नहीं हो गए भगत जी के पुत्र की मृत्यु हो गई थी। उनकी पुत्रवधू रो रही थी, परंतु वे गीत गाए जा रहे थे और गीत गाते-गाते अपनी पुत्रवधू को रोने के बदले उत्सव मनाने को कहते। उनकी ऐसी गतिविधियों को देखकर लेखक कभी-कभी यह सोचता कि कहीं भगत जी पागल तो नहीं हो गए हैं।
(ग) भगत जी की पतोहू अपने मायके क्यों नहीं जाना चाहती थी?
(i) भगत जी की बुढ़ापे में सेवा करने के कारण
(ii) दूसरी शादी नहीं करने के कारण
(iii) सामाजिक प्रताड़ना के कारण
(iv) गरीबी के कारण
उत्तर :
(i) भगत जी की बुढ़ापे में सेवा करने के कारण भगत जी के पुत्र की मृत्यु होने के पश्चात् पतोहू उनको छोड़कर नहीं जाना चाहती थी, क्योंकि उसके अनुसार भगत जी अकेले रह जाएंगे और कोई भी उनकी सेवा नहीं करेगा, उनके लिए भोजन बनाने वाला भी कोई नहीं था।
(घ) ‘यह थी उनकी आखिरी दलील’ प्रस्तुत गयांश में भगत जी की आखिरी दलील है
(i) प्रातःकाल प्रभात गाने की
(ii) पतोहू के न जाने पर स्वयं के घर छोड़ने की
(iii) पुत्र का श्राद्ध न करने की
(iv) पतोहू के भाई को बुलाने की
उत्तर :
(ii) पतोहू के न जाने पर र्वयं के घर छोड़ने की बालगोबिन भगत पुत्रवूू को मायके भेजकर उसकी दूसरी शादी कराना चाहते थे, परंतु उनकी पतोहू भगत जी को छोड़कर नहीं जाना चाहती थी, तो भगत जी ने कहा कि यदि तुम नहीं जाओगी, तो में ये घर छोड़कर चला जाकंगा।
(ङ) निम्न में से भगत जी द्वारा लिया गया कौन सा/से निर्णय अटल था/थे?
(i) बेटे का श्राद्ध करने का
(ii) अपनी पतोहू को उसके मायके भेजने का
(iii) अपनी पतोहू की दूसरी शादी कराने का
(iv) (ii) व (iii) दोनों
उत्तर :
(ii) और (iii) सही हैं भगत जी द्वारा लिया गया निर्णय अटल इसलिए था, क्योंकि उनको अपनी पतोहू की चिंता होने लगी थी कि अब इसके भविष्य का क्या होगा इसलिए उन्होंने पतोहू को उसके भाई के साथ मायके भेजने का निर्णय लिया और उसके भाई के समाने उसकी दूसरी शादी कराने का प्रस्ताव भी रखा।
प्रश्न 8.
‘क्षितिज’ के गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित दो बहुविकल्पी प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए-
(1) भगत ने अपने बेटे की मृत्यु पर अपनी भावनाएँ इनमें से किस प्रकार व्यक्त कीं ?
(क) वे फूट-फूटकर रोने लगे ।
(ख) वे तल्लीनता के साथ गीत गाने लगे ।
(ग) वे दुख ‘के कारण बेहोश हो गए।
(घ) वे चुपचाप आँसू बहाने लगे।
उत्तर:
(ख) वे तल्लीनता के साथ गीत गाने लगे।
(2) ‘लखनवी अंदाज’ कहानी के और भी दूसरे नाम हो सकते हैं । यहाँ कुछ नाम दिए गए हैं। जो नाम आपको कहानी के अनुकूल नहीं लगता, उसे चिह्नित कीजिए-
(क) ‘दिखावे के मारे – नवाब बेचारे ‘
(ख) ‘झूठी शान और नवाब साहब’
(ग) ‘नवाब साहब की रेल यात्रा’
(घ) ‘कड़वा खीरा’
उत्तर:
(घ) ‘कड़वा खीरा’
प्रश्न 9.
