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CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi Course A Set 4 with Solutions
समय : 3 घंटे
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश:
- इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं-‘अ’ और ‘ब’। खंड ‘अ’ में वस्तुपरक/बहुविकल्पीय और खंड ‘ब’ में वस्तुनिष्ठ/वर्णनात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
- प्रश्न-पत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 17 है और सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।
- खंड ‘अ’ में कुल 10 प्रश्न हैं, जिनमें उपप्रश्नों की संख्या 44 है। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उपप्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- खंड ‘ब’ में कुल 7 प्रश्न हैं, सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
खंड ‘अ’
(बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्न)
खंड ‘अ’ में अपठित गद्यांश-पद्यांश, व्यावहारिक व्याकरण व पाठ्य-पुस्तक से संबंधित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्न दिए गए हैं, जिनमें प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित है।
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
हमारे देश में हिंदी फिल्मों के गीत अपने आरंभ से ही आम दर्शक के सुख-दु:ख के साथी रहे हैं। वर्तमान समय में हिंदी फिल्मों के गीतों ने आम जन के हृदय में लोकगीतों-सी आत्मीय जगह बना ली है। जिस तरह से एक जमाने में लोकगीत जनमानस के सुख-दु:ख, आकांक्षा, उल्लास और उम्मीद को स्वर देते थे, आज फिल्मी गीत उसी भूमिका को निभा रहे है। इतना ही नहीं देश की विविधता को एकता के सूत्र में बाँधने में हिंदी फिल्मों का योगदान सभी स्वीकार करते हैं।
हिंदी भाषा की शब्द संपदा को समृद्ध करने का जो काम राजभाषा विभाग तत्सम शब्दों की सहायता से कर रहा है, वही कार्य फिल्मी गीत और डायलॉग लिखने वाले विविध क्षेत्रीय भाषाओं के मेल से करते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। यह गाने जन-जन के गीत इसी कारण बन सके, क्योंकि इनमें राजनीति के उतार-चढ़ाव की अनुगूंजों के साथ देहाती कस्बायी और नए बने शहरों का देशज जीवन दर्शन भी आत्मसात् किया जाता रहा है। भारत की जिस गंगा-जमुनी संस्कृति का महिमामंडन बहुधा होता है, उसकी गूंज भी इन गीतों में मिलती है। आजादी की लड़ाई के दौरान लिखे प्रदीप के गीत हों या स्वाधीनता प्राप्त के साथ ही होने वाले देश के विभाजन की विभीषिका, सभी को इन गीतों में बहुत संवेदनशील रूप से व्यक्त किया गया है।
हिंदी फिल्मी गीतों के इस संसार में हिंदी-उर्दू का ‘झगड़ा’ भी कभी पनप नहीं सका। प्रदीप, नीरज जैसे शानदार हिंदी कवियों, इंदीवर तथा शैलेंद्र जैसे श्रेष्ठ गीतकारों और साहिर, कैफी, मजरूह जैसे मशहूर शायरों को हिंदी सिनेमा में हमेशा एक ही बिरादरी का माना जाता रहा है। यह सिनेमा की इस दुनिया की ही खासियत है कि एक तरफ गीतकार साहिर ने ‘कहाँ हैं कहाँ हैं / मुहाफिज खुदी के / जिन्हें नाज है हिंद पर / वो कहाँ हैं लिखा तो दूसरी तरफ उन्होंने ही ‘संसार से भागे फिरते हो / भगवान को तुम क्या पाओगे ! ये भोग भी एक तपस्या है / तुम प्यार के मारे क्या जानोगे/अपमान रचयिता का होगा/रचना को अगर ठुकराओगे!’ जैसी पंक्तियाँ भी रची हैं। परवर्तियों में गुलजार ऐसे गीतकार हैं, जिन्होंने उर्दू, हिंदी, पंजाबी, राजस्थानी के साथ पुरबिया बोलियों में मन को मोह लेने वाले गीतों की रचना की है। बंदिनी के ‘मोरा गोरा अंग लइले, मोहे श्याम रंग दइदे’, ‘कजरारे-कजरारे तेरे कारे-कारे नयना!’, ‘यारा सिली-सिली रात का ढलना’ और ‘चप्पा-चप्पा चरखा चले’ जैसे गीतों को रचकर उन्होंने भारत की साझा संस्कृति को मूर्तिमान कर दिया है। वस्तुतः भारत में बनने वाली फिल्मों में आने वाले गीत उसे विश्व-सिनेमा में एक अलग पहचान देते हैं। ये गीत सही मायने में भारतीय संस्कृति की खूबसूरती को अभिव्यक्त करते हैं।
(क) हिंदी फिल्मी गीतों और लोकगीतों में क्या समानता है?
(i) ये लोगों के रीति-रिवाजों, उनकी लालसाओं, उनकी सोच और कल्पनाओं को स्वर देते है।
(ii) ये लोगों के जीवन के अनुभवों, आमोद-प्रमोद, विचारों और दर्शन को स्वर देते हैं।
(iii) ये लोगों के आनंद, उनके शोक, उनके हर्ष और उनकी आशाओं को स्वर देते हैं।
(iv) ये लोगों के जीवन के यथार्थ और कठोरताओं में जिंदा रहने की चाह को स्वर देते हैं
उत्तर :
(iii) हिंदी फिल्मी गीतों और लोकगीतों में यह समानता है कि ये लोगों के आनंद, उनके शोक, उनके हर्ष और उनकी आशाओं को स्वर देते हैं।
(ख) हिंदी भाषा की शब्द संपदा को समृद्ध करने का काम फिल्मी गीतों ने किस प्रकार किया?
(i) राजभाषा विभाग से प्रेरणा पाकर
(ii) विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं के मेल से
(iii) क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों को प्रोत्साहित करके
(iv) विदेशी भाषाओं की फिल्मों को हतोत्साहित करके
उत्तर :
(ii) हिंदी भाषा की शब्द संपदा को समृद्ध करने का काम फिल्मी गीतों ने विमिन्न क्षेत्रीय भाषाओं के मेल से किया।
(ग) कथन (A) और कारण (R) को पढकर उपयुक्त विकल्प चुनिए।
कथन (A) हिंदी फिल्मों के गाने जन-जन के गीत बन गए हैं।
कारण (R) इन गीतों में राजनीति की अनुगूंजों के साथ, देहाती,
कस्बायी और नए बने शहरों का जीवन दर्शन भी आत्मसात् किया जाता रहा है।
(i) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।
(ii) कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं।
(iii) कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
(iv) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
उत्तर :
(iii) प्रस्तुत गद्यांश के आधार पर विकल्प (iii) सही है। कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
(घ) ‘हिंदी फिल्मी गीतों के इस संसार में हिंदी-उर्दू का ‘झगड़ा’ भी कभी पनप नहीं सका।’ प्रस्तुत कथन के पक्ष में निम्नलिखित तर्कों पर विचार कीजिए।
1. यहाँ सभी गीतकारों को एक ही बंधुत्व वर्ग का माना जाता है।
2. ये गीतकार सभी भाषाओं में समान रूप से गीत लिखते हैं।
3. इन गीतकारों में वैमनस्य व प्रतिस्पद्धा का भाव नहीं है।
कूट
(i) केवल 1 सही है।
(ii) केवल 2 सही है।
(iii) केवल 3 सही है।
(iv) केवल 1 और 2 सही है।
उत्तर :
(i) हिंदी फिल्मी गीतों के इस संसार में हिदी-उर्दू का ‘झगड़ा’ भी कभी पनप नहीं सका, व्योंकि यहों सभी गीतकारों को एक ही बंधुत्व वर्ग का माना जाता है।
(ङ) उपर्युक्त गद्यांश में हिंदी फिल्मी गीतों की किस विशेषता पर सर्वाधिक बल दिया गया है?
