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CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi Course A Set 3 with Solutions
समय : 3 घंटे
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश:
- इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं-‘अ’ और ‘ब’। खंड ‘अ’ में वस्तुपरक/बहुविकल्पीय और खंड ‘ब’ में वस्तुनिष्ठ/वर्णनात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
- प्रश्न-पत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 17 है और सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।
- खंड ‘अ’ में कुल 10 प्रश्न हैं, जिनमें उप्रश्नों की संख्या 44 है। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उप्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- खंड ‘ब’ में कुल 7 प्रश्न हैं, सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
खंड ‘अ’
(बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्न)
खंड ‘अ’ में अपठित गद्यांश-पद्यांश, व्यावहारिक व्याकरण व पाठ्य-पुस्तक से संबंधित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्न दिए गए हैं, जिनमें प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित है।
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
मानव सभ्यता पर औद्योगिक क्रांति की धमक अभी थमी भी नहीं कि एक नई तकनीकी क्रांति ने अपने आने की घोषणा कर दी है। ‘नैनो-तकनीक’ के समर्थक दावा करते हैं कि जब यह अपने पूरे वजूद से आएगी तो धरती का नामोनिशान मिट जाएगा और नैनो रोबोट की स्वनिर्मित फौज पूरी तरह क्षत-विक्षत शव को पलक झपकते ही चुस्त-दुरुस्त इंसान में तब्दील कर देगी।
दूसरी ओर नैनो-तकनीक की असीमित शक्ति से आशंकित इसके विरोधी इसे मिस्र के पिरामिडों में सोई ममियों से भी अधिक अभिशप्त समझते हैं। इन दोनों अतिवादी धारणाओं के बीच इतना अवश्य कहा जा सकता है कि हम तकनीकी क्रांति के एक सर्वथा नए मुहाने पर आ पहुँचे हैं, जिसके बाद उद्योग, चिकित्सा, दूरसंचार, परिवहन सहित हमारे जीवन में शामिल तमाम तकनीकी जटिलताएँ अपने पुराने अर्थ खो देंगी। इस अभूतपूर्व तकनीकी बदलाव के सामाजिक-सांस्कृतिक निहितार्थ क्या होंगे, यह देखना सचमुच दिलचस्प होगा। आदमी ने कभी सभ्यता की बुनियाद पत्थर के बेडौल हथियारों से डाली थी, अनगढ़ शिलाओं को छीलकर उन्हें कुल्हाड़ों और भालों की शक्ल में ढाला और इस उपलब्धि ने उत्पादकता की दृष्टि से उसे दूसरे जंतुओं की तुलना में लाभ की स्थिति में ला खड़ा किया। औज़ारों को बेहतर बनाने का यह सिलसिला आगे कई विस्मयकारी मसलों से गुजुरा और औद्योगिक
क्रांति ने तो मनुष्य को मानो प्रकृति के नियंत्रक की भूमिका सौंप दी। तकनीकी कौशल की हतप्रभ कर देने वाली इस यात्रा में एक बात ऐसी है, जो पाषाण युग के बेढब हथियारों से लेकर चमत्कारी माइक्रोचिप निर्माण तक एक जैसी बनी रही। हम अपने औजार, कच्चे माल को तराशकर बनाते हैं। यह सर्वविदित तथ्य है कि सारे पदार्थ परमाणुओं से मिलकर बने है, लेकिन पदार्थों के गुण इस बात पर निर्भर करते हैं कि उनमें परमाणुओं को किस तरह सजाया गया है। कार्बन के परमाणुओं की एक खास बनावट से कोयला तैयार होता है, तो दूसरी खास बनावट उन्हें हीरे का रूप दे देती है। परमाणु और अणुओं को इकाई मानकर मनचाहा उत्पाद तैयार करना ही ‘नैनो-तकनीक’ का सार है।
(क) निम्नलिखित कथन पढ़कर नीचे दिए सही विकल्प का चयन कीजिए ‘नैनो तकनीक’ तकनीकी जटिलताओं को बिल्कुल समाप्त कर देगी, क्योंकि’
1. इससे प्रकृति को कोई हानि नहीं होती है।
2. इसकी शक्तियाँ असीमित हैं।
3. इससे तकनीकी कुशलता में अत्यंत वृद्धि होगी।
4. यह स्वर्निर्मित फौज पूरी करती है।
कूट
(i) केवल 1 सही है
(ii) 1 और 2 सही हैं
(iii) 2 और 3 सही है
(iv) 3 और 4 सही है
उत्तर :
(iii) 2 और 3 सही हैं ‘नैनो तकनीक’ तकनीकी जटिलताओं को बिल्कुल समाप्त कर देगी, क्योंकि इसकी शक्तियाँ असीभित हैं तथा इससे तकनीकी कुशलता में अत्यंत वृद्धि होगी।
(ख) नैनो तकनीक के विरोधी द्वारा इसे मिक्र के पिरामिडों में सोई ममियों से भी अधिक अभिशप्त क्यों माना गया?
(i) यह तकनीक संपूर्ण मानव जाति के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकती है
(ii) यह तकनीक विकास के नए प्रतिमान स्थापित करेगी
(iii) यह तकनीक कौशल को बढ़ाने के बजाय घटा देगी
(iv) यह तकनीक नए युग में चार चाँद लगा देगी
उत्तर :
(i) यह तकनीक संपूर्ण मानव जाति के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकती है नैनो तकनीक के विरोधी द्वारा इसे मिय्य के पिरामिडों में सोई ममियों से भी अधिक अभिशप्त इसलिए माना गया, क्योंकि यह तकन्नीक संपूर्ण मानव जाति के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकती है।
(ग) नैनो तकनीक के वज्जूद में आने का क्या परिणाम होगा?
(i) बेरोजगारी को बढ़ावा मिलेगा
(ii) देश में समृद्धि आएगी
(iii) धरती का नामो-निशान मिट जाएगा
(iv) सुविधाओं में वृद्धि होगी
उत्तर :
(iii) धरती का नामो-निशान मिट जाएगा गद्यांश के अनुसार, मैनो तक्नीक के वजूद में आने के परिणामस्वरूप धरती का नामो-निशान मिट जाएगा अर्थात् धरती के अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो जाएगा।
(घ) गद्यांश के अनुसार, ‘नैनो-तकनीक’ क्या है?
