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CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi Course A Set 12 with Solutions
समय : 3 घंटे
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश:
- इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं-‘अ’ और ‘ब’। खंड ‘अ’ में वस्तुपरक/बहुविकल्पीय और खंड ‘ब’ में वस्तुनिष्ठ/वर्णनात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
- प्रश्न-पत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 17 है और सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।
- खंड ‘अ’ में कुल 10 प्रश्न हैं, जिनमें उपप्रश्नों की संख्या 44 है। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उपप्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- खंड ‘ब’ में कुल 7 प्रश्न हैं, सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
खंड ‘अ’
(बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्न)
खंड ‘अ’ में अपठित गद्यांश-पद्यांश, व्यावहारिक व्याकरण व पाठ्य-पुस्तक से संबंधित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्न दिए गए हैं, जिनमें प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित है।
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वधधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
लोगों का मानना है कि बाल-श्रम जैसी सामाजिक कुरीति को समाप्त करने का दायित्व सिर्फ सरकार का है। यदि सरकार चाहे तो कानून का पालन न करने वालों एबं कानून भंग करने वालों को सजा देकर बाल-श्रम को समाप्त कर सकती है, कितु वास्तव में ऐसा करना असंभव है। हमारे घरों में, ढाबों में, होटलों में अनेक बाल-श्रमिक मिल जाएँगे, जो कड़ाके की ठंड और तपती धूप की परवाह किए बगैर काम करते हैं। हमें सोचना होगा कि सभ्य समाज में यह अभिशाप अभी तक क्यों विद्यमान है? क्यों तथाकथित सभ्य एवं सुशिक्षित परिवारों में नौकरों के रूप में छोटे बच्चों को पसंद किया जाता है? क्यों आर्थिक रूप से सशक्त लोगों को घर के कामकाज हेतु गरीब एवं गाँव के बाल-श्रमिक ही पसंद आते हैं? आज आवश्यकता इस बात की है कि सरकारी स्तर से लेकर व्यक्तिगत स्तर तक सभी लोग इसके प्रति सजग रहें और बाल-श्रम के कारण बच्चों का बचपन न छिन जाए, इसके लिए कुछ सार्थक पहल करें।
हमें आज ही बालश्रम के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और जहाँ कोई बच्चा हमें बाल मजदूरी करते हुए मिले उसकी शिकायत हमें नजदीकी पुलिस स्टेशन में करनी चाहिए। बालश्रम को खत्म करना केवल सरकार का ही कर्त्त्य नहीं है, हमारा भी कर्त्तव्य है। बालश्रम एक बहुत बड़ी सामाजिक समस्या है। इस समस्या को सभी के द्वारा जल्द-से-जल्द खत्म करने की जरूरत है। अगर जल्दी ही इस समस्या पर कोई कदम नहीं उठाया गया तो यह पूरे देश को दीमक की तरह खोखला कर देगी। बच्चे ही हमारे देश का भविष्य है अगर उन्हीं का बचपन अँधेरे और बालश्रम में बीतेगा तो हम एक सुदृढ़ भारत की कल्पना कैसे कर सकते हैं। अगर हमें नए भारत का निर्माण करना है तो बाल मजदूरी को जड़ से उखाड़ फेंकना होगा। यह सिर्फ हमारे और सरकार के सहयोग से ही संभव है। इसलिए हम सबका दायित्व है कि इनकी दशा-परिवर्तन हेतु मनोयोगपूर्वक सार्थक प्रयास करें, जिससे राष्ट्र के भावी नागरिकों के बालपन की स्वाभाविकता बनी रहे।
(क) निम्नलिखित कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए। देश को सार्थक पहल करने की आवश्यकता है, जिससे
1. बाल-श्रम के कारण बच्चों की शिक्षा न छिन जाए।
2. बाल-श्रम के कारण बच्चों का बचपन न छिन जाए।
3. बाल-श्रम के कारण बच्चों को खुशियाँ मिल जाएँ।
4. बाल-श्रम के कारण बच्चे विकलांग न हो जाएँ। कूट
(i) केवल 2 सही है
(ii) 1 और 2 सही हैं
(iii) 3 और 4 सही हैं
(iv) 2 और 3 सही हैं
उत्तर :
(i) केवल 2 सही है बाल-भ्रम जैसी सामाजिक कुरीति के कारण बच्चों का बचपन न छिन जाए, इसलिए देश को सार्थक पहल करने की आवश्यकता है।
(ख) गद्यांश के आधार पर बताइए कि लोगों की विचारधारा कैसी है?