(i) ये गीत कलात्मक श्रेष्ठता व सर्वधर्म संभाव को अभिव्यक्त करते हैं।
(ii) ये गीत सांप्रदायिक सद्भाव को अभिव्यक्त करते हैं।
(iii) ये गीत पारस्परिक प्रेम व सद्भाव को अभिव्यक्त करते हैं।
(iv) ये गीत हमारी तहजीब की खूबसूरती को अभिव्यक्त करते हैं।
उत्तर :
(iv) प्रस्तुत गद्यांश में हिंदी फिल्मी गीत हमारी तहुजीब की खूकसूरती को अभिव्यक्त करते हैं। इस विशेषता पर सर्वाचिक बल दिया गया है।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 5 = 5)
मैं जब लौटा तो देखा
पोटली में बँधे हुए बूँटों ने
फेंके हैं अंकुर
दो दिनों के बाद आज लौटा हूँ वापस
किताबों, कपड़ों और निर्जन हवा की
फेंटी हुई गंध
पड़ी है चारों ओर धूल की एक परत और
जकड़ा है जग में बासी जल
जीवन की कितनी यात्राएँ करता रहा यह निर्जज मकान
मेरे साथ
तट की तरह स्थिर पर गतियों से भरा
सहता जल का समस्त कोलाहल-
सूख गए हैं नीम के दातौन
और पोटली में बँधे हुए बूँटों ने फेंके हैं अंकुर
निर्जन घर में जीवन की जड़ों को
अजीब गंध है घर में पोसते रहे हैं ये अंकुर
खोलता हूँ खिड़की-
और चारों ओर से दौड़ती है हवा
मानो इसी इंतजार में खड़ी थी पल्लों से सट के
पूरे घर को जल भरी तसली-सा हिलाती
मुझसे बाहर मुझसे अंजान
जारी है जीवन की यात्रा अनवरत
बदल रहा है संसार
(i) घर में किस प्रकार की गंध पसरी हुई थी?
(क) बासी खाद्य पदार्थों की
(ख) निर्जनता और बंद हवा की
(ग) किताबों और धूल की
(घ) अंकुरित चने की
उत्तर:
(ग) किताबों और धूल की
(ii) पोटली में बँधे चनों के अंकुरित होने का क्या अर्थ है?
(क) जीवन के बच जाने का
(ख) उर्वरता और नब-जीवन का
(गु) संभावनाओं के विस्तार का
(घ) फसल बोने का समय हो गया
उत्तर:
(ख) उर्वरता और नब-जीवन का
(iii) ‘मकान जड़ और एक स्थान पर स्थिर होने के बाद भी कवि की यात्राओं की गतिशीलता में सहयात्री है’ – यह भाव किस पंक्ति में है?
(क) निर्जन घर में जीवन की जड़ों को/पोसते रहे हैं ये अंकुर
(ख) अजीब गंध है घर में/किताबों, कपड़ों और निर्जन हवा की
(ग) तट की तरह स्थिर पर गतियों से भरा
(घ) पूरे घर को जल भरी तसली-सा हिलाती
उत्तर:
(क) निर्जन घर में जीवन की जड़ों को/पोसते रहे हैं ये अंकुर
व्याख्यात्मक हल:
मकान जड़ और एक स्थान पर स्थिर होने के बाद भी कवि की यात्राओं की गतिशीलता में ‘सहयात्री हैं-यह भाव ‘निर्जन घर में जीवन की जड़ों’ पंक्ति में है।
(iv) कथन (A) और कारण (R) पर विचार करते हुए सही विकल्प चुनिए –
कथन (A): कवि के दो दिनों के बाद घर में लौटने पर घर की स्थिति का वर्णन किया गया है।
कारण (R): कवि अपने घर में अकेला है और उसके न होने पर घर निर्जन था। हि
(क) कथन (A) सही है, किन्तु कारण (R) गलत है।
(ख) कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है।
(ग) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं।
(घ) कथन (A) और कारण (R) दोनों गलत हैं।
उत्तर:
(ग) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं
(v) काव्यांश की शैली किस प्रकार की है? |
(क) चित्रात्मक
(ख) विवरणात्मक
(ग) कथात्मक
(घ) वर्णनात्मक
उत्तर:
(क) चित्रात्मक
प्रश्न 3.
निर्देशानुसार रचना के आधार पर वाक्य भेद पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार के उत्तर दीजिए। (1 × 4 = 4)
(क) ‘रसूलन और बतूलन ने गाना गाया, क्योंकि इसी से अमीरुद्दीन को खुशी मिलती है।’ सरल वाक्य में लिखिए।
(i) रसूलन और बतूलन के गायन से अमीरुद्दीन को खुशी मिलती है।
(ii) रसूलन और बतूलन जैसे ही गाती हैं अमीरुद्दीन को खुशी मिलती है।
(iii) रसूलन और बतूलन गाती हैं और अमीरुद्दीन को खुशी मिलती है।
(iv) रसूलन और बतूलन के गीतों से अमीरुद्दीन को खुशी मिलती है।
उत्तर :
(i) रसूलन और बतूलन के गायन से अमीरुद्दीन को खुशी मिलती है।
(ख) ‘दूसरी बार, जब हालदार साहब उधर से गुजरे तो उन्हें मूर्ति में कुछ अंतर दिखाई दिया’ इस मिश्रित वाक्य को संयुक्त वाक्य में बदलिए।
(i) जैसे ही दूसरी बार हालदार साहब उधर से गुजरे, उन्हें मूर्ति में कुछ अंतर दिखाई दिया।
(ii) दूसरी बार उधर से गुजरते समय हालदार साहब को मूर्ति में कुछ अंतर दिखाई दिया।
(iii) दूसरी बार हालदार साहब उधर से गुजरे और उनको मूर्ति में कुछ अंतर दिखाई दिया।
(iv) जब भी हालदार साहब उधर से गुजरते हैं मूर्ति में अंतर दिखाई देता है।
उत्तर :
(iii) दूसरी बार हालदार साहब उथर से गुजरे और उनको मूर्ति में कुछ अंतर दिखाई दिया।
(ग) मिश्र वाक्य का उदाहरण है
(i) अजमेर से पहले पिता जी इंदौर में थे।
(ii) हुड़दंग तो इतना मचाया कि कॉलेज वालों को थर्ड इयर भी खोलना पड्रा।
(iii) हमने हुड़दंग मचाया और कोलेज वालों ने थर्ड इयर खोल दिया।
(iv) हमारे हुड़दंग मचाने के कारण कॉलेज वालों को थर्ड इयर भी खोलना पड़ा।
उत्तर :
(ii) हुड़र्दंग तो इतना मचाया कि कौलेज वालों को थर्ड इयर भी खोलना पड़ा।
(घ) निम्नलिखित वाक्यों में संयुक्त वाक्य पहचानकर नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक सही विकल्प चुनिए।
1. असफल होने पर शोक करना व्यर्थ है।
2. मैं एक दिन अमेरिका जाऊँगी तथा अपना शेष जीवन वहीं बिताऊँगी।
3. जैसे ही रमेश आया, वैसे ही मोहन चल दिया।
4. विद्यार्थी परिश्रमी है, तो अवश्य सफल होगा। कूट
(i) 1 और 2 सही हैं।
(ii) 2 और 3 सही हैं।
(iii) 1 और 4 सही हैं।
(iv) 2 और 4 सही हैं।
उत्तर :
(iv) 2 और 4 सही हैं।
(ङ) सूची 1 को सूची 2 से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए।
सूची 1 | सूची 2 |
A. सुरेश के आ जाने से सब प्रसन्न हो गए। | 1. मिश्र वाक्य |
B. मैं युवा थी और शीला अग्रवाल की जोशीली बातों ने रगों में बहते खून को लावे में बदल दिया था। | 2. सरल वाक्य |
C. कुछ लोग इसलिए दान करते हैं कि उनका नाम हो। | 3. संयुक्त वाक्य |
कूट
A B C
(i) 123
(ii) 2 3 1
(iii) 1 3 2
(iv) 2 1 3
उत्तर :
(ii) (A) -2 , (B) -3, (C) -1
प्रश्न 4.
निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं
चार
प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 4 = 4)
(i) “दुकानदार द्वारा उचित मूल्य लिया गया’ कर्तृवाच्य में बदलिए।
(क) दुकानदार द्वारा उचित मूल्य लिया जाएगा।
(ख) दुकानदार द्वारा उचित मूल्य लिया जा सकता है।
(ग) दुकानदार उचित मूल्य लेता था।
(घ) दुकानदार ने उचित मूल्य लिया।
उत्तर:
(घ) दुकानदार ने उचित मूल्य लिया।
व्याख्यात्मक हल:
विकल्प (क) व (ख) में कर्ता के साथ ‘द्वारा’ लगा होने से वे कर्तृवाच्य नहीं हैं जबकि विकल्प (ग) में वाक्य का काल परिवर्तित हो जाने से वह सही उत्तर नहीं है।
(ii) ‘धर्मगुरु ने कामिल बुल्के की बात मान ली। ‘ कर्मवाच्य में बदलिए।
(क) धर्मगुरु द्वारा कामिल बुल्के की बात मान ली गई।
(ख) धर्मगुरु कामिल बुल्के की बात मानते हैं।
(ग) धर्मगुरु ने बात मान ली कामिल बुल्के की।
(घ) धर्मगुरु से कामिल बुल्के की बात मानी जाएगी।
उत्तर:
(क) धर्मगुरु द्वारा कामिल बुल्के की बात मान ली गई।
व्याख्यात्मक हल:
विकल्प (ख) कर्तृवाच्य है। (क्रिया कर्ता के अनुसार होने के कारण) जबकि विकल्प (ग) व्याकरणिक दृष्टि से सही नहीं है। विकल्प (घ) में काल परिवर्तित हो गया है। केवल विकल्प (क) में कर्ता के साथ ‘द्वारा’ का प्रयोग होने व क्रिया कर्मानुसार होने से सही है।
(iii) ‘फिर कभी देखा जाएगा। ‘ में वाच्य भेद बताइए।
(क) कर्तृवाच्य।
(ख) कर्मवाच्य।
(ग) भाववाच्य।
(घ) करणवाच्य।
उत्तर:
(ग) भाववाच्य।
व्याख्यात्मक हल:
यह भाववाच्य है क्योंकि यहाँ क्रिया का विधान ‘भाव’ के अनुसार है। क्रिया अकर्मक, एकवचन, पुल्लिग और अन्य पुरुष में है।
(iv) निम्नलिखित वाक्यों में से कर्तृवाच्य का उदाहरण नहीं है –
(1) तुम चुप नहीं रह सकते।
(2) मुझसे बात मत करो।
(3) किसान द्वारा दिन-रात श्रम करके फसल उगाई जाती है।
(4) मुझसे बैठा नहीं जाता।
विकल्प
(क) (1) सही है।
(ख) (1) और (2) सही हैं।
(ग) (3) और (4) सही हैं।
(घ) (3) सही है।
उत्तर:
(घ) (3) सही है।
व्याख्यात्मक हल:
यहाँ कर्ता के साथ ‘द्वारा’ का प्रयोग और क्रिया का विधान ‘फ़सल’ कर्म के अनुसार होने के कारण यह कर्मवाच्य का उदाहरण है, अत: विकल्प (घ) सही है।
(v) सूची को सूची 2 से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए –
सूची (1) | सूची (2) |
(1) हमसे खेला नहीं जाताहै। | (i) भाववाच्य |
(2) हालदार साहब ने पान खाया | (ii) कर्तृवाच्य |
(3) दादा जी द्वारा अख़बार पढ़ा गया। चर हे | (iii) कर्मवाच्य |
विकल्प
(क) 1. (i), 2. (ii), 3. (iii)
(ख) 1. (ii), 2. (iii), 3. (i)
(ग) 1. (iii), 2. (ii), 3. (i)
(घ) 1. (iii), 2. (i), 3. (ii)
उत्तर:
(क) 1. (i), 2. (ii), 3. (iii)
प्रश्न 5.
निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार के उत्तर दीजिए। (1 × 4 = 4)
(क) हम देहरादून घूमने गए। ….. रेखांकित पद का परिचय है?
(i) संज़ा, प्रथम पुरुष, पुल्लिग, बहुवचन, कर्ता
(ii) सर्वनाम, प्रथम पुरुष, पुल्लिग, बहुवचन, कर्ता
(iii) सर्वनाम, प्रथम पुरुष, पुल्लिग, एकवचन, कर्ता
(iv) सर्वनामिक विशेषण, प्रथम पुरुष, पुल्लिग, बहुबचन, कर्ता
उत्तर :
(ii) सर्वनाम, प्रथम पुरुष, पुल्लिग, बहुवचन, कर्ता
(ख) शशि दसर्वीं कक्षा में पढ़ती है। …, रेखांकित पद का परिचय है?
(i) विशेषण, संख्यावाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, ‘कक्षा’ विशेष्य
(ii) क्रियाविशेषण, परिमाणवाचक, ‘पढ़ना’ क्रिया
(iii) विशेषण, गुणवाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, ‘कक्षा’ विशेष्य
(iv) विशेषण, संख्यावाचक, स्त्रीलिंग, बहुवचन, ‘कक्षा’ विशेष्य
A B C
(ii) 2 3 1
(iv) 213
उत्तर :
(i) विशेषण, संख्यावाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, ‘कबा’ विशेष्य
(ग) वह स्कूल से अभी-अभी आया है। … रेखांकित पद का परिचय है।
(i) संज्ञा, जातिवाचक, एकवचन, पुल्लिग, करण कारक
(ii) संज्ञा, व्यक्तिवाचक, एकवचन, पुल्लिग, अपादान कारक
(iii) संज्ञा, जातिवाचक, बहुवचन, पुल्लिग, अपादान कारक
(iv) संज्ञा, जातिवाचक, एकवचन, पुल्लिग, अपादान कारक
उत्तर :
(iv) संज्ञा, जातिवाचक, एकवचन, पुल्लिग, अपादान कारक
(घ) वह मेरी बात पर बहुत हँसा।… रेखांकित पद का परिचय है।
(i) परिमाणवाचक क्रियाविशेषण, हैंसना क्रिया का विशेषण
(ii) विशेषण, संख्यावाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, ‘हँसना’ विशेष्य
(iii) विशेषण, परिमाणवाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, ‘हँसना’ विशेष्य
(iv) विशेषण, परिमाण वाचक, पुल्लिग, एकवचन, ‘हँसना’ विशेष्य
उत्तर :
(i) परिमाणवाचक क्रियाविशेषण, हैंसना क्रिया का विशेषण
(ङ) योग्य पिता की संतान भी योग्य होती है।… रेखांकित पद का परिचय है।
(i) संज्ञा, जातिवाचक, त्रीलिंग, एकवचन
(ii) संज्ञा, व्यक्तिवाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन
(iii) संज्ञा, जातिवाचक, पुल्लिग, एकवचन
(iv) विशेषण, गुणवाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, ‘पिता’ विशेष्य
उत्तर :
(i) संज्ञा, जातिवाचक, स्त्रीलिंग, एकवयन
प्रश्न 6.