(i) छोटी-छोटी मशीनों का प्रयोग करके बड़ी चीज बनाना
(ii) परमाणु और अणुओं को मूलभूत इकाई मानकर इच्छानुसार उत्पाद तैयार करना
(iii) परमाणु और अणुओं में भेद न करते हुए इनका प्रयोग उत्पाद् बनाने में करना
(iv) तकनीक के क्षेत्र में मनुष्य को सर्वाधिक महत्त्व प्रदान करना
उत्तर :
(ii) परमाणु और अणुओं को मूलभूत इकाई मानकर इच्छानुसार उत्पाद तैयार करना प्रस्तुत गद्यांश में, नैनो तकनीक का अर्थ परमाणु और अणुओं को मूलभूत इकाई मानकर इच्छानुसार उत्पाद तैयार करना है।
(ङ) कथन (A) नैनो तकनीक मनुष्य की सोच की सीमा बढ़ा देगी। कारण (R) यह मनुष्य को केवल विनाश की ओर ले जाएगी।
(i) कथन A गलत है, किंतु कारण R सही है।
(ii) कथन A और कारण R दोनो गलत हैं।
(iii) कथन A और कारण R दोनों सही हैं तथा कारण R कथन A की सही व्याख्या करता है।
(iv) कथन A और कारण R दोनों सही हैं, किंतु कारण R कथन A की सही व्याख्या नहीं करता है।
उत्तर :
(iv) कथन A और कारण R दोनों सही हैं, परंतु कारण R कथन A की सही व्याख्या नहीं करता हैं गद्यांश के अनुसार, नैनो तकनीक के महत्च के बारे में यह कथन सही है कि यह ऐसी तकनीक है, जो मनुष्य की सोच की सीमा बढ़ा देगी, परंतु यह मनुष्य को केवल विनाश की ओर ले जाएगी, यह कथन सही नहीं है, क्योंकि नैनो तकनीक के सार्थक उपयोग से तकनीकी जटिलताएँ सरल हो जाएँगी।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए- (5 × 1 = 5)
भले ही अँधेरा घिरे हर दिशा से,
मगर हम नया भोर लाकर रहेंगे।
श्रृणा-स्वार्थ के इस कठिन संक्रमण में,
सुनो हम नया दौर लाकर रहेंगे।
प्रगति और विज्ञान का नाम लेकर,
मनुज को मनुज आज ठगने लगे हैं।
नई आर्थिक दौड़ की रोशनी में,
हमें मूल्य सब झूठ लगने लगे हैं।
मगर बात इतनी सुनो विश्व वालो,
इसी रोशनी में कभी हम बहेंगे।
सही या गलत रह गया क्या कहीं कुछ,
जरा भी उचित और अनुचित नहीं कुछ।
सुनो इस कदर स्वार्थ टकरा रहे हैं,
पतन की नहीं और सीमा रही कुछ।
मगर हम उठेंगे प्रलय मेघ बनकर,
कठिन दुर्ग पाखण्ड के सब हहेंगे।
बताना हमें सत्य सारे जगत को,
जगाना हमें सुप्त इंसानियत को।
करेगा जमाना सदा गर्व हम पर,
हमें खोजना एकता के अमृत को।
भले ही किसी राह जाए जमाना,
मगर हम सही राह थामे रहेंगे।
(i) कवि को विश्वास है कि- है
(क) वह अंधकार को उजाले में बदलेगा।
(ख) वह पुराने को नए में बदलेगा।
(ग) वह रात को शाम में बदलेगा।
(घ) वह दुःख को सुख में बदलेगा।
उत्तर:
(घ) वह दुःख को सुख में बदलेगा।
व्याख्या-कवि को विश्वास है कि एक दिन दुःख अवश्य सुख में बदलेगा।
(ii) जीवन-मूल्यों के कमजोर पड़ने का कारण है-
(क) अंधी दौड़।
(ख) वैज्ञानिक दौड़।
(ग) विदेश की दौड़।
(घ) आर्थिक दौड़।
उत्तर:
(घ) आर्थिक दौड़।
व्याख्या-‘ जीवन मूल्यों’ के कमज़ोर पड़ने का कारण आर्थिक दौड़ है।
(iii) भारत की किस विशेषता पर पूरा विश्व गर्व करेगा? है | ह।
(क) अहिंसक प्रवृत्ति
(ख) वैज्ञानिक प्रगति
(ग) ऐतिहासिक ज्ञान
(घ) एकता की भावना
उत्तर:
(घ) एकता की भावना
(iv) कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिए-
कथन (A): मनुष्य को आज मनुष्य ठगने लगे हैं।
कारण (R): विज्ञान और प्रगति का नाम लेकर वे ऐसा कर रहे हैं।
(क) कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है।
(ख) कथन (A) सही है, लेकिन कारण (R) गलत है।
(ग) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं।
(घ) कथन (A) और कारण (R) दानों गलत हैं।
उत्तर:
(ग) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं।
(v) “कठिन दुर्ग पाखण्ड के सब ढहेंगे ‘-काव्य पंक्ति का आशय है-
(क) समाज से भेदभाव का नाश होगा
(ख) लोगों में स्वार्थ भावना का अंत होगा
(ग) समाज से आडंबरों का नाश होगा
(घ) अंधविश्वास रूपी किलों का पतन होगा
उत्तर:
(घ) अंधविश्वास रूपी किलों का पतन होगा
प्रश्न 3.
निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (1 × 4 = 4)
(क) ‘जैसे ही सूर्योदय हुआ, फूल खिल उठे।’ इस वाक्य को सरल वाक्य में बदलिए
(i) सूर्योदय होते ही फूल खिल उठे
(ii) जैसे ही सूयोदय हुआ वैसे ही फूल खिल उठे
(iii) जब सूरोंदय हुआ तब फूल खिल उठे
(iv) सूर्योद्य हुआ और फूल खिल उठे
उत्तर :
(i) सूर्योदय होते ही फूल खिल उठे
(ख) ‘चौकीदार आकर डंडा घुमाकर चला गया।’ इसका मिश्रित वाक्य होगा
(1)
(i) चौकीदार आकर डंडा घुमाकर चला गया
(ii) जैसे ही चौकीदार आया वैसे ही वह डंडा घुमाकर चला गया
(iii) चौकीदार ने आते ही डंडा घुमा दिया
(iv) चौकीदार आया और डंडा घुमाकर चला गया
उत्तर :
(ii) जैसे ही चौकीदार आया, वैसे ही वह डंडा घुमाकर चला गया
(ग) ‘वह परिश्रम करने के कारण सफल हो गया।’ संयुक्त वाक्य में लिखिए। (1)
(i) वह परिश्रम करने से सफल होगा
(ii) वह परिश्रम करेगा तब सफल होगा
(iii) जैसे ही उसने परिश्रम किया वैसे ही वह सफल होगा
(iv) उसने परिश्रम किया और सफल हो गया
उत्तर :
(iv) उसने परिश्रम किया और सफल हो गया
(घ) निम्नलिखित वाक्यों में मिश्र वाक्य पहचान कर नीचे दिए गए सही विकल्प को चुनिए।
1. रामू घर का सामान खरीदने बाजार चला गया
2. रामू इसलिए बाजार चला गया, क्योंक उसे घर का सामान खरीदना था
3. रामू बाजार चला गया और वहाँ से सामान खरीदा
4. यदि रामू को सामान खरीदना है, तो वह बाजार चला जाए कूट
(i) केवल 1 सही है
(ii) 1 और 2 सही हैं
(iii) 2 और 3 सही है
(iv) 2 और 4 सही हैं
उत्तर :
(iv) 2 और 4 सही हैं
(ङ) सूची I को सूची II के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए। (1)
सूची I | सूची II |
A. जैसे ही वर्षा हुई वैसे ही मोर नाचने लगे। | 1. सरल वाक्य |
B. वर्षा होते ही मोर नाचने लगे। | 2. संयुक्त वाक्य |
C. वर्षा हुई और मोर नाचने लगे। | 3. मिश्र वाक्य |
कूट
A B C
(i) 3 2 1
(ii) 3 1 2
(iii) 1 3 2
(iv) 1 2 3
उत्तर :
(ii) A-3, B-1, C-2
प्रश्न 4.
निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 4 = 4)
(i) “वें हमें भी मामूली लोगों की हरकत में लथेड़ लेना चाहते हैं।’ वाक्य किस बाच्य-भेद का उदाहरण है?