(i) बाल-श्रम को समाप्त करना केवल सरकार का दायित्व है
(ii) बाल-श्रम को समाप्त करना केवल लोगों का दायित्व है
(iii) बाल-श्रम को समाप्त करना केवल बाल-श्रमिकों का दायित्व है
(iv) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर :
(i) बाल-श्रम को समाप्त करना केवल सरकार का दायित्व है गचांश में बताया गया है कि समाज में लोगों की विचारधारा है कि बाल-श्रम को समाप्त करने का दायित्व केवल सरकार का है। सरकार द्वारा दोषियों को सजा दिए जाने से इस समस्या से निपटा जा सकता है।
(ग) सभ्य समाज में आज भी कौन-सा अभिशाप व्याप्त है?
(i) बाल-श्रम का
(ii) सामाजिक कुरीतियों का
(iii) सशक्तता का
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(i) बाल-श्रम का सभ्य समाज में आज भी बाल-श्रम जैसा सामाजिक अभिशाप व्याप्त है अर्थात् आज भी बड़ी संख्या में होटलों, ढाबों तथा सभ्य एवं सुशिक्षित परिवारों में नौकरी के रूप में छोटे बच्चे कार्य करते नज़र आते हैं।
(घ) ‘इनकी दशा-परिवर्तन हेतु मनोयोगपूर्वक सार्थक प्रयास करें’ वाक्य में ‘इनकी’ शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?
(i) बाल-श्रमिकों के लिए
(ii) सभ्य लोगों के लिए
(iii) सुशिक्षित लोगों के लिए
(iv) पिछड़े लोगों के लिए
उत्तर :
(i) बाल-श्रमिकों के लिए ‘इनकी दशा-परिवर्तन हेतु मनोयोगपूर्वक सार्थक प्रयास करें’, वाक्य में ‘इनकी ‘ शब्द बाल-श्रमिकों के लिए प्रयुक्त हुआ है।
(ङ) कथन (A) छोटे बच्चों को सभ्य एवं सुशिक्षित परिवारों में नौकरों के रूप में पसंद किया जाता है।
कारण (R) बाल-श्रमिक आसानी से कम पैसों में मिल जाते हैं।
(i) कथन A गलत है, किंतु कारण R सही है।
(ii) कथन A और कारण R दोनों ही गलत हैं।
(iii) कथन A और कारण R दोनों सही हैं तथा कारण R कथन A की सही व्याख्या करता है।
(iv) कथन A और कारण R दोनों सही हैं, परंतु कारण R कथन A की सही व्याख्या नहीं करता है।
उत्तर :
(ii) कथन A और कारण R दोनों सही हैं तथा कारण R कथन A की सही व्याख्या करता है छोटे बच्चों को सभ्य एवं सुशिक्षित परिवारों में नौकरों के रूप में पसंद किया जाता है, क्योंकि बाल-श्रमिक आसानी से कम पैसों में मिल जाते हैं।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित काव्यांशों पर आधारित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
कोई खंडित, कोई कुंठित, कृश बाहु, पसलियाँ रेखांकित, टहनी-सी टाँगें, बढ़ा पेट, टेढ़े-मेढ़े, विकलांग घृणित! विज्ञान चिकित्सा से वंचित, ये नहीं धात्रियों से रक्षित, ज्यों स्वास्थ्य सेज हो, ये सुख से लोटते धूल में चिर परिचित!
पशुओं-सी भीत मूक चितवन, प्राकृतिक स्फूर्ति से प्रेरित मन, तृण तरुओं-से उग-बढ़, झर-गिर, ये ढोते जीवन क्रम के क्षण! कुल मान न करना इन्हें वहन, चेतना ज्ञान से नहीं गहन, जग जीवन धारा में बहते ये मूक, पंगु बालू के कण!
(क) इस कविता के केंद्रीय भाव हेतु दिए गए कथनों को पढ़कर सबसे सही विकल्प चुनिए।
1. गाँव के बच्चों की दयनीय दशा का वर्णन किया गया है।
2. गाँव के बच्चों में कुपोषण की समस्या का वर्णन किया गया है।
3. गाँव के बच्चों में चेतना ज्ञान के अभाव का वर्णन किया गया है।
4. गाँव में चिकित्सा सुविधाओं के अभाव का वर्णन किया गया है।
कूट
(i) केवल 1 सही है
(ii) 2 और 3 सही हैं
(iii) 3 और 4 सही हैं
(iv) 1 और 4 सही हैं
उत्तर :
(i) केवल 1 सही है प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने गाँव के बच्चों की दयनीय दशा का वर्णन किया है। सुविधाओं के अभाव में बच्चों की स्थिति शोचनीय हो गई है।
(ख) दूसरे पद में कवि कह रहा है कि
(i) गाँव में विज्ञान की शिक्षा नहीं दी जा रही है
(ii) गाँव में शिशु जन्म हेतु पर्याप्त दवाइयाँ नहीं हैं
(iii) गाँव में बच्चे स्वास्थ्य के प्रति सजग रहकर शारीरिक व्यायाम कर रहे है
(iv) गाँव में बच्चे अपने मित्रों के साथ धूल में कुश्ती जैसे खेल खेल रहे हैं
उत्तर :
(ii) गाँव में शिशु जन्म हेतु पर्याप्त दवाइयाँ नहीं हैं दूसरे पद में कवि ने स्पष्टत: कहा है कि गाँवों में न तो चिकित्सा सुविधाएँ हैं और न ही पर्याप्त दवाइयाँ हैं। परिणामतः बच्चों के जन्म के समय काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
(ग) प्रस्तुत पय्यांश में कवि का रवैया कैसा प्रतीत होता है?