निर्देशानुसार ‘ अलंकार ‘ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं
चार
प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 4 = 4)
(i) ‘जो रहीम गति दीप की कुल कपूत की सोय।
बारै उजियारों करै, बढ़े अँधेरो होय।’
इस दोहे में प्रयुक्त अलंकार है –
(क) अतिशयोक्ति
(ख) उत्प्रेक्षा
(गे) श्लेष
(घ) मानवीकरण
उत्तर:
(गे) श्लेष
व्याख्यात्मक हल:
श्लेष का अर्थ होता है चिपका हुआ। जब किसी शब्द का प्रयोग एक बार ही किया जाता है लेकिन उससे कई अर्थ निकलते हैं तो उसे श्लेषण अलंकार कहा जाता है।
(ii) ‘सोहत ओढ़े पीत-पट स्थाम सलौने गात।
मनो नीलमणि सेल पर आतप परयो प्रभात॥ ‘
इस दोहे में प्रयुक्त अलंकार है –
(क) अतिशयोक्ति
(ख) उत्प्रेक्षा
(ग) श्लेष
(घ) मानवीकरण
उत्तर:
(ख) उत्प्रेक्षा
(iii) “उषा सुनहले तीर बरसती ह
जय लक्ष्मी-सी उदित हुई। ‘
इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है –
(क) श्लेष
(ख) अतिशयोक्ति
(ग) उत्प्रेक्षा
(घ) मानवीकरण
उत्तर:
(घ) मानवीकरण
(iv) ‘हिमकणों से पूर्ण मानो हो गए पंकज नए।’
इस काव्य-पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार है –
(क) उत्रेक्षा
(ख) श्लेष
(ग) अतिशयोक्ति
(घ) मानवीकरण
उत्तर:
(क) उत्रेक्षा
(v) ‘देखि सुदामा की दीन-दशा करुणा करके करुणानिधि रोए,
पानी परात कौ हाथ छुऔ नहिं नैनन के जल सौं पग धोए।’
इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है –
(क) श्लेष
(ख) उत्प्रेक्षा
(ग) मानवीकरण
(घ) अतिशयोक्ति
उत्तर:
(घ) अतिशयोक्ति
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
जीप कस्बा छोड़कर आगे बढ़ गई, तब भी हालदार साहब उस मूर्ति के बारे में ही सोचते रहे और अंत में इस निष्कर्ष पर पहुँचे कि कुल मिलाकर कस्बे के नागरिकों का यह प्रयास सराहनीय ही कहा जाना चाहिए। महत्त्व मूर्ति के रंग-रूप या कद का नहीं, उस भावना का है वरना तो देशभक्ति भी आजकल मजाक की चीज होती जा रही है। दूसरी बार जब हालदार साहब उधर से गुजरे तो उन्हें मूर्ति में कुछ अंतर दिखाई दिया। ध्यान से देखा तो पाया कि चश्मा दूसरा है। पहले मोटे फ्रेमवाला चौकोर चश्मा था, अब तार के फ्रेमवाला गोल चश्मा है। हालदार साहब का कौतूहल और बढ़ा। वाह भई क्या आइडिया है। मूर्ति कपड़े नहीं बदल सकती, लेकिन चश्मा तो बदल ही सकती है।
(क) ‘जीप कस्बा छोड़कर आगे बढ़ गई’ अर्थात्
(i) जीप कस्बे में बिना रुके आगे बढ़ गई।
(ii) जीप कस्वे में रूक कर आगे बढ़ गई।
(iii) जीप कस्बे में रुक गई।
(iv) जीप कस्बे में नहीं गई।
उत्तर :
(i) ‘जीप कस्बा छोड़कर आगे बढ़ गई’ अर्थात् जीप कस्वे में बिना रुके ही आगे बढ़ गई।
(ख) हालदार साहब किसके विषय में सोचते रहे?
(i) नेताजी के विषय में
(ii) मूर्ति के विषय में
(iii) चौराहे के विषय में
(iv) कस्बे के विषय में
उत्तर :
(ii) हालदार साहब मूर्ति के विषय में ही सोचते रहते थें।
(ग) ‘वरना तो देशभव्ति भी आजकल मजाक की चीज होती जा रही है।’ से आशय है …..
(i) आजकल देशभक्त होना संभव नहीं है।
(ii) आजकल देशभक्त होना हास्यास्पद हो गया है।
(iii) आजकल सभी देशभक्त हो गए हैं।
(iv) आजकल देशभक्ति की प्रासंगिकता नहीं है।
उत्तर :
(ii) ‘वरना तो देशभक्ति भी आजकल मजाक की चीज होती जा रही है’ इस पंक्ति का आशय है कि आजकल देशभक्त होना हास्यास्पद हो गया है।
(घ) दूसरी बार जब हालदार साहब उधर से गुजरे, तो उन्हें मूर्ति में क्या अंतर दिखाई दिया?
(i) मूर्ति पर कोई चश्मा नहीं था।
(ii) मूर्ति पर पुराना चश्मा था।
(iii) मूर्ति पर एक नया चश्मा था।
(iv) मूर्ति क्षतिग्रस्त थी।
उत्तर :
(iii) दूसरी बार जब हालदार साहब उधर से गुजरे, तो उन्हें मूर्ति पर एक नया चश्मा दिखाई दिया।
(ङ) ‘नेताजी का चश्मा’ पाठ
(i) देशभक्ति के भाव पर व्यंग्य करता है।
(ii) देशभक्ति की प्रासंगिकता पर सवाल उठाता है।
(iii) देशर्भक्ति के महत्त्व को स्थापित करता है।
(iv) देशभक्ति के प्रति उम्मीद जगाता है।
उत्तर :
(iv) ‘नेताजी का चश्मा’ पाठ देशभक्ति के प्रति उम्मीद जगाता है।
प्रश्न 8.
गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित दो बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 2 = 2)
(i) बालगोबिन भगत साथु की सभी परिभाषाओं पर किन गुणों के कारण खरे उतरते थे ?
(क) मधुर गायन, खेतीबाड़ी करना, गांधीवादी दर्शन, सारा समय पूजा पाठ में बिताना
(ख) मृत्यु से न घबराना, हर समय भजन में लीन रहना, बेटे व बहू से बहुत प्रेम करना
(ग) सात्विक गृहस्थ जीवन, सत्यवादिता, शुद्ध व्यवहार, कबीर दर्शन से सज्जित आत्मा
(घ) आस्तिकता, समाज-सेवा, प्रतिदिन मंदिर जाना, रास्ते में जो भी मिले, उसे उपदेश देना
उत्तर:
(ग) सात्विक गृहस्थ जीवन, सत्यवादिता, शुद्ध व्यवहार, कबीर दर्शन से सज्जित आत्मा
व्याख्यात्मक हल:
सात्विक गृहस्थ जीवन व्यतीत करने, सदा सत्य बोलने, सबसे खरा व्यवहार करने और कबीर के दर्शन के प्रति सच्ची आस्था रखने के कारण बालगोबिन भगत एक सच्चे साधु की सभी परिभाषाओं पर खरे उतरते थे।
(ii) शास्त्रों में काशी किस नाम से प्रसिद्ध है?