निम्नलिखित पठित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
मुख्य गायक के चट्टान जैसे भारी स्वर का साथ देती
वह आवाज़ सुंदर कमजोर काँपती हुई थी
वह मुख्य गायक का छोटा भाई है
या उसका शिष्य
या पैद्ल चलकर सीखने आने वाला दूर का कोई रिश्तेदार
(क) मुख्य गायक की आवाज कैसी होती है?
(i) कर्कश
(ii) पाषाण के समान कठोर
(iii) कमजोर
(iv) चट्टान जैसी भारी
उत्तर :
(iv) चट्टान जैसी भारी प्रस्तुत प्यांश के अनुसार, मुख्य गायक की आवाज अन्य सह-गायकों से थोड़ी भारी होती है।
(ख) मुख्य गायक के स्वर से स्वर मिलाती आवाज किसकी होती है?
(i) मुख्य गायक के शिष्य की
(ii) मुख्य गायक के अनुज की
(iii) संगीत सीखने वाले कोई रिश्तेदार की
(iv) उपरोक्त में से कोई भी हो सकता है
उत्तर :
(iv) उपरोक्त में से कोई मी हो सकता है मुख्य गायक के स्वर से स्वर मिलाती आवाज मुख्य गायक के शिष्यों की, मुख्य गायक के अनुज की. संगीत सीखने वाले किसी रिश्तेदार की या अन्य श्रोताओं की भी हो सकती है।
(ग) चट्टान जैसे भारी स्वर से क्या अभिप्राय है?
(i) कर्कश और कठोर स्वर
(ii) गंभीर और दमदार स्वर
(iii) तीखा और मृदु स्वर
(iv) कमजोर और पतला स्वर
उत्तर :
(ii) गंभीर और दमदार स्वर चट्टान जैसे भारी स्वर से अभिम्राय गंभीर और दमदार स्वर से है।
(घ) निम्नलिखित में से क्या मुख्य गायक का साथ देने वाले गायक के स्वर की विशेषता नहीं है?
(i) दमदार
(ii) कमजोर
(iii) कंपनयुक्त
(iv) सुंदर
उत्तर :
(i) दमदार प्रश्न में दी गयी विशेषताओं में दमदार तत्त्व मुख्य गायक का साथ देने वाले गायक के स्वर की विशेषता नहीं है, इसके अतिरिक्त सहायक गायक कमजोर, केयनयुक्त और सुंदर हो सकता है।
(ङ) किसकी आवाज में हिचक सुनाई देती है?
(i) मुख्य गायक के
(ii) संगतकार के
(iii) मुख्य गायक और संगतकार दोनों के
(iv) मुख्य गायक के शिष्य के
उत्तर :
(ii) संगतकार के संगतकार की आवाज में हिचक सुनाई देती है।
प्रश्न 10.
पाठ्यपुस्तक में निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित दो प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए- (1) ‘उत्साह’ कविता के आधार पर बादलों में कौन-कौन से गुण दिखाई दे रहे हैं?
(क) विध्वंसक और विप्लवकारी
(ख) विश्व को जीवनदान देने वाले
(ग) क्रांतिकारी चेतना के प्रतीक
(घ) इन सभी गुणों से युक्त
उत्तर:
(घ) इन सभी गुणों से युक्त
(2) परशुराम के स्वभाव की विशेषता है-
(क) वे क्षत्रियों से बहुत प्रेम करते थे
(ख) वे बहुत विनम्र स्वभाव वाले थे ।
(ग) वे बाल ब्रह्मचारी तथा अत्यंत क्रोधी स्वभाव वाले थे।
(घ) वे राम के भक्त थे ।
उत्तरः
(ग) वे बाल ब्रह्मचारी तथा अत्यंत क्रोधी स्वभाव वाले थे।
खंड ‘ब’
(वर्णनात्मक प्रश्न)
खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं जिनके निर्धारित अंक प्रश्न के सामने अंकित हैं।
प्रश्न 11.