(i) वे बच्चों की दशा के विषय में व्यंग्य कर मनोरंजन कराना चाह रहे है
(ii) वे बच्चों की दशा की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित कराना चाहते हैं
(iii) वे तटस्थ रहकर बच्चों की शारीरिक व मानसिक दशा का वर्णन कर रहे है
(iv) वे बच्चों की शारीरिक व मानसिक दशा से संतुष्ट प्रतीत होते हैं
उत्तर :
(ii) वे बच्चों की दशा की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित कराना चाहते हैं प्रस्तुत पद्यांश में कवि गावों के बच्चों की दयनीय दशा की ओर समाज का ध्यान आकर्षित कराना चाहते हैं, ताकि गाँवों के बच्चों को भी मूलभूत सुख-सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा सके और कोई भी बच्चा स्वास्थ्य व शैक्षिक सुविधाओं से वंचित न रहे।
(घ) तृण तरुओं-से उग-बढ़ …, इस पंक्ति का क्या अर्थ है?
(i) घास-फूस की तरह हल्के हैं, इसलिए तिनकों की तरह उड़ रहे हैं।
(ii) पौधों तथा घास की तरह बिना कुछ खाए-पिए बढ़ रहे है
(iii) घास तथा पौधों की तरह पैदा हो रहे हैं तथा मर रहे हैं
(iv) प्राकृतिक वातावरण में घास व पौधों की तरह फल-फूल रहे हैं
उत्तर :
(iii) घास तथा पौधों की तरह पैदा हो रहे हैं तथा मर रहे हैं प्रस्तुत पंक्ति का अर्थ यह है कि मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध न होने के कारण बच्चे घास तथा पौधों की भाँति पैदा होकर जीवन के क्षणों को पूरा करते हुए अंततः मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं। उन्हें अपने व्यक्तित्व के विकास हेतु पर्याप्त अवसर प्राप्त नहीं हो पाते।
(ङ) निम्नलिखित कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए। गाँवों में बच्चों की स्थिति है
1. कुपोषित, खिन्न तथा अशिक्षित।
2. क्षीणकाय, किंतु कुल के मान का ध्यान करने वाली।
3. प्राकृतिक वातावरण में रहते हुए स्कूर्ति से भरे हुए।
4. पशुओं की तरह बलिष्ठ परंतु असहाय व मूक।
कूट
(i) केवल 1 सही है
(ii) 1 और 2 सही हैं
(iii) 2 और 3 सही है
(iv) 3 और 4 सही है
उत्तर :
(i) केवल 1 सही है प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने गाँव के बच्चों की स्थिति का वर्णन करते हुए कहा है कि वे भोजन संबंधी चिकित्सा सुविधाएँ न होने के कारण विकलांग तथा शारीरिक रूप से अत्यंत कमजोर व अस्वस्थ हैं, जिसके कारण वे मानसिक रूप से उदास तथा चिंतित रहते हैं। साथ ही शैक्षिक संस्थानों की अनुपलब्यता के कारण वे अशिक्षित ही रह जाते हैं।
प्रश्न 3.
निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (1 × 4 = 4)
(क) “वह लड़का, जो पेइ के पास खड़ा है, मेरा मित्र है।” इसका सरल वाक्य होगा
(i) पेड़ के पास खड़ा हुआ लड़का मेरा मित्र है।
(ii) जो पेड़ के पास खड़ा है मेरा मित्र है।
(iii) वे सभी जो पेड़ के पास खड़े हैं मेरे मित्र हैं।
(iv) वह लड़का मेरा मित्र है और वह पेड़ के पास खड़ा है।
उत्तर :
(i) पेड़ के पास खड़ा हुआ लड़का मेरा मित्र है।
(ख) “मैं बीमार हूँ, इसलिए आयोजन में नहीं जा सकता।” इसका मिश्रित वाक्य होगा
(i) मेरा आयोजन में न जाने का कारण बीमार होना है।
(ii) मैं आयोजन में इसलिए नहीं जा सकता, क्योकि मैं बीमार हूँ।
(iii) बीमार होना आयोजन में न जाने का कारण है।
(iv) बीमार होने के कारण में आयोजन में नहीं जा सकता।
उत्तर :
(ii) मैं आयोजन में इसलिए नहीं जा सकता, क्योंकि में बीमार हूं।
(ग) ‘राम खाना खाकर बाहर चला गया।’ इसका संयुक्त वाक्य होगा
(i) राम खाकर चला गया।
(ii) राम खाना खाकर चला गया।
(iii) ज्यों ही राम ने खाना खाया, वह चला गया।
(iv) राम ने खाना खाया और बाहर चला गया।
उत्तर :
(iv) राम ने खाना खाया और बाहर चला गया।
(घ) निम्नलिखित वाक्यों में संयुक्त वाक्य है
1. उसकी गाय काली है और वह खेत में चर रही है।
2. जो गाय काली है वही खेत में चर रही है।
3. खेत में चरने वाली गाय काली है।
4. यह काली गाय है पर वह खेतों में चर रही है।
कूट
(i) केवल 1 सही है
(ii) 2 और 3 सही हैं
(iii) 3 और 4 सही हैं
(iv) 1 और 4 सही हैं
उत्तर :
(iv) 1 और 4 सही हैं।
(ङ) सूची I को सूची II के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए।
सूची I | सूची II |
A. उसने मेहनत की और वह सफल हुआ। | 1. सरल वाक्य |
B. जो मेहनत करता है वह सफल होता है। | 2. संयुक्त वाक्य |
C. मेहनती लोग सफल होते हैं। | 3. मिश्र वाक्य |
कूट
A B C
(i) 3 1 2
(ii) 2 3 1
(iii) 2 1 3
(iv) 1 2 3
उत्तर :
(ii) A-2, B-3, C-1
प्रश्न 4.
निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए (1 × 4 = 4)
(क) सूची I को सूची II के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए।
सूची I | सूची II |
A. उद्धव द्वारा ज्ञान का उपदेश दिया गया। | 1. कर्तृवाच्य |
B. उद्धव ज्ञान का उपदेश देते हैं। | 2. कर्मवाच्य |
C. उद्धव से ज्ञान का उपदेश नहीं दिया जाता। | 3. भाववाच्य |
कूट
A B C
(i) 2 1 3
(ii) 3 1 2
(iii) 3 2 1
(iv) 1 3 2
उत्तर :
(i) A-2, B-1, C-3
(ख) निम्नलिखित वाक्यों में से भाववाच्य वाला वाक्य छाँटिए।
(i) मोहिनी क्षणभर को भी शांत नहीं रहती।
(ii) मोहिनी से क्षणभर के लिए भी शांत नहीं बैठा जा सकता।
(iii) मोहिनी के द्वारा शांत नहीं रहा जाता।
(iv) मोहिनी द्वारा क्षणभर भी शांत नहीं बैठा गया।
उत्तर :
(ii) मोहिनी से क्षणभर के लिए भी शांत नहीं बैठा जा सकता।
(ग) इनमें कर्मवाच्य का उदाहरण है
(i) मीना प्रतिदिन रामायण का पाठ करती है।
(ii) मीना द्वारा प्रतिदिन रामायण का पाठ किया जाता है।
(iii) मीना रामायण का पाठ करेगी।
(iv) मीना से रामायण का पाठ किया नहीं जाता है।
उत्तर :
(ii) मीना द्वारा प्रतिदिन रामायण का पाठ किया जाता है।
(घ) ‘आपके द्वारा उनके विषय में क्या सोचा जाता है?’ कर्तृवाच्य में बदलिए।
(i) आप उनके विषय में क्या सोचते है?
(ii) उस विषय में आप क्या सोचते है?
(iii) आपके द्वारा उस विषय में क्या सोचा जाता है?
(iv) उनके द्वारा आपके विषय में क्या सोचा जाता है?
उत्तर :
(i) आप उनके विषय में क्या सोचते हैं?
(ङ) ‘नेताजी कंबल बाँट रहे हैं।” कर्मवाच्य में बदलिए
(i) नेताजी द्वारा कंबल बाँटे गए।
(ii) नेताजी ने कंबल बाँटे।
(iii) नेताजी कंबल बाँटेंगे।
(iv) नेताजी से कंबल बाँटे जाते हैं।
उत्तर :
(i) नेताजी द्वारा कंबल बाँटे गए।
प्रश्न 5.
निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (1 × 4 = 4)
(क) परिश्रम ही सफलता का मूल मंत्र है। रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) जातिवाचक संज़ा, एकवचन, पुल्लिग, कर्म कारक
(ii) भाववाचक संज़ा, एकवचन, पुल्लिग, करण कारक
(iii) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिग, करण कारक
(iv) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिग, कर्म कारक
उत्तर :
(ii) परिश्रम भाववाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिग, करण कारक
(ख) पिजरे में बैठकर तोता गा रहा है। रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) पूर्वकालिक क्रिया, रीतिवाचक क्रिया-विशेषण, विशेष्य क्रिया ‘गा रहा है’
(ii) व्यक्तिवाचक संज्ञा, कर्ता कारक, एकवचन, स्त्रीलिंग, ‘गा रहा है’ क्रिया का कर्ता
(iii) जातिवाचक संज्ञा, कता कारक, एकवचन, पुल्लिग, ‘गा रहा है’ क्रिया का कता
(iv) व्यक्तिवाचक संज्ञा, कर्म कारक, एकवचन, पुल्लिग, ‘गा रहा है’ क्रिया का कताँ
उत्तर :
(i) बैठकर पूर्वकालिक क्रिया, रीतिवाचक क्रिया-विशेषण, विशेष्य क्रिया ‘गा रहा है’
(ग) मैने किसी से झगड़ा नहीं किया। रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) पुरुषवाचक सर्बनाम, एकवचन, कर्ता कारक, ‘किया’ क्रिया का कर्ता
(ii) निजवाचक सर्वनाम, एकवचन, कर्ता कारक, ‘किया’ क्रिया का कर्ता
(iii) निश्चयवाचक सर्वनाम, एकवचन, कर्ता कारक, ‘किया’ क्रिया का कर्ता
(iv) पुरुषवाचक सर्वनाम, बहुवचन, कर्ता कारक, ‘किया’ क्रिया का कर्ता
उत्तर :
(i) मैंने पुरुषवाचक सर्वनाम, एकवचन, कर्ता कारक, ‘किया’ क्रिया का कर्ता
(घ) पतोहू से ही आग दिलाई। रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) सकर्मक क्रिया, पुल्लिग, वर्तमान काल, कर्तृवाच्य
(ii) अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, वर्तमान काल, कर्तृवाच्य
(iii) अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, वर्तमान काल, कर्मवाच्य
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(i) दिलाई सकर्मक क्रिया, पुल्लिग, वर्तमान काल, कर्तृवाच्य
(ङ) जो बोएगा वही काटेगा। जो व्यक्ति यहाँ है, वही आए। दोनों वाव्यों में रेखांकित अंश का पद परिचय होगा
(i) पहला जो-अनिश्चयवाचक सर्वनाम, दूसरा जो-गुणवाचक विशेषण
(ii) पहला जो-निश्चयवाचक सर्वनाम, दूसरा जो-संख्यावाचक विशेषण
(iii) पहला जो-पुरुषवाचक सर्वनाम, दूसरा जो-परिमाणवाचक विशेषण
(iv) पहला जो-संबंधवाचक सर्वनाम, दूसरा जो-सार्वनामिक विशेषण
उत्तर :
(iv) पहला जो-संबधवाचक सर्वनाम, दूसरा जो-सार्वनामिक विशेषण
प्रश्न 6.
निर्देशानुसार ‘अलंकार’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए (1 × 4 = 4)
(क) “अपनी एक टाँग पर खड़ा है यह शहर
अपनी दूसरी टाँग बिल्कुल बेखबर।”
इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है
(i) श्लेष
(ii) उत्रेक्षा
(iii) मानवीकरण
(iv) अतिशयोक्ति
उत्तर :
(iii) मानवीकरण प्रस्तुत पंक्ति में शहर को मनुष्य के रूप में बताया गया है, जो अपनी एक टाँग पर खड़ा है। अतः यहाँ मानवीकरण अलकार है।
(ख) मेरी भव बाधा हरो राधा नागरि सोय।
जा तन की झँई परे श्याम हरित दुति होय।।
इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है
(i) श्लेष
(ii) उत्रेक्षा
(iii) मानवीकरण
(iv) अतिशयोक्ति
उत्तर :
(i) श्लेष प्रस्तुत पंक्ति में कवि द्वारा हरित शब्द का प्रयोग दो अर्थ प्रकट करने के लिए किया गया है यहाँ हरित शब्द के अर्थ हैं-हर्षित (पसन्न होना) व हरे रंग का होना। अतः यहां श्लेष अलंकार है।
(ग) “सुबरन को दूँढत फिरत, कवि, व्यभिचारी चोर।” इस काव्य-पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार है
(i) श्लेष
(ii) उत्रेक्षा
(iii) मानवीकरण
(iv) अतिशयोक्ति
उत्तर :
(i) श्लेष में ‘सुबरन’ का प्रयोग किया गया है, जिसे कवि, व्यभिचारी एवं चोर तीनों ही खोज रहे हैं। यहाँ सुबरन के तीन अर्थ हैं- कवि अच्छे वर्ण को, व्यभियारी अच्छे रूप-रंग को तथा चोर स्वर्ण को बूँढ रहा है। अतः यहाँ श्लेष अलंकार है।