(क) कानन वन
(ख) आनंदकानन
(ग) नंदन वन
(घ) देव वन।
उत्तर:
(ख) आनंदकानन
व्याख्यात्मक हल:
काशी का वातावरण आनंदमय है। यहाँ संगीत, सुर और अदब का बोलबाला है। यहाँ का जीवन संगीत, गंगा मैया और मंदिरों से सुशोभित है, इसलिए शास्त्रों में काशी को ‘ आनंदकानन’ कहा गया है।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित पठित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए।
बिहसि लखन बोले मृदु बानी। अहो मुनीसु महाभट मानी।। पुनि पुनि मोहि देखाव कुठारु। चहत उड़ावन फूँकि पहारू॥। इहाँ कुम्हड़बतिया कोड नाहीं। जे तरजनी देखि हरि नाहीं।। देखि कुठारु सरासन बाना। मैं कछु कहा सहित अभिमाना।। भृगुसुत समुझि जनेउ विलोकी। जो कछु कहहु सह रिस रोकी।। सुर महिसुर हरिजन अरु गाई। हमरे कुल इन्ह पर न सुराई।। बधे पापु अपकीरति हारें। मारतहूँ पा परिअ तुम्हारे।।
(क) परशुराम बार-बार अपना कुठार किसे और क्यों दिखा रहे हैं?
(i) राम को भयभीत करने के लिए
(ii) लक्ष्मण को भयभीत करने के लिए
(iii) विश्नामित्र को भयभीत करने के लिए
(iv) महाराज जनक को भयभीत करने के लिए
उत्तर :
(ii) परशुराम बार-दार अपना कुठार लक्ष्मण को मयभीत करने के लिए दिखा रहे हैं।
(ख) निम्नलिखित पंक्तियों में से किस पंक्ति से लक्ष्मण के शक्तिशाली होने का पता चलता है?
(i) बिहसि लखनु बोले मृदु बानी। अहो मुनीसु महाभट मानी।।
(ii) पुनि-पुनि मोहि देखाव कुठारु। चहत उड़ावन फूँकि पहारू॥।
(iii) देखि कुठाह सरासन बाना। मैं कुछ कहा सहित अभिमाना।।
(iv) इहाँ कुम्हड़बतिया कोठ नाहीं। ते तरजनी देखि मरि जाहीं।
उत्तर :
(iv) प्रस्तुत पद्यांश में “इइाँ कुम्हड़बतिया कोठ नाहीं। ते तरजनी देखि मरि जाहीं” पंक्ति से लक्ष्मण के शक्तिशाली होने का पता चलता है।
(ग) रघुकुल में किन-किन के प्रति अपनी वीरता का प्रदर्शन नहीं किया जाता है?
(i) देवता, ब्राह्यण, ईश्वर भक्त और गाय पर
(ii) स्त्रियों, बच्चों, ईश्वर भक्त और गाय पर
(iii) देवता, राजा, वीर योद्धा और स्त्रियों पर
(iv) स्त्रियों, बच्चों, राजा और गाय पर
उत्तर :
(i) रघुकुल में देवता, ब्रात्राण, ईश्वर भक्त और गाय के प्रति अपनी वीरता का प्रदर्शन नहीं किया जाता है।
(घ) ‘बिहसि लखन बोले मृदु बानी।’ अहो मुनीसु महाभट मानी’ यह कथन ………. का उदाहरण है।
(i) व्यंग्य का
(ii) हास्य का
(iii) क्रोध का
(iv) वैराग्य का
उत्तर :
(i) ‘बिहसि लखन बोले मृदु बानी।’ अहो मुनीसु महाभट मानी’ यह कथन ब्यंग्य का उदाहरण है।
(ङ) उपर्युक्त पद्यांश में लक्ष्मण के चरित्र की कौन-सी विशेषता उजागर होती है?
(i) वीरता
(ii) घैर्य
(iii) शिष्टता
(iv) विनम्रता
उत्तर :
(i) प्रस्तुत पद्यांश में लक्ष्मण के चरित्र की वीरता उजागर होती है।
प्रश्न 10.
पाठ्यपुस्तक में निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित दो प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 2 = 2)
(i) कवि नागार्जुन ने शिशु के कोमल स्पर्श से किन-किन परिवर्तनों की संभावना व्यक्त की है?
(क) कठोर पाषाण का पिघल कर जल बन जाना
(ख) बाँस या बबूल जैसे कँटीले पेड़ों से शेफ़ालिका के फूल झड़ने लगना
(ग) मन उदास हो जाना
(घ) विकल्प (क) और (ख) दोनों सही हैं।
उत्तर:
(घ) विकल्प (क) और (ख) दोनों सही हैं।
व्याख्यात्मक हल:
कवि का मानना है कि शिशु का कोमल स्पर्श पाकर कठोर हृदय व्यक्ति भी सहदय हो जाएगा। उस के स्पर्श से बाँस या बबूल के कँटीले पेड़ों से शेफ़ालिका के फूल झड़ने लगे होंगे।
(ii) तीब्र या ऊँचे स्वर में गाई जाने वाली ‘सरगम’ को क्या कहते हैं?
(क) तार सप्तक
(ख) अनहद
(ग) मंद्र सप्तक
(घ) मध्य सप्तक।
उत्तर:
(क) तार सप्तक
खंड ‘ब’
(वर्णनात्मक प्रश्न)
खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं, जिनके निर्धारित अंक प्रश्न के सामने अंकित हैं।
प्रश्न 11.
गध पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए।
(क) क्या आपको नवाब साहब का व्यवहार सामान्य लगा? क्यों? युक्तियुक्त उत्तर दीजिए।
उत्तर :
नहीं हमें नवाब साहब का व्यवहार सामान्य नहीं लगा, क्योंकि एक तरफ तो नवाब साहब खीरा छीलने, काटने, नमक-मिर्च बुरकने आदि की प्रक्रिया कर रहे थे और दूसरी तरफ लेखक की उपेक्षा कर रहे थे।
(ख) महानगरों की ‘फ्लैट-कल्चर’ और लेखिका मन्नू भंडारी के ‘पड़ोस-कल्चर में क्या अंतर दिखाई देता है? विचार करते हुए लिखिए।
उत्तर :
महानगरों की फ्लेट-कल्यर में अफेलापन, परस्पर अलगाव व कृत्रिम जीवन है, जबकि लेखिका मन्नू भंडारी के पड़ोस-कल्चर में पारस्परिक सद्भाव, पारिवारिक संबंध तथा सहज जीवन है।
(ग) ‘मंगल ध्वनि’ का क्या अभिप्राय है? बिस्मिल्लाह खान को ‘शहनाई की मंगल ध्वनि का नायक’ क्यों कहा गया है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
‘मंगल ध्चनि’ से अभिप्राय मांगलिक विधि-विधानों में प्रयुक्त होने वाले वाद्ध यंत्र से है। बिस्तिल्लाह खान को ‘शहनाई की मंगल ध्वनि का नायक’ इसीलिए कहा जाता है, क्योंकि वह सर्वश्रेष्ठ शहनाई वादक थे। उनकी बाबा विश्वनाथ के प्रति अटूट आस्था थी। वह निर्रतर शहनाई का रियाज करते रहते थे और बहुत सरल-सहज स्वभाव के थे। वे दिखावे तथा आडबर से दूर रहते थे।
(घ) सच्चे अर्थों में ‘संस्कृत व्यक्ति’ किसे कहा जाता है? संस्कृति पाठ के आधार पर तर्क सहित लिखिए।
उत्तर :
जो व्यक्ति अपनी नुद्धि और विवेक से समाज को किसी नए तथ्य से अवगत कराता है और अनुसंधान करता है, वह व्यक्ति ही वास्तविक अर्थों में संस्कृत व्यक्ति है। ऐसा व्यक्ति नए-नए आविष्कार करता है; जैसे – न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण का सिद्धात खोजा। वह वास्तविक अर्थों में संस्कृत य्यक्ति थे।
प्रश्न 12.