(क) कर्तृवाच्य
(ख) कर्मवाच्य
(ग) भाववाच्य
(घ) मुख्यवाच्य
उत्तर:
(क) कर्तृवाच्य
(ii) “नवाब साहब द्वारा खीरे पर मसाला छिड़का गया। ‘ वाक्य ‘किस वाच्य-भेद का उदाहरण है?
(क) कर्तृवाच्य
(ख) भाववाच्य
(ग) कर्मवाच्य
(घ) मुख्यवाच्य
उत्तर:
(ग) कर्मवाच्य
व्याख्या-जिस वाक्य में कर्म मुख्य हो तथा इसकी सकर्मक क्रिया के लिंग, वचन व पुरुष कर्म के अनुसार हों, उसे कर्म वाच्य कहते हैं।
(iii) ‘उनसे बर्थ पर सुविधा से बैठा नहीं जा रहा था’। वाक्य किस बाच्य-भेद का उदाहरण है?
(क) कर्मवाच्य
(ख) भाववाच्य
(ग) कर्तृवाच्य
(घ) मुख्यवाच्य
उत्तर:
(ख) भाववाच्य
(iv) निम्नलिखित वाक्यों में भाव वाच्य का उदाहरण है- रे ह।
(1) पूनम से टहला भी नहीं जाता।
(2) मुझसे उठा नहीं जाता।
(3) यह तैराक तेज तैरता है।
(4) मैं प्रतिदिन नहाता हूँ।
विकल्प
(क) (1) और (2) सही हैं।
(ख) (2) सही है।
(ग) (3) सही है।
(घ) (4) सही है।
उत्तर:
(क) (1) और (2) सही हैं।
(v) सूची (1) को सूची (2) से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए-
सूची (1) | सूची (2) |
1. पक्षी घोंसले में सोते हैं। | (i) कर्तृवाच्य |
2. मझसे पेड़ पर नहीं चढ़ा जाता है । | (ii) भाव वाच्य |
3. पूनम द्वारा गाना गाया जाता है। | (iii) कर्मवाच्य |
विकल्प
(क) (1)-(iii), (2)-(ii), (3)-(i)
(ख) (1)-(i), (2)-(iii), (3)-(ii)
(ग) (1)-(ii), (2)-(iii), (3)-(i)
(घ) (1)-(i), (2)-(ii), (3)-(iii)
उत्तर:
(घ) (1)-(i), (2)-(ii), (3)-(iii)
प्रश्न 5.
निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(क) हम देश पर सर्वस्व न्योछावर करने को तैयार हो जाते हैं। रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) सकर्मक क्रिया, पुल्लिग, बहुवचन, कर्तृवाच्य, सामान्य वर्तमान
(ii) द्विकर्मक क्रिया, पुल्लिग, एकवचन, कर्तृवाच्य, वर्तमान काल
(iii) अकर्मक क्रिया, पुल्लिग, बहुवचन, कर्मवाच्य, सामान्य भूतकाल
(iv) अकर्मक क्रिया, पुल्लिग, एकवचन, भाववाच्य, वर्तमान काल
उत्तर :
(i) हो जाते हैं सकर्मक क्रिया, पुल्लिग, बहुवचन, कर्तृवाच्य, सामान्य वर्तमान
(ख) वहाँ अत्यधिक लोग जमा हो गए थे। रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) गुणवाचक विशेषण, पुल्लिग, बहुवचन, विशेष्य ‘लोग’
(ii) परिमाणवाचक विशेषण, स्त्रीलिंग, बहुवचन, विशेष्य ‘जमा’
(iii) संख्यावाचक विशेषण, पुल्लिग, बहुवचन, विशेष्य ‘लोग’
(iv) सार्वनामिक विशेषण, पुल्लिग, एकवचन, विशेष्य ‘लोग’
उत्तर :
(iii) अत्यधिक संख्यावाचक विशेषण, पुल्सिग, बहुवचन, विशेष्य ‘लोग’
(ग) हिमालय विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत है। रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिग, बहुवचन, संबंधकारक
(ii) जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिग, एकवचन, संबंधकारक
(iii) जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, संबंधकारक
(iv) भाववाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, बहुवचन, संबंधकारक
उत्तर :
(ii) पर्वत जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिग, एकवचन, संबंधकारक
(घ) जब हम रेलवे स्टेशन पहुँचे, गाड़ी छूट रही थी। रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) कालवाचक क्रिया-विशेषण, विशेष्य क्रिया-छूट रही थी
(ii) स्थानवाचक क्रिया-विशेषण, विशेष्य क्रिया-छूट रही थी
(iii) परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण, विशेष्य क्रिया-छूट रही थी
(iv) रीतिवाचक क्रिया-विशेषण, विशेष्य क्रिया-छूट रही थी
उत्तर :
(i) जब कालवाचक क्रिया-विशेषण, विशेष्य क्रिया-छूट रही थी
(ङ) किसी ने मेरी किताब ले ली। यह फसल किसी जानवर ने खाई है। दोनों वाक्यों के रेखांकित पद का परिचय होगा
(i) पहलला किसी-निश्चयवाचक सर्वनाम, दूसरा किसी-परिमाणवाचक विशेषण
(ii) पहला किसी-पुरुषवाचक सर्वनाम, दूसरा किसी-गुणवाचक विशेषण
(iii) पहला किसी-संख्यावाचक विशेषण, दूसरा किसी-निश्चयवाचक सर्वनाम
(iv) पहला किसी-अनिश्चयवाचक सर्वनाम, दूसरा किसी-सार्वनामिक विशेषण
उत्तर :
(iv) पहला किसी-अनिश्चयवाचक सर्वनाम, दूसरा किसी-सार्वनामिक विशेषण
प्रश्न 6.