(घ) “दलन के दरानन ते कमठ करारे फूटे, करो के से पात बिहरानेफन सेष के।” इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है
(i) श्लेष
(ii) उत्र्रेक्षा
(iii) मानवीकरण
(iv) अतिशयोक्ति
उत्तर :
(iv) अतिशयोक्ति शिवाजी की सेना के चलने से कच्छपावतार की पीठ का तड़क जाना और शेषनाग के फनों का केले के पत्तों के समान फट जाना, दिखाया गया है। यहाँ वर्णन बहुत बढ़ा-चढ़ाकर किया गया है। अतः यहाँ अतिशयोक्ति अलंकार है।
(ङ) गुलाब खिलकर बोला मैं आग का गोला नहीं प्रीत की कविता हूँ। इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है
(i) श्लेष
(ii) उत्रेक्षा
(iii) मानवीकरण
(iv) अतिशयोक्ति
उत्तर :
(iii) मानवीकरण गुलाब जैसे निर्जीव में भी बोलने का गुण विद्यमान है। अतः निर्जीव में मानवीय क्रियाओं के आरोप के कारण यहाँ मानवीकरण अन्नंकार है।
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
नमक-मिर्च छिड़क दिए जाने से ताजे खीरे की पनियाती फाँकें देखकर पानी मुँह में जरूर आ रहा था, लेकिन इनकार कर चुके थे। आत्मसम्मान निबाहना ही उचित समझा, उत्तर दिया, ‘शुक्रिया, इस वक्त तलब महसूस नहीं हो रही, मेदा भी ज़रा कमजोर है, किबला शौक फरमाएँ।’ नवाब साहब ने सतृष्ण आँखों से नमक-मिर्च के संयोग से चमकती खीरे की फाँकों की ओर देखा। खिड़की के बाहर देखकर दीर्घ नि:श्वास लिया। खीरे की एक फाँक उठाकर होंठों तक ले गए। फाँक को सूँघा। स्वाद के आनंद में पलके मूँद गईं। मुँह में भर आए पानी का घूँट गले से उतर गया, तब नवाब साहब ने फाँक को खिड़की से बाहर छोड़ दिया। नवाब साहब खीरे की फाँकों को नाक के पास ले जाकर, वासना से रसास्वादन कर खिड़ी के बाहर फेकते गए।
(क) गद्यांश के आधार पर बताइए कि लेखक ने क्या कहकर खीरा खाने से मना कर दिया?
(i) खीरा पसंद नहीं है
(ii) इस समय इसकी इच्छा महसूस नहीं हो रही है
(iii) मेरा मेदा भी जरा कमजोर है
(iv) (ii) और (iii) दोनों
उत्तर :
(iv) (ii) और (iii) दोनों लेखक ने यह कहकर खीरा खाने से मना कर दिया कि मुझे इस समय इसकी इच्छा महसूस नहीं हो रही है और मेरा मेदा भी जरा कमजोर है अर्थात् स्वास्थ्य भी सही नहीं है, कृपया आप ही इसका शौक फरमाएँ।
(ख) नवाब साहब ने खीरे की फाँकों को किस प्रकार देखा?
(i) सतृष्ण आँखों से
(ii) वितृष्ण आँखों से
(iii) तृष्ण से
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(i) सतृष्ण आँखों से नवाब साहब ने सतृष्ण आँखों से नमक-मिर्च के संयोग से चमकती खीरे की फांकों को देखा।
(ग) नमक-मिर्च छिड़कर दिए गए खीरे की फाँकों को देखकर लेखक की क्या स्थिति थी?
(i) लेखक उन्हे फेंकने को लालायित हो रहे थे
(ii) लेखक उन्हें खाने को लालायित हो रहे थे
(iii) लेखक उन्हें सूँघने को लालायित हो रहे थे
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(ii) लेखक उन्हें खाने को लालायित हो रहे थे नमक-मिर्च छिड़ककर दिए गए ताजे खीरे की फॉकों को देखकर लेखक उन्हें खाने को लालायित हो रहे थे, परंतु लेखक ने उन खीरे की फॉकों को नहीं खाया।
(घ) नवाब साहब ने न चाहते हुए भी खीरे को खिइकी से बाहर क्यों फेंका?
(i) वे पहले ही खीरा खाने से इंकार कर चुके थे
(ii) वे पहले ही खीरा खाने को हाँ कर चुके थे
(iii) वे पहले ही खीरा फेंकने को तैयार हो चुके थे
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(i) वे पहले ही खीरा खाने से इंकार कर चुके थे नवाब साहब ने न चाहते हुए भी खीरे की फॉकों को खिड़की से बाहर इसलिए फेंका, क्योंकि वे पहले ही खीरा खाने से इंकार कर चुके थे। अतः उन्होंने उस समय आत्मसम्मान निभाना ही उथित समझा था।
(ङ) नवाब साहब ने खीरे की फाँकों का स्वाद किस प्रकार लिया?
1. केवल खीरों को देखकर
2. खीरों को खाकर
3. खीरों को होठों तक उठाकर
4. खीरों को सूँघकर
कूट
(i) केवल 1 सही है
(ii) केवल 2 सही है
(iii) 1 और 3 सही है
(iv) 3 और 4 सही हैं
उत्तर :
(iv) 3 और 4 सही हैं गद्यांश में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि नवाब साहब ने खीरे की फाँको को होठों तक लाकर सूँघा और फिर एक-एक करके उनको खिड़की से बाहर फेंक दिया।
प्रश्न 8.
गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित दो बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए
(क) ‘नेताजी का चश्मा’ पाठ के आधार पर बताइए कि कैप्टन को नेताजी की मूर्ति में कौन-सी बात खटकती थी? (1 × 2 = 2)
(i) मूर्ति के चेहरे पर चश्मा नहीं था
(ii) मूर्ति पर टोपी नहीं थी
(iii) मूर्ति पर कपड़े नहीं थे
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(i) मूर्ति के चेहरे पर चश्मा नहीं था कैप्टन को नेताजी की मूर्ति में यह बात खटकती थी कि मूर्ति के चेहरे पर चश्मा नहीं था। कैप्टन ने इस गलती को सुधारने के लिए अपने पास रखे हुए बहुत-से चश्मों के फ्रेम में से एक फ्रेम को नेताजी की मूर्ति के चेहरे पर लगा दिया।
(ख) लेखक ने नवाब साहब के बारे में क्या कल्पना की?
(i) अकेले यात्रा करने के लिए सेकंड क्लास का टिकट खरीदा होगा
(ii) वे नहीं चाहते होंगे कि कोई अन्य उनके डिल्ये में चढ़े
(iii) किसी दूसरे के सामने खीरे कैसे खाएँ
(iv) उपरोक्त सभी
उत्तर :
(iv) उपरोक्त सभी लेखक ने नवाब साहब के बारे में कल्पना की कि उन्होंने अकेले यात्रा करने के लिए सेकंड क्लास का टिकट खरीदा होगा, वे नहीं चाहते होंगे कि कोई अन्य उनके डिब्बे में चढ़े तथा वे किसी दूसरे के सामने खीरे खाएँ।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित पठित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 5 = 5)
एक के नहीं, दो के नहीं,
देर सारी नदियों के पानी का जादू:
एक के नहीं, दो के नहीं,
लाख-लाख कोटि-कोटि हाथों के स्पर्श की गरिमा
एक की नहीं दो की नहीं,
हज़ार-हज़ार खेतों की मिट्टी का गुण धर्म
(क) फसल के उगने में किसका योगदान रहता है?
(i) अनेक व्यक्तियों के शारीरिक परिश्रम का
(ii) नदियों के जल का
(iii) खेतों की मिट्टी के गुणधर्म का
(iv) ये सभी
उत्तर :
(iv) ये समी फसल के उगने में अनेक व्यक्ति के शारीरिक परिश्रम का, नदियों के जल का व खेतों की मिट्टी के गुणधर्म का योगदान रहता है।
(ख) ‘कोटि-कोटि हाथों के स्पर्श की गरिमा’ से क्या अभिप्राय है?
(i) किसानों के शारीरिक परिश्रम द्वारा फसल निर्माण से
(ii) हाथों द्वारा बीजों को मिट्टी में रोपित करने से
(iii) मशीनों के स्थान पर मानव श्रम को ही महत्त्व देने से
(iv) इनमें से कोई नहीं
उत्तर :
(i) किसानों के शारीरिक परिश्रम द्वारा फसल निर्माण से काव्यांश के आधार पर ‘कोटि-कोटि हार्थों के स्पर्श की गरिमा’ से अभिम्माय किसानों के शारीरिक परिश्रम द्वारा फसल निर्माण से है।
(ग) ‘एक के नहीं, दो के नहीं’ पंक्ति की आवृत्ति क्यों की गई है?
(i) सामूहिकता के भाव को प्रकट करने के लिए
(ii) गणना करने के लिए
(iii) आलंकारिकता के लिए
(iv) आवृत्ति भाव उत्पन्न करने के लिए
उत्तर :
(i) सामूहिकता के भाव को प्रकट करने के लिए ‘एक के नहीं, दो के नहीं’ पंक्ति की आवृत्ति सामूहिकता के भाव को प्रकट करने के लिए की गई है।
(घ) ‘फसल’ कविता में कवि ने किस विषय में बताया है?
(i) फसल उत्पादन में मिट्टी की गुणवत्ता के सहयोग के विषय में
(ii) प्रकृति और मानव के परस्पर सहयोग के विषय में
(iii) किसानों के परिश्रम के विषय में
(iv) फसल उत्पादन में आवश्यक कारक तत्त्वों के विषय में
उत्तर :
(iv) फसल उत्पादन में आवश्यक कारक तत्त्वों के विषय में फसल कविता में कवि ने फसल के उत्पादन में आवश्यक कारक तत्त्वों के विषय में बताया है।
(ङ) फसल की पैदावार किसके जादू के कारण होती है?
(i) काली-संदली मिट्टी के मिश्रण द्वारा
(ii) रासायनिक खाद द्वारा
(iii) नदियों के पानी द्वारा
(iv) चाँद की किरणों द्वारा
उत्तर :
(iii) नदियों के पानी द्वारा फसल की पैदावार नदियों के पानी के जादू के कारण होती है।
प्रश्न 10.