गध पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25 – 30 शब्दों में लिखिए। (2 × 3 = 6)
(क) ‘बालगोबिन भगत’ पाठ में लेखक ने किस सामाजिक समस्या का समाधान प्रस्तुत करने का प्रयास किया है?
उत्तर :
(क) लेखक ‘बालगोबिन भगत’ पाठ के माध्यम से समाज में उपस्थित विधवाओं की समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करा रहे हैं। भगत ने इस समस्या का समाधान विधवा पुनर्विवाह के रूप में प्रस्तुत किया है। बालगोबिन भगत ने पतोहू के भाई को बुलाकर उसे पतोहू के पुनर्विवाह का आदेश दिया, क्योंकि भगत यह समझते थे कि विधवा जीवन अत्यधिक कष्टदायक होता है।
(ख) ‘वो लँगड़ा क्या जाएगा फौज़ में, पागल है पागल!” ‘नेताजी का चश्मा’ पाठ के आधार पर कैष्टन के प्रति पान वाले की इस टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया लिखिए।
उत्तर :
कैप्टन के प्रति पान वाले की यह टिप्पणी प्रत्येक उस देशभक्त का अपमान करती है, जो अपने देश से प्रेम करता है। आजकल देशभक्ति को ‘पागलपन’ और देशभक्त को ‘पागल’ कहा जाता है। ऐसी टिप्पणी देश एवं देशभक्तों का अपमान है, उनके बलिदान का अपमान है। वास्तव में, हमें देश को स्वाधीन कराने वाले उन लाखों स्वाधीनता सेनानियों का आभार व्यक्त करना चाहिए, जिनके कारण आज हम स्वतंत्र हवा में साँस ले पा रहे हैं।
(ग) ‘नवाब साहब खीरे खाने की तैयारी और इस्तेमाल से थककर लेट गए।” लखनवी अदाज़ पाठ के आधार पर बताइए कि “प्रस्तुत पंक्ति में लेखक ने किस पर व्यंग्य किया है और क्यों?
उत्तर :
प्रस्तुत पंक्ति के माध्यम से लेखक ने नवाब साहब पर व्यंग्य किया है, क्योंकि नवाब साहब ने पूरे जोर-शोर से खीरों को धोया, काटा, झाग निकाला, फॉक बनाकर जीरा-मिला हुआ नमक और लाल मिर्च बुरकाई, परंतु झूठी शान में आकर फॉकों को मात्र सूँघकर ही फेंक दिया और फिर पेट भर जाने का कृत्रिम अभिनय किया। इस वार्तविक शारीरिक श्रम एवं काल्पनिक स्वाद लेने के बाद नवाब साहब मानसिक रूप से संतुष्ट दिखाई देने की कोशिश करने लगे।
(घ) ‘एक कहानी यह भी’ पाठ के आधार पर प्रिसिपल का पत्र आने से लेखिका के पिता का क्रोध बाद में प्रशंसा में कैसे बदल गया?
उत्तर :
एक बार लेखिका के घर पर कॉलेज से प्रिंसिपल का पत्र आया, जिसमें उनकी शिकायत की गई थी। पत्र पढ़ते ही लेखिका के पिताजी क्रोध से भर उठे और उन्हें भला-बुरा कहने लगे। जब वह कॉलेज से वापस लौटे तो उनके क्रोध का स्थान प्रशंसा ने ले लिया था। उन्हें यह जानकार बहुत खुशी हो रही थी कि उनकी पुत्री को कॉलेज में छात्राएँ इतना सम्मान देती हैं कि उनके एक बार कह देने पर अपनी कक्षाओं का बहिष्कार तक कर देती हैं।
प्रश्न 12.
निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए-
(क) परशुराम के क्रोध करने पर राम और लक्ष्मण की प्रतिक्रियाओं के आधार पर उनके स्वभाव का वर्णन कीजिए ।
उत्तरः
राम और लक्ष्मण की प्रतिक्रियाओं से स्पष्ट होता है कि राम स्वभाव से बहुत शांत, धैर्यशील और विनम्र हैं। राम निडर, साहसी और मृदुभाषी हैं। वे गुरुजनों और बड़ों का सम्मान करना अपना कर्त्तव्य समझते हैं, वहीं लक्ष्मण वीर किन्तु उग्र स्वभाव के हैं। वे तर्कशील और वाक्पटु हैं। वे व्यंग्य करने में भी बहुत निपुण हैं । परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण के व्यंग्यपूर्ण वचन अग्नि में आहुति के समान तथा राम के वचन शीतल जल के समान प्रतीत होते हैं।
(ख) कवि बादल से फुहार, रिमझिम या बरसने के स्थान पर ‘गरजने ‘ के लिए क्यों कहता है ? विचार करके लिखिए ।
उत्तरः
निराला जी की ‘उत्साह’ कविता एक आह्वान गीत है, जिसमें कवि क्रांति की अपेक्षा करते हुए बादलों से गर्जना करने को कहता है । बादलों की फुहार और रिमझिम व्यक्ति के मन में कोमल भावनाओं का संचार करती है। ऐसे भावों से कवि का उद्देश्य पूरा नहीं होता। इसीलिए वह बादलों से गरजने के लिए कहता है, जिससे उदासीन लोगों के मन में उत्साह का संचार हो सके।
(ग) क्या वास्तव में उद्धव बड़भागी हैं? अपने विचारों के आधार पर लिखिए ।
उत्तर:
हमारे विचार से उद्धव वास्तव में बड़भागी हैं। उन्हें कृष्ण एवं गोपियों के सान्निध्य में रहने का अवसर मिला। जिस प्रकार सूरदास रसखान, मीराबाई आदि कृष्ण की भक्ति में लीन होकर धन्य हो गये तथा वे आज भी अमर हैं। उद्धव भी गोपियों एवं श्रीकृष्ण के संसर्ग में रहने के कारण आज भी लोगों के बीच अमर हैं। अत: उद्धव को वास्तव में सौभाग्यशाली कहा जाना चाहिए।
(घ) कविता में फसल उपजाने के लिए आवश्यक तत्वों की बात कही गई थी। वे आवश्यक तत्व कौन-कौन से हैं?
उत्तरः
खनिज लवण युक्त पानी, उर्वरा शक्ति युक्त मिट्टी, सूर्य की ऊष्मा, वायु तथा मानव का परिश्रम फसल उगाने हेतु आवश्यक तत्व हैं । कविता में इन्हीं सबके द्वारा फसल उपजाने की महिमा का वर्णन किया गया है।
प्रश्न 13.