निर्देशानुसार अलंकार पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 4 = 4)
(i) “मंगन को देखि पट देत बार-बार है।” इस पंक्ति में निहित अलंकार है-
(क) उत्प्रेक्षा
(ख) अतिशयोक्ति
(ग) मानवीकरण
(घ) श्लेष
उत्तर:
(घ) श्लेष
व्याख्या-जहाँ पर कोई एक शब्द एक ही बार आए लेकिन उसके अर्थ अलग-अलग निकलें वहाँ श्लेष अलंकार होता है।
(ii) “सो जनु हमरेहि मार्थें काढ़ा। दिन चलि गए ब्याज बड़ बाढ़ा।”
इस चौपाई में प्रयुक्त अलंकार है-
(क) उत्प्रेक्षा
(ख) अतिशयोक्ति
(ग) मानवीकरण
(घ) श्लेष
उत्तर:
(क) उत्प्रेक्षा
(iii) “जिसके अरुण – कपोलों की मतवाली सुंदर छाया में। ह।
अनुरागिनी उषा लेती थी निज सुहाग मथुमाया में।” इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है-
(क) श्लेष
(ख) मानवीकरण
(ग) उद्योक्षा
(घ) अतिशयोक्ति
उत्तर:
(ख) मानवीकरण
(iv) “पल-पल परिवर्तित प्रकृति वेश।” इस काव्य-पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार है-
(क) अतिशयोक्ति
(ख) श्लेष
(ग) उत्प्रेक्षा
(घ) मानवीकरण
उत्तर:
(घ) मानवीकरण
(v) “हनुमान की पूँछ में लगन न पाई आग ।
लंका सिगरी जल गई गए निसावर भाग”
इस दोहे में निहित अलंकार है-
(क) श्लेष
(ख) अतिशयोक्ति
(ग) उत्परेक्षा
(घ) मानवीकरण
उत्तर:
(ख) अतिशयोक्ति
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
हालदार साहब को आदत पड़ गई, हर बार कस्बे से गुजरते समय चौराहे पर रुकना, पान खाना और मूर्ति को ध्यान से देखना। एक बार जब कौतूहल दुर्दमनीय हो उठा तो पान वाले से ही पूछ लिया, “क्यों भई! क्या बात है? यह तुम्हारे नेताजी का चश्मा हर बार बदल कैसे जाता है?” पान वाले ने खुद के मुँह में पान टुँसा हुआ था। वह एक काला, मोटा और खुशमिजाज आदमी था। हालदार साहब का प्रश्न सुनकर वह आँखों-ही-आँखों में हैसा। उसकी तोंद थिरकी। पीछे घूमकर उसने दुकान के नीचे पान थूका और अपनी लाल-काली बत्तीसी दिखाकर बोला, “कैप्टन चश्मे वाला करता है।”
क्या करता है? हालदार साहब कुछ समझ नहीं पाए। चश्मा चेंज कर देता है। पान वाले ने समझाया। क्या मतलब क्या चेंज कर देता है? हालदार साहब अब भी नहीं समझ पाए। कोई गिराक आ गया समझो। उसे चौड़े चौखर चाहिए तो कैप्टन किधर से लाएगा? तो उसको मूर्ति वाला दे दिया। उधर दूसरा बिठा दिया।
(क) कैष्ट्न चश्मे वाला मूर्ति का चश्मा बार-बार क्यों बदल देता था?
(i) ग्राहक को मूर्ति पर लगा चश्मा पसंद आने पर चश्मे वाला उसे ग्राहक को देकर वहाँ दूसरा चश्मा लगा देता था
(ii) उसे मूर्ति पर चश्मा बदलना अच्छा लगता था
(iii) मूर्ति पर चश्मा गंदा होने पर वह उसे दूसरा चश्मा पहना देता था
(iv) मूर्ति से बच्चे चश्मा उतार लेते थे
उत्तर :
(i) ग्राहक को मूर्ति पर लगा चश्मा पसंद आने पर चश्मे वाला उसे ग्राहक को देकर वहाँ दूसरा चश्मा लगा देता था कैप्टन को नेताजी की बिना चश्मे वाली मूर्ति अच्छी नहीं लगती थी। इसलिए वह अपने पास रखे हुए कुछ फ्रेमों में से एक फ्रेम नेता जी की मूर्ति को पहना देता था, पंरतु जब किसी ग्राहक को वह फ्रेम पसंद आता, तो कैप्टन उस फ्रेम्म को निकालकर ग्राहक को दे देता था और मूर्ति को दूसरा फ्रेम्म पहना देता था।
(ख) हालदार साहब के सवाल पर पान वाला क्यों हैंसा?
(i) वह हालदार साहब को देखकर हँसा
(ii) उसका उद्देश्य कैप्टन चश्मे वाले का मजाक उड़ाना था
(iii) हालदार साहब का प्रश्न सुनकर पान वाले को हैसी आ गई
(iv) मूर्ति की दशा को देखकर हैसा
उत्तर :
(ii) उसका उद्देश्य कैप्टन चश्मे वाले का मजाक उड़ाना था हालदार साहब ने जब पान वाले से पूछा कि तुम्हारे नेताजी का चश्मा हर बार बदल कैसे जाता है, तो पान वाला उनकी इस बात पर आँखों ही आँखों हैंस पड़ा, क्योंकि उसका उद्देश्य कैप्टन चश्मे वाले का मजाक उड़ाना था। अतः उसने मजाक उड़ाने के अदाज में कहा कि नेता जी के चश्मे को बार-बार कैप्टन चश्मे वाला बदलता है।
(ग) पान वाला देखने में कैसा था?
(i) हैसमुख, मोटा व काले रंग का
(ii) चिड़चिड़ा व क्रोधी स्वभाव का
(iii) हँसमुख, पतला व गोरे रंग का
(iv) भावुक व साँवले रंग का
उत्तर :
(i) हैंसमुख, मोटा व काले रंग का पान वाला हमेशा हैसता रहता था उसके मुँह में अधिकतर पान ढुँसा रहता था। वह काला, मोटा और खुशमिजाज आदमी था। वह हर बात का जवाब हमेशा मजाक उड़ाने के अंदाज में हैंसते हुए देता था।
(घ) प्रस्तुत गद्यांश में ‘कैप्टन’ शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?
(i) पान वाले के लिए
(ii) चश्मे वाले के लिए
(iii) हालदार साहब के लिए
(iv) नेताजी के लिए
उत्तर :
(ii) चश्मे वाले के लिए गद्यांश में ‘कैप्टन’ शब्द चश्मे वाले के लिए प्रयुक्त हुआ है, क्योंकि सभी लोग उसे इसी नाम से पुकारते थे। वह किसी फॉज़ का कैप्टन नहीं था और न ही वह नेताजी की फौज का सिपाही था। वह एक मरियल, दूढ़ा, लॉगड़ा व्यक्ति था, जो सिर पर गाँधी टोपी व आँखों पर काला चश्मा लगाकर रखता था। वह चश्मे बेचने का कार्य करता था।
(ङ) कैप्टन चश्मे वाला नेताजी की मूर्ति पर चश्मा लगाता था।” प्रस्तुत कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए।
1. केवल अपने चश्मे बेचने के लिए
2. अपने मनोरंजन के लिए
3. चश्मा लगाने पर नेताजी की मूर्ति वास्तविक रूप में सुंदर लगने लगती थी
4. मूर्तिकारों को चश्मा न बनाने का अहसास कराने के लिए कूट
(i) केवल 1 सही है
(ii) 1 और 2 सही हैं
(iii) केवल 3 सही है
(iv) 3 और 4 सही हैं
उत्तर :
(iii) केवल 3 सही है गद्यांश के अनुसार, कैप्टन चश्मे वाला नेताजी की मूर्ति पर चश्मा इसलिए लगाता था, क्योंकि चश्मा लगाने पर नेता जी की मूर्ति वास्तविक रूप में सुंदर लगती थी तथा कैप्टन चश्मे वाले को नेताजी की मूर्ति पर चश्मा न होना अच्छा नहीं लगता था, क्योंकि चश्मा नेताजी की एक महत्त्चपूर्ण निशानी थी। इसलिए वह अपने बहुत-से चश्मों के फ्रेमों में से एक फ्रेम नेताजी की मूर्ति पर लगा देता था, जिसके बाद मूर्ति नेताजी के व्यक्तित्व को पूरा करते हुए उसे वास्तविकता का रूप दे देती थी।
प्रश्न 8.
क्षितिज’के गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित दो बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 2 = 2)
(i) किस घटना के आधार पर कहा जा सकता है कि बालगोबिन भगत प्रचलित सामाजिक मान्यताओं को नहीं मानते थे?