पद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए – (2 × 3 = 6)
(i) आपके द्वारा पठित सूरदास के पदों में किस रस की प्रधानता है? इसमें कौन-कौन प्रमुख पात्र हैं?
उत्तर:
इन सभी पदों में गोपियों की विरह-व्यथा का वर्णन किया गया है अत: इनमें वियोग श्रृंगार रस की प्रधानता है। सूरदास के इन पदों में श्रृंगार और वात्सल्य रस की प्रधानता है। इनमें कृष्ण, गोपियाँ तथा उद्धव आदि प्रमुख पात्र हैं।
(ii) परशुराम विश्वामित्र से लक्ष्मण की शिकायत किन शब्दों में करते हैं ?
उत्तर:
परशुराम विश्वामित्र से लक्ष्मण की शिकायत करते हुए कहते हैं कि यह बालक बहुत मंदबुद्धि और कुटिल है। काल के वशीभूत होकर यह अपने कुल का घातक बन रहा है। यह सूर्यवंशी चंद्रमा का कलंक, अत्यंत उद्दंड और मूर्ख है। मैं तुम्हें चेतावनी देता हूँ कि क्षणभर में यह काल का ग्रास हो जाएगा फिर तुम मुझे दोष न देना।
(iii) आत्मकथा लिखने के लिए किन गुणों की आवश्यकता होती है ? कवि के लिए यह कार्य कठिन क्यों था ? सोचकर लिखिए।
उत्तर:
आत्मकथा लिखने के लिए किसी व्यक्ति में व्यक्तित्व की विशालता के साथ-साथ ईमानदारी, साहस और सच्चाई की आवश्यकता होती है। जयशंकर प्रसाद के अंदर यह समस्त गुण विद्यमान थे, किंतु अपनी विनम्रता और महानता के कारण वे अपने जीवन को आत्मकथा लिखने योग्य नहीं मानते थे । उन्हें लगता था कि उनके जीवन में कोई ऐसी महान् उपलब्धि नहीं है, जिसकी सराहना की जाए अर्थात् उनके इस जीवन में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिससे लोग प्रेरणा ले सकें।
(iv) कवि के अनुसार फसल क्या है ? इसको लेकर फ़सल के बारे में कवि ने क्या-क्या संभावनाएँ व्यक्त की हैं?
उत्तर:
कवि के अनुसार फसलें पानी, मिट्टी, धूप, हवा और मानव श्रम के मेल से बनी हैं। फ़सल में सभी नदियों के पानी का जादू समाया हुआ है। सभी प्रकार की मिट्टियों का गुण-धर्म है। सूरज और हवा का प्रभाव समाया है। इन सबके साथ किसानों और मजदूरों का श्रम भी सम्मिलित है।
प्रश्न 13.
पूरक पाठ्यपुस्तक के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लगभग 50 -60 शब्दों में लिखिए।
(क) ‘माता का प्रेम, पिता के प्रेम की अपेक्षा अधिक गहन होता है।’ ‘माता के अंचल’ पाठ के आधार पर विचार कीजिए।
उत्तर :
माता का मेम, पिता के म्रेम की अपेक्षा अधिक गहन होता है, क्योंकि माता से बच्चे का ममत्व का रिश्ता होता है। माँ की गोद में जैसी ममता होती है, स्नेह होता है, वैसा उन्हैं किसी से प्राप्त नहीं होता। भोलानाथ का अपने पिता से अपार स्नेह था, परंतु विपदा आने पर वह अपनी मॉ की गोद में जाकर छिप जाता था, क्योंकि मों का प्यार, दुलार व स्नेह भोलानाथ को सुरक्षा प्रदान करता है। इसीलिए हम कह सकते हैं कि मों के औँचल में बच्चा स्वयं को सुरक्षित महसूस करता है।
(ख) ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ प्रश्न के उत्तर में लेखक क्या कारण बताता है?
उत्तर :
एक सच्चा लेखक आंतरिक स्तर पर संवेदनशील होता है। उसके अंतर्मन की अनुभूतियाँ ही उसे लिखने के लिए प्रेरित करती है। लेखक लिखकर ही अपनी आंतर्चिक विवशता को स्वयं पहचानता है तथा दूसरों को दिखाता है।
लेखन एक कला है। कभी-कभी यह बाह्म म्रेरणा स्रोतों से प्रभावित भी होता है। अपनी ख्याति के लिए, संपादकों के आग्रह अथवा आर्थिक आवश्यकताओं के कारण भी रचनाकार लिखने को विवश होता है।
(ग) ‘मेहनतकश बादशाहों का शहर’ किस शहर को कहा गया है और क्यों?
उत्तर :
गतोक (गैंगटोंक) पर्वतीय स्थल है। पर्वतीय क्षेत्र होने के करण यहाँ की परिस्थितियी भी अत्त्यत कठिन है। अवनी आवश्यकताएँ पूरी करने के लिए यहाँ लोगों को कठोर मेहनत करनी पड़ती है। पहाड़ों को काटकर रास्ता बनाना पड़ता है। पत्थरों पर बेठकर औरतें कुदाल व हृथड़े से पत्थर तोड़ती है। कुछ औरतों की पीठ पर बँँधी टोकरी में उनके बच्चे बँंधे हुए होते हैं। उनकी मातृत्व भावना और भम-साधना साथ-साथ देखी जा सकती है।
औरतें रास्ता बनाती और लकड़ियों के भारी-भरक्म गट्ठर उठाती है। हरे-भरे बागानों में युवतियाँ ‘बोकु’ पहने चाय की पत्तियाँ तोड़ती हैं। बच्चे भी अपनी माँ के साथ काम करते हैं। यहाँ लोग अत्यंत कठिन परित्तिथियों में जीयन जीते हैं, इसीलिए लेखिका ने गंतोक को ‘मेहनतकश बादशाहों का शहर’ कहा है।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग व20 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए – (6 × 1 = 6)
(i) कोरोना काल के सहयात्री
- कोरोना महामारी का आरंभ और प्रसार,
- गत दो वर्षो में जीवन का स्वरूप,
- जीवन-यात्रा में साथ देने वाले व्यक्ति और वस्तुएँ,
उत्तर:
कोरोना काल के सहयात्री
कोरोना वायरस या Covid-19 संक्रमण ऐसी बीमारी है, जिसे वैश्विक संगठन द्वारा महामारी घोषित किया गया है। नवम्बर, 20॥9 में यह चीन की लैब से निकला था, धीरे-धीरे यह वायरस इंसान से इंसान में फैलने लगा। देखते ही देखते इस वायरस ने पूरी दुनिया में पैर पसार लिए। अंटार्कटिका जैसे क्षेत्र में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। जनवरी 2020 में यह वायरस भारत में पाया गया। 22 मार्च 2020 को पूरे देश में जनता कर्फ्यू लगाया गया था। एक साल बाद यानि 2021 से फिर से कोराना वायरस लगातार बढ़ रहा था।
कोरोना वायरस एक ऐसा संक्रमण है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से ट्रांसफर होता है। जो व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव है उसके सम्पर्क में आने से सबसे पहले फ़ैलता है। इसलिए, सरकार द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि बातचीत के दौरान कम से कम
3 फीट की दूरी बनाकर रखें। मास्क भी लगाकर रखें व बार-बार हाथ धोएँ।
‘कोविड 19 से बचाव के लिए भारत, रूस समेत अन्य देशों ने बैक्सीन जारी की है। भारत द्वारा 2 बैक्सीन का निर्माण किया गया है। ‘कोविशील्ड वैक्सीन , कोवैक्सीन, इस वैक्सीन का उत्पादन भारत में सीरम इन्सटीट्यूट द्वारा किया गया है। कोवैक्सीन, का उत्पादन
भारत बायोटिक द्वारा किया जा रहा है।