पूरक पाठ्यपुस्तक के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50.60 शब्दों में लिखिए। (4 × 2 = 8)
(क) ‘पर्यावरण का संरक्षण हमारा नैतिक कर्त्तव्य है, किंतु लोगों द्वारा इसे भूलने के कारण दिन-प्रतिदिन पर्यावरण में परिवर्तन दिखाई दे रहे हैं। ‘साना-साना हाथ जोड़ि’ पाठ के आधार पर चर्चा कीजिए।
उत्तर :
पर्यावरण का संरक्षण हमारा नैतिक कर्त्तव्य है, किंतु लोगों द्वारा इसे भूलने के कारण दिन-प्रतिदिन पर्यावरण में परिवर्तन दिखाई दे रहे हैं। पर्यावरण का संरक्षण न करने के कारण प्रदूषण की मात्रा बहुत अधिक बढ़ गई है। प्रदूषण के कारण न केवल बर्फबारी कम हो गई है, बल्कि वातावरण में और भी अनेक प्रतिकूल परिवर्तन आ रहे है। इससे नदियों का जल प्रदूषित हो रहा है तथा भूमिगत जल का स्तर गिरता जा रहा है, जिसके फलस्वरूप पीने योग्य पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही, ध्यनि प्रदूषण व वायु प्रदूषण भी हो रहा है, जिससे मनुष्य अस्थमा, कैंसर तथा उच्च रक्तथाप, बहरापन, अनिद्रा एवं मानसिक अस्थिरता जैसे अनेक रोगों से ग्रस्त हो रहा है। प्रदूषण के कारण मनुष्य बुशहाल तथा निरोगी जीवन से दूर होता जा रहा है।
(ख) भोलानाथ एवं उसके मित्र सरल खेल खेलते थे। उन्हें लोगों को चिढ़ाने में भी मजा आता था। उनके द्वारा की गई ऐसी शरारतें क्या दर्शाती हैं? ‘माता का अँचल’ पाठ के आथार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
भोलानाथ एवं उसके मित्रों के खेल सरल होते थे। वे विभिन्न खेल खेलते थे; जैसे-मिट्टी की मिठाइयाँ बनाते, घरौंदा बनाते, खेती करने के खेंल खेलते तथा बारात के जुलूस में कनस्तर का तंबूरा बजाते चलते। ये सब खेल बाल-सुलभ भोलापन और सरलता के ही परिचायक हैं। उनके द्वारा की गई शरारतें; जैसे-मूसन तिवारी को चिढ़ाना, चूहे के बिल में पानी डालना आदि बाल-सुलभ स्वभाव को दर्शाती है।
(ग) वर्तमान समय में मनुष्य अपने झूठे अहम के कारण किसी भी सीमा तक जा सकता है। वह अपने कृत्य से होने वाली हानि का विश्लेषण नहीं करता। ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
वर्तमान समय में मनुष्य अपने झूठे अहम के कारण किसी भी सीमा तक जा सकता है। वह अपने कृत्य से होने वाली हानि का विश्लेषण नहीं करता, अपितु अपने अहम के झूठे तुष्टीकरण के लिए मानवता विरोधी कार्य भी बिना किसी भय के कर देता है। लेखक ने मछलियों के उदाहरण द्वारा मनुष्य की इसी प्रवृत्ति की ओर संकेत किया है।
सैनिकों द्वारा ब्रहापुत्र नदी में बम फेंककर मछलियों को मारना मनुष्य की अतिक्रमण एवं संपूर्ण विश्व पर अपने प्रभुत्व को बनाए रखने की प्रवृत्ति की ओर संकेत करता है। मनुष्य की इसी प्रवृत्ति का परिणाम था कि हिरोशिमा व नागासाकी में बम विस्फोट किया गया।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए-
(क) लोकतंत्र में मीडिया का उत्तरदायित्व
संकेत बिन्दु-
भूमिका
मीडिया का प्रमुख उत्तरदायित्व
लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका
आगे बढ़ने की होड़ में कर्तव्यपथ से भटकता मीडिया उपसंहार
उत्तरः
(क) लोकतंत्र में मीडिया का उत्तरदायित्व