(क) जवान बेटे की मृत्यु पर पद गा रहे थे
(ख) हर वर्ष गंगा स्नान के लिए जाते
(ग) अपनी खेती-बाड़ी स्वयं करते
(घ) बेटे का क्रिया-कर्म बहू से करवाया
उत्तर:
(घ) बेटे का क्रिया-कर्म बहू से करवाया
व्याख्या-अपने बेटे का क्रिया-कर्म बहू से करवाया। इस घटना के आधार पर कहा जा सकता है कि बालगोबिन भगत प्रचलित सामाजिक मान्यताओं को नहीं मानते थे।
(ii) शहनाई और डुमराँव एक-दूसरे के लिए उपयोगी क्यों हैं? ॥
(क) डुमराँव में उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का जन्म हुआ
(ख) इनके परदादा उत्साद सलार हुसैन खाँ डुमराँव निवासी थे
(ग) रीड की नरकट डुमराँव में सोन नदी-किनारे पाई जाती है
(घ) बिहार के संगीत प्रेमी परिवार डुमराँव में रहते थे
उत्तर:
(ग) रीड की नरकट डुमराँव में सोन नदी-किनारे पाई जाती है
प्रश्न 9.
निम्नलिखित पठित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए।
बादल, गरजो! घेर घेर घोर गगन, धाराधर ओ! (1 × 5 = 5)
ललित ललित, काले घुँघराले, बाल कल्पना के-से पाले,
विद्युत-छबि उर में, कवि, नवजीवन वाले!
वज्र छिपा, नूतन कविता
फिर भर दो-बादल गरजो!
(क) कवि बादलों को संबोधित करते हुए क्या कह रहा है?
(i) लोगों के मन को सुख्ब से भरने के लिए
(ii) संपूर्ण आकाश को घेर-घेर कर बरसने के लिए
(iii) आकाश को साफ करने के लिए
(iv) बिजली चमकाने के लिए
उत्तर :
(ii) सम्पूर्ण आकाश को घेर-घेर कर बरसने के लिए प्रस्तुत कविता में कवि बादलों को संबोधित करते हुए संपूर्ण आकाश को घेर-घेर कर बरसने के लिए कह रहा है।
(ख) कवि ने बादलों की व्याख्या किस प्रकार की है?
(i) हृदय की बिजली के समान, नवजीवन प्रदान करने वाला, इच्छा पूर्ति करने वाला
(ii) काले केश वाला, संसार में जोश भरने वाला
(iii) संपूर्ण आकाश को ढकने वाला, गरजकर शोर मचाने वाला
(iv) कल्पना के समान, बिजली गिराने वाला
उत्तर :
(i) हद्यय को बिजली के समान, नवजीवन प्रदान करने वाला, इच्छा पूर्ति करने वाला कवि बादलों की व्याख्या करते हुए कहते हैं कि तुम्हारे हुदय में बिजली की चमक है, जैसे बादल वर्षा करके सभी को नया जीवन प्रदान करते है, पीड़ित प्यासे जन की इच्छा पूरी करते हैं, उसी प्रकार तुम भी संसार को नया जीवन देने वाले हो।
(ग) निराला बादलों के माध्यम से कवि को क्या संदेश दे रहे हैं?
(i) हुदय में बिजली की चमक पैदा करने के लिए
(ii) अपनी इच्छा पूर्ति करने के लिए
(iii) नवीन सृष्टि का निर्माण और संसार में जोश भरने के लिए
(iv) पीड़ितजन की प्यास बुझाने के लिए
उत्तर :
(iii) नवीन सृष्टि का निर्माण और संसार में जोश भरने के लिए कविता में कवि निराला बादलों के माध्यम से यह संदेश दे रहे हैं कि हमें भावनाओं में वज्र छिपाकर नवीन सृष्टि का निर्माण और समस्त संसार में जोश को भरना है, जिससे संसार को नया जीबन मिल सके।
(घ) पद्यांश में बादल क्या संकेत कर रहे हैं?
(i) मनुष्य में उत्साह वृद्धि, संघर्ष के प्रति प्रेरित करने और जीवन में नवीनता व परिवर्तन लाने की ओर
(ii) मनुष्य को लड़ने, संघर्ष से भागने और जीवन में नवीनता व परिवर्तन लाने की ओर
(iii) मनुष्य को हतोत्साहित करने, संघर्ष के लिए उत्रेरित करने और जीवन में नवीनता लाने की ओर
(iv) मनुष्य को उत्साहित, संघर्ष से पीछे हटने और जीवन में परिवर्तन लाने की ओर
उत्तर :
(i) मनुष्य में उत्साह वृद्धि, संघर्ष के प्रति प्रेरित करने और जीवन में नवीनता व परिवर्तन लाने की ओर प्रस्तुत कविता में बादल मनुष्य में उत्साह वृद्धि, संघर्ष के प्रति प्रेरित करने और जीवन में नवीनता व परिवर्तन लाने की ओर संकेत कर रहे है।
(ङ) कवि के अनुसार, नूतन कविता कैसी होनी चाहिए?
(i) संपूर्ण संसार में जोश भर देने वाली
(ii) संपूर्ण संसार को नीरवता से भर देने वाली
(iii) संपूर्ण संसार का अंत कर देने वाली
(iv) संपूर्ण संसार में नवजीवन लाने वाली
उत्तर :
(i) संपूर्ण संसार में जोश भर देने वाली कवि के अनुसार, नूतन कविता संपूर्ण संसार में जोश भर देने दाली होनी चाहिए।
प्रश्न 10.
पाद्यपुस्तक में निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित दो प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 2 = 2)
(i) फसल को उगाने में किन-किन चीजों का योगदान होता है? है
(क) नदियों का जल और मिट्टी
(ख) सूरज की किरणें और हवा
(ग) कृषक के हाथों का परिश्रम
(घ) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी।
व्याख्या-फ़सल को जीवंत रूप प्रदान करने के लिए नदियों के जल की सिंचाई, हवा, फ़सल के अनुरूप मिट्टी, कृषक का परिश्रम और सूर्य की किरणों का प्रकाश आवश्यक होता है।
(ii) मुख्य गायक की कैसी आवाज को सँभालने के लिए संगतकार अपना सहयोग देता है?
(क) टूटती-बिखरती हुई आवाज
(ख) गूँजती हुई आवाज
(ग) गरजती हुई आवाज
(घ) ठहरी और गंभीर आवाज।
उत्तर:
(क) टूटती-बिखरती हुई आवाज
व्याख्या-तार सप्तक में गाते समय जब मुख्य कलाकार का गला बैठने लगता है और उसकी आवाज बिखरने लगती है तब संगतकार उसे सहयोग प्रदान करके उसकी आवाज को बल देता है।
खंड ‘ब’
(वर्णनात्मक प्रश्न)
खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं जिनके निर्धारित अंक प्रश्न के सामने अंकित हैं।
प्रश्न 11.
गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25 -30 शब्दों में लिखिए। (2 × 3 = 6)
(क) नवाब साहब की असुविधा और संकोच के क्या कारण रहे? ‘लखनवी अंदाज़’ पाठ के आधार पर उत्तर दीजिए।
उत्तर :
नवाब साहब की असुविधा और संकोच के निम्नलिखित कारण रहे
(i) नवाब साहब ने तौलिए पर दो खीरे रखे हुए थे। लेखक के वहाँ अचानक आने पर नवाब साहब संकोच कर रहे थे कि कहीं लेखक यह न सोचे कि वे खीरे जैसी अपदार्थ वस्तु का शौक रखते हैं।
(ii) नवाब साहब ने मितव्ययिता के विचार से द्वितीय क्लास का टिकट खरीद लिया था और अब वह यह नहीं चाहते थे कि शहर का कोई सफ़ेदपोश (सभ्य व्यक्ति) उन्हें मध्यम श्रेणी में यात्रा करते हुए देखे।
(ख) देशभक्ति की भावना भरी होने के कारण लोग चश्मे वाले को क्या कहते थे? ‘नेताजी का चश्मा’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
देशभक्ति की भावना कूट-कूटकर भरी होने के कारण चश्मे बेचने वाला स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले सेनानियों का भरपूर सम्मान करता था। कस्बे के चौराहे पर नेताजी की बिना चश्मे वाली मूर्ति लगी थी। चश्मे बेचने वाला उस मूर्ति को चश्मा पहना दिया करता था, क्योकि उसे नेताजी की बिना चश्मे की मूर्ति आहत करती थी। उसकी देशमक्ति और नेताजी के प्रति सम्मान की भावना को देखकर लोग उसे कैप्टन कहते थे।
(ग) बालगोबिन भगत के मधुर गायन से सम्मोहित होकर लोग हर प्रकार की परेशानी को भूल जाते थे। ‘बालगोबिन भगत’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
बालगोबिन भगत प्रत्येक परिस्थिति और माँसम में कबीर के पदों को अपने मधुर स्वर से सजीव कर देते थे। यह उनके मधुर गायन का ही प्रभाव था कि उमस भरी शाम में भी स्त्री-पुरुष अपने घरों से निकलकर उन्हें घेरकर बैठ जाते तथा उनके मधुर स्वर का आनंद लेते थे। जिस समय वह गा रहे होते, उनके साथ ही श्रोताओं के तन और मन भी नृत्यशील हो उठते। उनके मधुर गायन से सम्मोहित होकर लोग हर प्रकार की परेशानी को भूल जाते थे।
(घ) मन्नू भंडारी ने अपनी माँ की तुलना धरती से क्यों की है? ‘एक कहानी यह भी’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
लेखिका मन्नू भंडारी ने अपनी मों की तुलना धरती से इसलिए की है, क्योकि धरती की तरह उनमें भी असीम धैर्य और सहनशक्ति थी। उन्होंने भी धरती की तरह केयल देना ही सीखा था, किसी से कुछ पाने की इच्छा नहीं रखी थी, इसलिए वह लेखिका के पिता द्वारा किए जाने वाले हर अत्याचार को अपना भाग्य तथा अपने बच्चों की उचित-अनुचित प्रत्येक मॉग व हठ को अपना कर्त्य समझकर अत्यंत सहजतापूर्ण र्यीकार कर लेती थी।
प्रश्न 12.
निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए- (2 × 3 = 6)
(i) सूरदास द्वारा रचित तथा आपके द्वारा पठित पदों की भाषा तथा प्रमुख रचना के नाम लिखकर उनकी एक-एक विशेषता बताइए।
उत्तर:
सूरदास ने ब्रजभाषा में पदों की रचना कौ। उनकी रचनाएँ सूरसागर, सूरसारावली व साहित्य लहरी हैं जिनमें सूरसागर सबसे प्रमुख है। सूरसागर में सूरदास जी ने कृष्ण व गोपियों के प्रेम की सहज मानवीय प्रेम के रूप में प्रतिष्ठा स्थापित की है।
(ii) धनुष भंग करने वाली सभा में एकत्रित जन ‘हाय-हाय’ क्यों पुकारने लगे थे? ‘राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद’ पाठ के आधार पर अपने विचार लिखिए।
उत्तर:
परशुराम तो अत्यंत क्रोधी स्वभाव के थे ही, वहीं लक्ष्मण भी अपने व्यंग्य बाणों से उनकी क्रोधाग्नि को और भड़का रहे थे। परशुराम की गर्वोक्तियाँ सुनकर लक्ष्मण भी तीखे कटाक्ष करने लगे जिन्हें सुनकर परशुराम क्रोध में अपना फरसा सँभालने लगे, यह देखकर सभा में हाहाकर मच गया। वहाँ उपस्थित सभी लोग ‘हाय-हाय’ पुकारने लगे।
(iii) ‘आत्मकथ्य’ से उद्धृत निम्नलिखित काव्य-पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए-
“उसकी स्मृति पाथेय बनी है थके पथिक की पंथा की।”
उत्तर:
कवि जीवन को लम्बी राह अर्थात् मार्ग पर चलते-चलते थककर चूर हो गया है। केवल स्मृति ही उसका सहारा है। उसकी स्मृति ही उस थकान को थोड़ा-बहुत कम कर देती है। ये मीठी यादें ही उसको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं।
(iv) “मिंट्टी के गुण-धर्म को सुरक्षित कैसे रखा जा सकता है?” “फ्सल’ कविता के आधार पर लिखिए।
उत्तर:
फ़सल के लिए खेत, सूरज की रोशनी, हवा, मिट्टी इत्यादि सभी आवश्यक होते हैं। फ़सल को उगाने के लिए मिट्टी का होना अत्यन्त आवश्यक है। मिट्टी का गुण उसकी उपज करने की क्षमता है जो फ़ुसल को पोषक तत्त्व प्रदान करती है।
प्रश्न 13.