17 मार्च 2021 के ताजा अपडेट के अनुसार पूरी दुनिया में कुल संक्रमित लोगों का आँकड़ा 12, 13, 70, 336 पहुँच गया था।
भारत में कोरोना वायरस का कुल आंकड़ा 1,4,38,734 तक पहुँच गया था। 1,59,079 लोगों की तब तक मौत हो चुकी थी। वर्तमान में इस बीमारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए और मास्क लगाया जाए।
(ii) पॉलीथिन थैलियों पर अनिवार्य प्रतिबंध
- पॉलीथिन थैलियों का प्रचलन, प्रसार,
- प्रतिबंध की आवश्यकता,
- सरकार और आम आदमी के सहयोग,
उत्तर:
पॉलीथिन थैलियों पर अनिवार्य प्रतिबंध
पॉलीथिन बैग आज सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली चीजों में से एक हैं। यह हमारे काम को आसान बनाता है और हमें बहुत सारी सुविधाएँ देता है। अब हमने उसे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बना लिया है। हम विभिनन प्रयोजनों के लिए लगभग प्रत्येक दिन उनका उपयोग करते हैं। उपयोग इस हद तक है कि हम अक्सर दुकानदार पर गुस्सा करते हैं जो हमें प्लास्टिक की थैली देने से मना कर देता है। हर बार अपना बैग ले जाना ही कठिन हो जाता है।
सरकार द्वारा प्लास्टिक की थैलियों पर प्रतिबन्ध के कारण दुकानदार का इन्कार होता है। एक बार आश्चर्य होता है क्यों ? प्लास्टिक की थैलियाँ हमारे जीवन को आसान बनाती हैं, लेकिन किस कौमत पर ? वे हमारी पृथ्वी और पर्यावरण को नुकसान पहुँचार्ती हैं। यह उचित समय है, जब हमें सभी प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग करना बन्द कर देना चाहिए।
प्लास्टिक थैलियाँ प्रदूषण का एक प्रमुख स्त्रोत हैं। चूँकि वे गैर-बायोडिग्रेडेबल हैं, इसलिए उन्हें विघटित होने में वर्षों लगते हैं। यह भूमि प्रदूषण तथा जल प्रदूषण की बढ़ती समस्या में योगदान देता है। जैसे ही लोग सड़कों पर, नालियों और नदियों में लापरवाही से थैलियाँ फैकते हैं वे कभी-2 गहरे पानी में चली जाती हैं और जलीय जीवन को बाधित करती हैं। यह मिट्टी को भी दूषित करतीं हैं, जिससे पौधों के विकास में बाधा उत्पन्न होती है। रसायन मिट्टी को बाधित करता है और कृषि में हस्तक्षेप करता है।
सरकार ने प्लास्टिक की थैलियों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन फिर भी प्रतिबंध के बावजूद लोग इसका उपयोग जारी रखते हैं। इन कानूनों को सख्ती से लागू करने के लिए सरकार को इसका इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। इसके अलावा, हम में से प्रत्येक को इस प्रतिबन्ध का अभ्यास करने और इसे सफ़ल बनाने के लिए आगे आना चाहिए। हमें दुकानदारों से प्लास्टिक थैलियाँ नहीं खरीदनी चाहिए।
हमें बच्चों को प्लास्टिक थैलियों के इस्तेमाल से बचने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। यदि हम किसी को इसका उपयोग करते हुए देखते हैं, तो हमें उन्हें तुरन्त रोकना चाहिए। प्लास्टिक को कभी भी सड़कों पर न फैकें, क्योंकि इसके सेवन से जानवर मर जाते हैं। हमें प्लास्टिक पर प्रतिबन्ध लगाने और दुनिया को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने के लिए एकजुट होना चाहिए।
(iii) कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का दौर
- कृत्रिम बुद्धिमता क्या है? कैसे काम करती है?
- वर्तमान में इसका प्रचार-प्रसार अधिक कैसे हुआ ?
- इसके लाभ और खतरे, हमारे जीवन पर प्रभाव
उत्तर:
कृत्रिम बुद्ध्धिमत्ता
(आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का दौर
आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस वह तकनीक है जो मानव बुद्धि से जुड़े कौशल का उपयोग करके बुद्धिमानी से व्यवहार करती है, जिसमें स्वमत रूप से देखने, सीखने, तर्क करने और कार्य करने की क्षमता शामिल है।
इसके माध्यम से कम्प्यूटर प्रणाली या रोबोटिक प्रणाली को तैयार किया जाता है, जिसे उन्हें तककों के आधार पर चलाने का प्रयास किया जाता है, जिसके आधार पर मानव मस्तिष्क काम करता है। आर्टीफिशियल इंटेलिजैंस कम्प्यूटर द्वारा नियन्त्रित रोबोट या फिर मनुष्य की तरह इंटेलिजेंस तरीके से सोचने वाला सॉफ्टवेयर बनाने का एक तरीका है। आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस वास्तव में कैसे काम करता है, इसको सीखने के लिए आपको कम्प्यूटर प्रोग्राम और कम्प्यूटेशन कौशल तथा उन सब डोमेन को समझने की आवश्यकता है, जो आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस में काम करते हैं या जिनकी जरूरत आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस में होती है।
आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग वर्तमान समय में मानव से जुड़े हुए जितने भी कार्य हैं, उनमें होना शुरू हो गया है। स्वास्थ्य क्षेत्र, ई कारमर्स, हयूमन (नाश) रिसोर्सेज, कस्टमर सर्विसेज एवं पैकेजिंग क्षेत्रों में इसका अधिक उपयोग हो रहा है।
कोई भी नई टेक्नोलॉजी हमारे जीवन को और बेहतर बना देती है। इसमें कोई भी शक नहीं है। आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस से मानव ज्ुटियाँ कम हो जाती हैं यह 24 × 7 उपलब्ध होता है। रिपिटेटिव वर्क (Repetitive Work) को कम करता है। तेज और सही निर्णय लेने में सक्षम, डिजिटल सहायता, बेहतर कम्यूनिकेशन एवं सुरक्षा में सुधार इसके सभी लाभ हैं।
इस तकनीक से एक्सरे लीडिंग, डॉक्टर्स को अनुसंधान में मदद, मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज सम्भव है। यह तकनीक भविष्य में इंसानों के लिए मददगार या फिर नुकसानदायक भी हो सकती है। दरअसल, आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस मिल जाने के बाद मशीनें यदि स्वयं निर्णय ले सकेंगी तो उनकी इंसानों पर निर्भरता खत्म हो जाएगी, ऐसे में इससे हानि भी सम्भव हैं। इसके आने से सबसे ज़्यादा बेरोजुगारी बढ़ेगी, क्योंकि आने वाले समय म॑ इंसानों की जगह मशीनों से काम कराया जाएगा, इससे मानव जाति का अन्त हो सकता है। क्योंकि रोबोट्स इस तकनीक के माध्यम से अपने आप को विकसित करके स्वयं खतरनाक हथियार बना सकते हैं।
प्रश्न 15.
किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए। (5 × 1 = 5)
आपका नाम दिशा/दक्ष है। आपकी आयु मतदान करने योग्य हो गई है। आपने मतदाता पहचान-पत्र बनवाने के लिए गरुण ऐप के द्रारा आवेदन कर दिया है, किंतु काफी समय के बाद भी आपका मतदाता पहचान-पत्र आपको नहीं मिला। मतदाता पहचान-पत्र के वितरण में देरी की शिकायत करते हुए अपने क्षेत्र के बी. एल. ओ. (ब्लॉक लेवल ऑफिसर) को लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए।
अथवा
आपका नाम दिशा/दक्ष है। आप अपने आसपास अनेक अशिक्षित प्रौढ़ों को देखते हैं और उन्हें साक्षर बनाने हेतु कुछ प्रयास करते हैं। इस विषय में जानकारी देते हुए लगभग 100 शब्दों में अपने मित्र मानव को पत्र लिखिए।
उत्तर :
परीक्षा भवन, दिल्ली।
दिनांक 28 फरवरी, 2022
सेवा में,
बी. एल. ओ. (ब्लॉक लेवल ऑफिसर)
दिल्ली।
विषय मतदाता पहृान-पत्र वितरण में देरी के संबंध में।
महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मेरी आयु मतदान करने योब्य हो गई है इसीलिए मैंने गरुण ऐप के द्वारा अपने मतदाता पहचान-पत्र के लिए आवेदन किया था। आवेदन किए हुए एक महीने से भी ऊपर हो गया है, परंतु अभी तक भी मेरा मतदाता पहचान-पत्र मुझे पाप्त नहीं हुआ है और अगले सप्ताह में एम.सी. डी. चुनाय भी हैं, जिनमें पहचान-पत्र न होने के कारण में मतदान नहीं कर पाक्कैगा।
इसीलिए मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि मुझे मेरा मतदाता पहचान-पत्र जल्द-से-जल्द उपलब्र कराने की कृपा करें जिससे में आने वाले चुनाव में मतदान कर सकूँा
घन्यवाद
भवदीय
क.ख.ग.
अथवा
परीक्षा भवन,
दिल्ली।
दिनांक 22 मार्च, 20 X X
मिय मित्र मानव
नमस्कार,
आशा है कि तुम स्वस्थ होंगे और घर पर सभी लोग भी स्वस्थ होंगे। मे तुम्हें यह बताना चाहता हूँ कि मेरे घर के आस-पास अनेक अशिक्षित प्रौद व्यक्ति हैं। उनके पास न घर हैं न वस्त्र हैं। वह लोग सड़क पर ही अपना जीवन व्यतीत कर रहे है। मैं उनको जब भी देखता हैं मेरा मन भर आता है इसीलिए मेंने उन्हें सक्षर बनाने के लिए फ्री कक्षा शुरू की है। उन्हें किताबें तथा जानकारी की वस्तुएँ उपलब्य कराई हैं, जिससे की वह पढ़ाई करें और अपने लिए एक अच्छा मार्ग दूँढ सकें।
में तुमसे अनुरोध करता हूं कि भविष्य में यदि तुम्हें भी कही ऐसी सेवा करने का अवसर मिले तो अवश्य ही करना। इससे मन को बहुत शांति प्राप्त होती है।
तुक्हारा मित्र
दक्ष
प्रश्न 16.
आप स्मित/स्मिता हैं। अ.ब.स. कपड़े की फैक्ट्री में एक सुपरवाइजर की आवश्यकता है। आपने इसी वर्ष 2वीं की परीक्षा विज्ञान विषयों के साथ प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है। अपनी शैक्षणिक योग्यता और रुचि का वर्णन करते हुए इस पद के लिए लगभग 80 शब्दों में अपना स्ववृत तैयार कीजिए। (5 × 1 = 5)
उत्तर:
सेवा में,
लता टेक्सटाइल्स
नई दिल्ली
‘विषय-फैक्ट्री में सुपरवाइजर के पद के लिए आवेदन हेतु
महोदय,
मैंने एक अखबार में आपकी कपड़े की फैक्ट्री का विज्ञापन देखा जिसमें सुपरवाइजर के लिए एक पद रिक्त है। इस पद हेतु मैं अपना आवेदन-पत्र आपकी सेवा में प्रेषित कर रहा हूँ। इसके साथ मेरा स्ववृत्त निम्नलिखित है –
नाम – स्मित
पिता का नाम – श्री रमेश
माता कानाम – श्रीमती लीला देवी
जन्मतिथि – 1/3/1992
वर्तमान पता – 232, छलेसर आगरा
दूरभाष संख्या – 6820x33x44
मोबाइल संख्या. – 8939xxxxxx
शैक्षणिक योग्यताएँ
अन्य सम्बन्धित योग्यताएँ
कम्प्यूटर का अच्छा ज्ञान।
अंग्रेजी भाषा का अच्छा ज्ञान (बोलचाल में)
उद्घोषणा
मैं प्रमाणित करता हूँ कि उपर्युक्त सभी सूचनाएँ सत्य हैं।
दिनांक: 28/2/xxxx
स्थान: आगरा
हस्ताक्षर: …….
अथवा
आप रूपाली / मयंक हैं। ई-मेल द्वारा बैंक प्रबंधक को अपनी पास-बुक खोने की सूचना लगभग 80 शब्दों में दीजिए।
उत्तर:
From :
[email protected]
To :
[email protected]
CC : ……..
BCC : …….
विषय – बैंक की पास बुक खोने की सूचना देने हेतु
महोदय,
मेरा नाम मयंक सिंह है। मैं दयालबाग क्षेत्र का निवासी हूँ तथा आपकी बैंक का उपभोक्ता भी। मैं एक सप्ताह से अपनी पासबुक की तलाश कर रहा हूँ लेकिन वह मुझे मिल नहीं रही है। शायद कहीं गिर गई होगी। आपसे अनुरोध है कि मेरी नई पासबुक बनवा दें। मैं सदा आपका आभारी रहूँगा। बैंक से सम्बन्धित मेरी जानकारियाँ निम्नलिखित हैं –
खाता संख्या – 2834xxxxxx
सधन्यवाद
मयंक सिंह
प्रश्न 17.
आप अपना पुराना स्मार्टफोन बेचना चाहते हैं, उससे संबंधित एक आकर्षक विज्ञापन लगभग 40 शब्दों में लिखिए। (4 × 1 = 4)
अथवा
आप वीणा/ विकास हैं। आपकी छोटी बहन ने विद्यालय की वार्षिक परीक्षा में पूरे विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उसे बधाई देते हुए 40 शब्दों में एक संदेश लिखिए।
उत्तर :
अथवा
बधाई संदेश
दिनांक 3 अप्रैल, 20XX
समय 2:00 बजे दोपहर
प्रिय बहन!
आज तुमने अपने विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया उसके लिए बहुत-बहुत बधाई।
तुम्हारे आत्मविश्वास और अथक परिश्रम के कारण ही यह संभव हुआ है। तुम्हारी यह उन्नति हमारे लिए प्रेरणादायी है। ईश्वर तुम्हें जीवन के प्रत्येक कदम पर सफलता प्रदान करें। आशा करती हूँ कि तुम भविष्य में भी इसी प्रकार से उन्नति करती रहो।
तुम्हारी बड़ी बहन
वीणा