लोकतंत्र जनहितकारी तथा न्याय पर आधारित शासन व्यवस्था है। लोकतंत्र को संपूर्ण विश्व में स्थापित करने के लिए मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । ईमानदार और निष्पक्ष मीडिया ही लोकतंत्र का आधार होता है। मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है। मीडिया के दो रूप हैं- प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रोनिक मीडिया। प्रिंट मीडिया में समाचार-पत्र – पत्रिकाएँ तथा इलेक्ट्रोनिक मीडिया में टी.वी., रेडियो, इंटरनेट आदि शामिल हैं। मीडिया को अपना कार्य करने की पूरी स्वतंत्रता होती है, इसलिए मीडिया का भी उत्तरदायित्व है कि वह किसी घटना या समाचार को पूरी निष्पक्षता के साथ जनता के समक्ष रखे। मीडिया का भयमुक्त होकर कार्य करना अत्यंत आवश्यक है। – पत्रों में भी संपादक को अपनी बात निष्पक्ष होकर लिखनी चाहिए। मीडिया जनजागरण का एक सशक्त माध्यम है, अतः वह बिना किसी प्रलोभन में आए हुए जनता को उनके अधिकारों और कर्त्तव्यों के प्रति भी जागरूक कर सकता है। मीडिया को अपना उत्तरदायित्व समझना होगा और सस्ती लोकप्रियता पाने के मोह से बचना होगा, तभी हमारे राष्ट्र का भविष्य उज्ज्वल होगा।
(ख) योग और छात्र जीवन
संकेत बिन्दु –
प्रस्तावना
ध्यान रखने योग्य बातें
योग के लाभ
उपसंहार
उत्तर:
(ख) योग और छात्र जीवन
योग भारतीय संस्कृति का मूलाधार है। छात्र जीवन में इसकी उपयोगिता और भी बढ़ जाती है। योग का शाब्दिक अर्थ है मिलान या जोड़ना । योगाभ्यास द्वारा व्यक्ति अपने मन और इद्रियों को नियंत्रित करके उनका आत्मा से मिलन कराने में समर्थ हो जाता है। योग और खेल छात्रों को ऊर्जावान रखते हैं और उन्हें जीवन के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण देते हैं। सुबह-सुबह योग का नियमित अभ्यास हमें कई शारीरिक और मानसिक रोगों से दूर रखता है। योग मुद्रा या आसन छात्रों के शरीर और दिमाग को तेज करते हैं साथ ही उनमें कल्याण की भावना पैदा करते हैं। योग नकारात्मक विचारों को नियंत्रित करता है। यह बच्चों को प्रकृति से भी जोड़ता है। योग द्वारा छात्र श्रेष्ठ जीवन का आचरण करके एक आदर्श मानव बन सकते हैं।
(ग) बिपति कसौटी जे कसे ते ही साँचे मीत
संकेत बिन्दु-
भूमिका
मित्र के गुण
सच्चे मित्र की पहचान
निष्कर्ष
उत्तरः
(ग) विपत्ति कसौटी जे कसे ते ही साँचे मीत
मित्रता एक पवित्र भावना है। जीवन में पग-पग पर मित्र की आवश्यकता पड़ती है। मित्र के अभाव में जीवन नीरस हो जाता है। आदर्श मित्र व्यक्ति का शुभचिंतक तथा मार्गदर्शक होता है । विपत्ति के समय साथ देने वाला ही सच्चा मित्र कहा जाता है। सच्चा मित्र मिलना बड़े सौभाग्य की बात है। कहा भी गया है – ‘विश्वासपात्र मित्र जीवन की औषधि है । ‘ एक सच्चा मित्र सदैव अपने साथी को सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है व उसे कुमार्ग, कुविचार और कुरीतियों से दूर रखने की कोशिश करता है। एक सच्चे मित्र की परख विपत्ति काल में ही होती है, इसीलिए तुलसीदास ने भी अच्छे मित्र की कसौटी विपत्ति ही बताई है। सच्चा मित्र हमारे जीवन में उत्साह भर देने वाला निष्कपट व्यक्ति होता है। एक सच्चा मित्र अमूल्य धरोहर है जो हमारे जीवन को सँवार देती है।
प्रश्न 15.
किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए।
आप अभिनव कुमार हैं। आपके शहर में बई फ्लू तीव्र गति से फैल रहा है, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग का ध्यान आकृष्ट कराने हेतु समाचार-पत्र के संपादक को अनुरोध करते हुए लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
अथवा
आप अर्पित त्यागी हैं। आपके छोटे भाई ने बोर्ड की परीक्षा में महत्त्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। पुरस्कार में वह पिताजी से एक मोटर साइकिल चाहता है। उसे बताइए कि वयस्क होने से पहले वाहन चलाना ठीक नहीं है। अपने छोटे भाई को समझाते हुए लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
उत्तर :
परीक्षा भवन,
जयपुर
दिनांक 25 जून, 20XX
सेवा में,
श्रीमान संपादक महोदय
अमर उन्नति, जयपुर (राजस्थान)।
विषय स्वास्थ विभाग के लापरवाह व्यवहार के कारण बर्ड फ्लू का तीव्रता से फैलना।
महोदय,
इस पत्र के माध्यम से में आपका ध्यान स्वास्थ विभाग के लापरवाह ब्यवहार की ओर दिलाना चाहता हूँ। हमारे क्षेत्र में तैनात स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अपने कर्दाव्य से विमुख हो गए हैं। वे कई-कई दिनों तक हमारे क्षेत्र में नहीं आते। यदि थोड़ी देर के लिए आ भी जाते हैं, तो अपना कार्य नहीं करते, बल्कि उसके स्थान पर किसी हलवाई या चाट-पकौड़ी वाले की दुकान पर बैठकर नाश्ता आदि करके वापस चले जाते हैं। हमारे क्षेत्र में बर्ड फ्लू संक्रामक रोग फैला हुआ है, जिससे लोग परेशान हो रहे है। उन्हें उधित समय पर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है जिस कारण कुछ लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ रही है। हमने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कई बार अपनी समस्याओं से अवगत भी कराया है, किंतु उन्होंने कोई उचित कार्यवाही नहीं की, उनकी लापरवाही कई जानें ले चुकी है। महोदय, आपसे विनम्र निवेदन है कि आप स्वयं अपने स्तर से जाँच कराने की कृपा करें, ताकि हमारी समस्याओं का निवारण किया जा सके।
धन्यवाद
प्रार्थी
अभिनव कुमार
अथवा
परीक्षा भवन,
मेरठ।
दिनांक 16 मार्थ, 20XX
प्रिय अनुज,
शुभाशीष!
कल फ़ोन पर पिताजी से बात हुई। यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता हुई कि तुमने बोर्ड की परीक्षा में कफ़ी उत्कृष्ट अंकों के साथ सफलता प्राप्त की है। इसके लिए तुम्हें ढेर सारी बधाइयाँ। पिताजी ने बताया कि इस सफलता के पुरस्कारस्वरूप तुम मोटर साइकिल मॉग रहे हो। भारतीय वाहन अधिनियम के अंतर्गत 18 वर्ष से कम आयु में वाहन चलाना दंडनीय अपराध है, जबकि तुम्हारी आयु अभी मात्र 14 वर्ष है। तुम चिता मत करो, उचित समय पर में स्वयं पिताजी से कहकर तुम्हें मोटर साइकिल
दिलवा दूँगा। मेरे वियार से अभी तुम्हें अपनी आगे आने वाली परीक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अभी तुम्हें जीवन की बहुत-सी महत्त्वपूर्ण परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करनी है। इनमें अच्छी सफलता तुर्हें यश एवं आत्मसंतुष्टि प्रदान करेगी। आशा है कि अब तुम मोटर साइकिल की जिद न करके अपना पूरा ध्यान आगे की पढ़ाई पर लगाओगे। माताजी एवं पिताजी को मेरा चरण-स्पर्श कहना। तुम्हें एक बार फिर से ढेर सारा प्यार।
तुम्हारा बड़ा भाई
अर्पित त्यागी
प्रश्न 16.