पूरक पाठ्यपुस्तक के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए। (4 × 2 = 8)
(क) वर्तमान समय में विज्ञान का दुरुपयोग दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इसके कारण बहुत-सी समस्याओं ने जन्म ले लिया है। मैं क्यों लिखता हूँ’ पाठ के आधार पर इन समस्याओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर :
वर्तमान समय में विज्ञान का दुरुपयोग कई प्रकार से बढ़ रहा है। आज इसके द्वारा आतंकवादी संसार भर में बम-विस्फोट कर रहे हैं। उदाहरणस्वरूप अमेरिका की एक बहुमजिली इमारत को तहस-नहस करना तथा मुंबई में हुए बम-विस्कोट इत्यादि घटनाओं को लिया जा सकता है। आंतरिक रूप से एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र को आतंकित व भयभीत करने का प्रयास कर रहा है। विज्ञान के ही कारण दिन-प्रतिदिन प्रदूषण बढ़ रहा है। विज्ञान के दुरुपयोग से कन्या-भूण हत्याएँ हो रही हैं, जिससे जनसंख्या का संतुलन बिगड़ रहा है। किसान कीटनाशक और ज़हरीले रसायनों के माध्यम से फसलों का उत्पादन कर रहे हैं, जिससे लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। ए सी तथा फ्रिज जैसेउपकरणों के कारण वातावरण में क्लोरो-फ्लोरो कार्बन जैसी गैसो के उत्सर्जन से गर्मी बढ़ रही है, जिसके परिणामर्यरूप बर्फ़ पिघलने का ‘खतरा बढ़ रहा है। भयंकर दुर्घटनाएँ दैनिक जीवन का हिस्सा बन गई है। साइबर क्राइम भी बिज्ञान से जन्मी समस्या है।
(ख) लेखिका ने पहाड़ी श्रमिक महिलाओं के विषय में कहा है कि “कितना कम लेकर ये, समाज को कितना अधिक वापस लौटा देती है”, ‘साना-साना हाथ जोड़ि’ पाठ के इस कथन के आधार पर राष्ट्र के विकास में मनुष्य की भूमिका का उल्लेख कीजिए।
उत्तर :
लेखिका ने यह कथन उन पहाड़ी श्रमिक महिलाओं के विषय में कहा है, जो पीठ पर बँची ‘डोको’ (बड़ी टोकरी) में अपने बच्चों को संभालते हुए कठोर श्रम करती हैं। उसे लगता है, ये सुंदरियां बेकार सामग्री का सदुपयोग कर कितना कम लेकर समाज को बहुत अधिक लौटा देती हैं। यह बात हमारे देश की सामान्य जनता पर भी लागू होती है, जो श्रमिक कठोर परिश्रम करके सड़कों, पुलों, रेलवे लाइनों का निर्माण करते है, खेतों में अथक परिश्रम करके अन्न उपजाते है, उनके बदले में उन्हें बहुत कम मज़ूरी मिलती है, परंतु उनका श्रम देश की प्रगति में बहुत सहायक होता है। वे कम प्रतिदान पाकर भी देश के विकास में अधिक योगदान देते है।
(ग) माता-पिता का अपने बच्चों के प्रति प्रेम कई प्रकार से अभिव्यक्त होता है। ‘माता का अँचल’ पाठ में ऐसे बहुत से मार्मिक प्रसंगों का वर्णन किया गया है। ऐसे ही कुछ मार्मिक प्रसंगों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर :
‘माता का अँचल’ पाठ में आए मार्मिक प्रसंग निर्नलिखित हैं
(i) पिताजी द्वारा अपनी नुकीली मूँछें भोलानाथ के कोमल गालों में चुभाने पर भोलानाथ द्वारा झुँझलाकर उनकी मूँछें नोचने लग जाना।
(ii) माँ द्वारा भोलानाथ को तोता, मैना, कबूतर, हंस, मोर आदि के बनावटी नाम से कौर बनाकर यह कहते हुए खिलाना कि जल्दी खा लो, नहीं तो ये उड़ जाएँगें।
(iii) चूहे के बिल में पानी डालने पर साँप का निकलना और माता-पिता का भोलानाथ के प्रति चिंतित होना।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 120 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए- (6 × 1 = 6)
(i) आजादी का अमृत महोत्सव
शुरूआत कब और कहाँ
नए संकल्प
विभिन प्रकार के कार्यक्रम
भारत की पहचान
उत्तर:
आजादी का अमृत महोत्सव
भारत की संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाने के लिए भारत सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया । प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 12 मार्च 2021 को अहमदाबाद के साबरमती आश्रम में आजादी के अमृत महोत्सव का उद्घाटन किया क्योंकि इसी दिन गाँधी जी ने “नमक सत्याग्रह’ आन्दोलन की शुरूआत की थी।
आज़ादी का यह महोत्सव 75 सप्ताह तक मनाया जाएगा। इन सप्ताह में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कराए जाएँगे। आज भारत एक परमाणु शक्ति होने के साथ ही बड़ी सैन्य शक्ति भी है। मंगल पर मानव भेजने वाले 5 देशों की सूची में हमारा देश भी शामिल है। उत्पादन के मामले में भी भारत सशक्त होकर उभरा है। स्कूल के बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर अपनी कला के माध्यम से आजादी का महोत्सव मनाएँगे।
(ii) ऑनलाइन खरीददारी : समय की माँग
ऑनलाइन खरीददारी से अभिप्राय
खरीददारी करते समय संयम की आवश्यकता
बदलते समय की आवश्यकता
खरीददारी के समय सावधानियाँ
उत्तर:
ऑनलाइन खरीददारी: समय की माँग
आज ऑनलाइन प्लेटफार्म पर तमाम वस्तुओं को खरीद सकते है तथा उनकी कीमत से भी अवगत हो सकते हैं। ऑनलाइन खरीदारी समय की माँग है तथा यह अपने ग्राहकों को विभिन्न सेवाएँ प्रदान करती है जिसके माध्यम से व्यवसाय या फिर लेन-देन भी किया जा सकता है। आजकल लोग अत्यन्त व्यस्त हो गए हैं इसलिए उन्हें नेट पर जो भी वस्तु पसन्द
आती है उसे तुरन्त ऑर्डर कर देते हैं। यह समय की बचत करता है। महिलाओं और लड़कियों को खरीददारी कौ लत-सी होती है। तकनीक भी दिन-प्रतिदिन उन्नत हो रही है इसलिए एक ही जगह पर बैठकर वस्तुएँ आसानी से प्राप्त हो जाती हैं। कभी-कभी कोई वस्तु की वापसी भी चार्जेबल हो सकती है तो ध्यान से ही वस्तु का चयन करना चाहिए। ऑनलाइन खरीददारी करते समय यह अवश्य देख लेना चाहिए कि इसमें वापसी का विकल्प है या नहीं क्योंकि यदि वापसी का विकल्प होगा तो खराब सामान के आने पर उसे बदला या वापिस किया जा सकता है।
(iii) मधुर वचन हैं औषधि
शांति देने वाले
भाईचारा और प्रेम
उदाहरण (प्रकृति और आस-पास से)
व्यक्तित्व में निखार
उत्तर:
मधुर बचन हैं औषधि
मधुर वचन एक औषधि अर्थात् दवाई के समान होते हैं। यह मन को शांति प्रदान करते हैं। गाँधी जी को ही देख लीजिए। वह मधुर वचन का प्रयोग करते थे, इसलिए आज वह स्मरणीय हैं। आज हम क्रोधित होकर अपने रिश्तेदारों से कठु वचन यदि बोल देते हैं तो वे हमारे शत्रु बन जाते हैं। भाई-भाई ही कटु वचन के कारण एक-दूसरे के दुश्मन बन जाते हैं। मधुर वचन के माध्यम से ही रिश्ते को बचाया जा सकता है। जिस व्यक्ति ने अपनी वाणी को संयमित कर लिया है वह अद्वितीय हो जाता है। ऐसे व्यक्ति सदैव प्रेरणादायक होते हैं। यदि आज सभी व्यक्ति अपनी वाणी को संयमित कर लें तो वह अच्छे राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।
प्रश्न 15.
किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए।
आप साक्षी तँवर हैं। मेरठ में सड़क दुर्घटनाएँ प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। इस संदर्भ में दैनिक जागरण दिल्ली रोड के संपादक को सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव देते हुए लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
अथवा
आप रौनक सिंह हैं। आप छात्रावास में रहते हैं। अपने छोटे भाई को व्यायाम के प्रति जागरूक करने के लिए व्यायाम का महत्त्व समझाते हुए लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
उत्तर :
परीक्षा भवन,
मेरठ।
दिनांक 20 अप्रैल, 20XX
सेवा में,
संपादक महोदय
दैनिक जागरण
दिल्ली रोड,
मेरठ।
विषय सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के संदर्भ में।
महोदय,
मैं आपके लोकप्रिय समाचार-पत्र के माध्यम से सरकार और समाज का ध्यान बढ़ती हुई सड़क दुर्घटनाओं की ओर आकर्षित करना चाहती हूँ आशा है कि आप इसे जनहित में अवश्य प्रकाशित करेंगे। इन दिनों मेरठ में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ गई है। वाहन चालक यातायात के नियमों का उल्लंघन करते है। उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं है। दुर्घटनाओं को रोकने के संबंध में में निम्नलिखित सुझाव देना चाहती हूँ
(i) प्रातः 8 से 12 बजे तक व सायं 5 से 8 बजे तक सभी व्यस्त चौराहों पर यातायात पुलिस के सिपाही उपस्थित रहें व नियम का उल्लंघन करने वालों का चालान करें।
(ii) चलते हुए वाहन में मोबाइल से बात करने वालों का तुरंत चालान कर देना चाहिए। ऐसा एक से अधिक बार होने पर चालक का ड्राइविंग लाइसेंस जब्त कर लिया जाना चाहिए।
(iii) जनता को निर्धारित गति सीमा में ही अपने वाहन चलाने चाहिए।
(iv) ऐसे वाहन चालकों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए, जो अपने वाहन को निर्धारित गति सीमा में चलाते हों तथा किसी प्रकार के नियम का उल्लंघन न करते हों।
(v) जनता से ऐसे वाहन चालकों के वाहन नंबर नोट करके पुलिस को देने की अपील करनी चाहिए, जो सड़क पर बाहन चलाते समय नियमों का उल्लंघन करते हों।
आशा करती हूँ कि आप शीघ ही इस ओर ध्यान देंगे और हमें सड़क दुर्घटनाओं में कमी देखने को मिलेगी। धन्यवाद!
भवदीया
साक्षी तँवर
सचिव, युवा जागरण मंच
अथवा
परीक्षा भवन,
मेरठ।
दिनांक 25 मई, 20XX
प्रिय अनुज
स्नेह,
मैं यहां कुशलतापूर्वक हूँ। आशा करता हूँ कि तुम भी कुशल होंगे। तुम्हारी पढ़ाई भी ठीक चल रही होगी। मुझे तुम्हारे स्वास्थ्य की चिंता लगी रहती है। तुम दवाइयाँ तो बहुत खाते हो, किंतु व्यायाम की ओर थोड़ा भी ध्यान नहीं देते।
मेरे अनुसार व्यायाम का महत्त्व पढ़ाई से कम नहीं है। यदि तुम्हारा शरीर स्वस्थ रहेगा, तो तुम्हें अपनी पढ़ाई में और भी आनंद आएगा। अस्वस्थ व्यक्ति के जीवन में कोई रस नहीं रहता। यदि तुम पढ़ाई में शिखर पर रहना चाहते हो, तो इसके लिए व्यायाम तुम्हारी सहायता करेगा। यदि तुम मात्र दो सप्ताह व्यायाम कर लो, तो तुम्हें अपने स्वास्थ्य में अंतर स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगेगा।
आशा है कि तुम मेरे सुझाव को मानोगे तथा व्यायाम के महत्त्व पर ध्यान दोगे।
तुम्हारा भाई
रौनक सिंह
प्रश्न 16.
आपका नाम दिव्य/दिव्या है। आपने इसी वर्ष बी.कॉम. की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है। अपनी शैक्षणिक योग्यताओं और रुचि का वर्णन करते हुए रेलवे बोर्ड में कार्यालय सहायक के रिक्त पद के लिए एक संक्षिप्त स्ववृत्त लगभग 80 शब्दों में तैयार कौजिए। (5 × 1 = 5)
उत्तर:
सेवा में
रेलवे बोर्ड
नई दिल्ली
विषय-रेलवे बोर्ड में कार्यालय सहायक के रिक्त पद पर आवेदन हेतु
महोदय,
मैने अख़बार में रेलवे बोर्ड में कार्यालय संगठन के रिक्त पद के लिए एक विज्ञापन देखा था। इस पद हेतु मैं अपना आवेदन-पत्र आपकी सेवा में प्रेषित कर रही हूँ। इसके साथ मेरा स्ववृत्त निम्नलिखित है-
नाम – दिव्या
पिता का नाम – श्री प्रेम सिंह
माता का नाम – श्रीमती निर्मला देवी
जन्मतिथि – 16 मई, 1980
वर्तमान पता – जीजी पुरम आगरा
दूरभाष संख्या – 247X47X66
मोबाइल संख्या. – 90xx38xxxx
शैक्षणिक योग्यताएँ
अन्य सम्बन्धित योग्यताएँ
कम्प्यूटर का अच्छा ज्ञान
उद्घोषणा
मैं प्रमाणित करती हूँ कि उपर्युक्त सभी सूचनाएँ सत्य हैं।
दिनांक: xx/9/xxxx
स्थान: आगरा
हस्ताक्षर ………
अथवा
ई-मेल द्वारा किसी दैनिक समाचार-पत्र के सम्पादक को लगभग 80 शब्दों में सूचित कीजिए कि आपके निवास स्थान के आसपास अधिक वर्षा के कारण बाढ़ का-सा माहौल बन गया है। जल-भराव से मुक्ति के लिए तुरन्त सहायता अपेक्षित है।
उत्तर:
From:
[email protected]
To:
[email protected]
CC: …………….
BCC: …………..
विषय-जल भराव से मुक्ति हेतु
महोदय,
मेरा नाम पूनम बघेल है। मैं कमला नगर की निवासी हूँ। अभी कुछ दिनों पहले वर्षा तीत्र गति से हुई जिसके कारण यहाँ पर अधिक जल भराव हो गया था। नालियों के पानी का भी निकास नहीं हो रहा है। इसके कारण मच्छरों का भी प्रकोप बढ़ गया है। कुछ दिनों पहले ही डेंगू के दो-तीन मामले प्रकाश में आए हैं। हम सभी अपने स्कूल और काम पर भी नहीं जा पा रहे हैं।
हमने कई बार नगर निगम वालों से भी सम्पर्क किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
आपसे निवेदन है कि पानी की निकासी की उचित व्यवस्था करवाई जाए तथा मच्छरों को मारने की दवाई भी डलवाई जाए।
आपकी अति कृपा होगी।
सधन्यवाद
पूनम बघेल।
प्रश्न 17.
आप प्रियन श्रीवास्तव हैं। शहरों में प्रदूषण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। आप पर्यावरण विभाग की ओर से स्थानीय समाचार-पत्र में विज्ञापन देना चाहते हैं। आप इसके लिए लगभग 40 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।
अथवा
आप चारू सैन हैं। आप हिंदी दिवस के अवसर पर शुभकामना देते हुए लगभग 40 शब्दों में शुभकामना संदेश लिखिए।
उत्तर :
अथवा
हिंदी दिवस की शुभकामना हेतु संदेश
“निज भाषा उन्नति है, सय उन्नति को मूल”
दिनांक 14 सितंबर, 20××
समय 9:00 बजे प्रातः
आप सभी देशवासियों को हिदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। हिंदी हमारी संस्कृति की पहचान है तथा राष्ट्रीय चेतना की भाषा है। हिदी भाषा के प्रति सम्मान को बनाए रखें तथा हिंदी भाषा का अधिक-से-अधिक प्रयोग करें, जिससे राष्ट्र का गौरव सदैव बना रहे। किसी भी राष्ट्र की पहचान उसकी भाषा होती है। हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है और हमें राष्ट्रभाषा का प्रयोग करने पर गर्व का अनुभव होना धाहिए। इसलिए हमें हिंदी का प्रयोग कर भारत की पहचान को बुलंदियों तक पहुँचाना चाहिए। चारू सैन
(हिंदी अघ्यक्ष)