(क) आप अजय / अक्षिता हैं। आपको ज्ञात हुआ है कि राजीव गाँधी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में गणित शिक्षक का पद रिक्त है। यहाँ आवेदन हेतु एक संक्षिप्त स्ववृत (बायोडाटा) लगभग 80 शब्दों में तैयार कीजिए ।
अथवा
(ख) आप सुभाष / सुभाषिनी हैं। आपने अपने सहपाठियों के साथ शरारत – शरारत में कक्षा में रखा फर्नीचर तोड़ डाला । अपनी भूल की क्षमा माँगते हुए प्रधानाचार्य को लगभग 80 शब्दों में ई-मेल लिखिए ।
उत्तर:
(क) सेवा में,
प्रधानाचार्य,
राजीव गाँधी, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय
महोदय,
मुझे ज्ञात हुआ है कि आपके विद्यालय में गणित शिक्षक हेतु पद रिक्त है। जिसके लिए मैं अपना आवेदन-पत्र प्रस्तुत करना चाहता हूँ । वांछनीय विवरण निम्न प्रकार है-
नाम: श्री अजय कुमार
पिता का नाम: श्री अक्षय कुमार
माँ का नाम: श्रीमती नीरा
जन्म तिथि: 4.12.1990
वर्तमान पता: 65ए विकास नगर, पानीपत
स्थायी पता: 65ए विकास नगर, पानीपत
टेलीफोन: 0184-4587521
ई-मेल:
[email protected]
शैक्षणिक योग्यताएँ:
परीक्षा | बोर्ड | विषय | श्रेणी | प्रतिशत |
दसवीं | सीबीएसई | हिंदी, अंग्रेजी, साइंस, गणित, संस्कृत, संगीत | प्रथम | 90% |
बारहवीं | सीबीएसई | हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, संगीत | प्रथम | 90% |
स्नातक | पंजाब विश्वविद्यालय | हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित | प्रथम | 92% |
अन्य सम्बन्धित योग्यताएँ:
– कम्प्यूटर व अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान
धन्यवाद,
भवदीय,
अजय कुमार
fafe: 8-7-2021
स्थान: जालंधर
(ख)
To :
[email protected]
cc:
[email protected]
Subject: अनुशासन हीनता के लिए क्षमा-याचना हेतु
माननीय महोदय,
अथवा
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में दसवीं कक्षा का छात्र हूँ। मैंने अपनी कक्षा के दो सहपाठियों के साथ मिलकर शरारत की एवं कमरे का फर्नीचर तोड़ डाला। मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था । कक्षा अध्यापिका जी ने मुझसे ₹500 दण्ड ( जुर्माना ) स्वरूप माँगे हैं। मेरे पिताजी एक गरीब आदमी हैं । वह यह दण्ड राशि नहीं दे पाएँगे। मैं आपसे प्रार्थना करता हूँ कि मुझे इस बार क्षमा कर दिया जाए। मैं आश्वस्त करता हूँ कि मैं दोबारा कोई बुरा काम नहीं करूँगा।
धन्यवाद ।
आपका आज्ञाकारी शिष्य
सुभाष गुप्ता
कक्षा – दसवीं ‘ब’
प्रश्न 17.
आपके मोहल्ले में संगीत संध्या का कार्यक्रम होने वाला है। स्थानीय समिति उसका प्रचार करवाना चाहती है। आप उनके लिए लगभग 40 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।
अथवा
आप अनुराग जैन हैं। आपके मित्र का एस.एस. सी. परीक्षा के द्वारा क्लर्क पद पर चयन हुआ है। इस अवसर पर आप मित्र के लिए लगभग 40 शब्दों का शुभकामना एवं बधाई संदेश लिखिए।
उत्तर :
अथवा
शुभकामना संदेश
दिनांक : 12 अगस्त, 20XX
समय : 2: 00 बजे दोपहर
प्रिय मित्र
आज तुम्हारा सरकारी नौकरी में चयन के बारे में ज्ञात हुआ। तुमको इसके लिए बहुत-बहुत बधाई। एस. एस. सी. का पेपर पास करना बहुत ही गर्व की बात है। तुम्हारी इतने सालों की मेहनत और लगन आज रंग लाई है। तुमने आज अपने परिवार का नान रोशन कर दिया। में तुम्हारे लिए आज बहुत खुश हूँ। भगवान से प्रार्थना करता हूँ कि तुम जीवन में इसी तरह उन्नति करते जाओ।
तुम्हारा मित्र
अनुराग जैन