पाठ्यपुस्तक में निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित दो बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए। (1 × 2 = 2)
(क) सूरदास के ‘पद’ के आधार पर बताइए कि गोपियों ने उद्धव को दुर्भाग्यशाली क्यों कहा?
(i) वे श्रीकृष्ण के साथ रहते हुए भी उनसे प्रेम न कर सके
(ii) वे श्रीकृष्ण का कृपापात्र नहीं बन सके
(iii) वे श्रीकृष्ण को योग नहीं सिखा सके
(iv) वे श्रीकृष्ण को लेकर ब्रज नहीं आ सके
उत्तर :
(i) वे श्रीकृष्ण के साथ रहते हुए भी उनसे प्रेम न कर सके गोपियाँ उद्धव पर व्यंग्य कसते हुए कहती हैं कि तुम तो बहुत दुर्भाग्यशाली हो, जो श्रीकृष्ण के साथ रहते हुए भी अभी तक उनसे प्रेम न कर सके।
(ख) कवि बादलों से क्या करने के लिए कह रहा है?
(i) संपूर्ण आकाश को घेरकर बरसने के लिए
(ii) घिर-घिरकर आने के लिए
(iii) आकाश से चले जाने के लिए
(iv) आकाश में उड़ने के लिए
उत्तर :
(i) संपूर्ण आकाश को घेरकर बरसने के लिए कवि बादलों से संपूर्ण आकाश को घेरकर बरसने के लिए कह रहा है। वह कहता है कि तुम लोगों के मन को सुख से भर देने वाले हो। अतः तुम खूब गरजो व बरसो।
खंड ‘ब’
(वर्णनात्मक प्रश्न)
खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं, जिनके निर्धारित अंक प्रश्न के सामने अंकित हैं।
प्रश्न 11.
गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए। (2 × 3 = 6)
(क) “उनका बेटा बीमार है, इसकी ख़बर रखने की लोगों को कहाँ फुरसत”-कथन द्वारा लेखक क्या कहना चाहता है? ‘बालगोबिन भगत’ पाठ के आधार पर उत्तर दीजिए।
उत्तर :
प्रस्तुत कथन द्वारा लेखक यह कहना चाहता है कि गॉव वाले भगत के बीमार बेटे का हाल-चाल जानने के लिए भगत के घर नहीं गए। सभी अपनी व्यस्त दिनचर्या में से थोड़ा समय भी नहीं निकाल पाए। शायद, उन्होंने भगत के बीमार बेटे का हाल-चाल पूछना आवश्यक नहीं समझा अथवा भगत की सामान्य दिनचर्या से उन्हें इसका पता ही नहीं चला।
(ख) ‘नेताजी का चश्मा’ पाठ के आधार पर बताइए कि कैष्टन कौन था? उसे कौन-सी बात आहत करती थी? इससे कैप्टन की कौन-सी विशेषता प्रकट होती है?
उत्तर :
कैष्टन चश्मे बेचने वाला एक सामान्य व्यक्ति था, जो फेरी लगाकर चश्मे बेचने का कार्य करता था। उसे इस बात से बहुत दु;ख होता था कि कस्बे के चौराहे पर लगी नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मूर्ति बिना चश्मे की थी। चश्मा नेताजी की एक महत्त्वपूर्ण पहचान समझा जाता है, इसलिए उसे नेताजी की बिना चश्मे की मूर्ति आहत करती थी। इससे चश्मे वाले के द्धदय में देशभक्ति के भाव की विशेषता का पता चलता है।
(ग) ‘लखनवी अंदाज़’ पाठ के आधार पर बताइए कि लेखक को रेल का डिब्बा अनुमान के प्रतिकूल निर्जन क्यों नहीं लगा?
उत्तर :
जब लेखक रेलवे स्टेशन पहुँचा, तो उस समय गाड़ी छूट रही थी। लेखक सेकंड क्लास के एक डिबे को खाली समझकर दौड़कर उसमें चढ़ गया, क्योंकि सेकंड क्लास के डिब्ये में महँगे टिकट के कारण कम ही यात्री बैठते थे, किंतु वहाँ एक बर्थ पर लखनवी नवाबी अंदाज़ में एक सफ़ेदपोश सज्जन सुविधा से पालथी मारे बैठे हुए थे, इसलिए उसे डिब्या अनुमान के प्रतिकूल निर्जन नहीं लगा।
(घ) बिस्मिल्ला खाँ को संगीत से लगाव कब व किसके कारण हुआ तथा किसके गाने सुनकर उन्हें अत्यंत प्रसन्नता होती थी?
उत्तर :
बिस्मिल्ला खां को 14 वर्ष की आयु में नौबतखाने में रियाज के लिए जाना पड़ता था। वे रसूलन बाई और बतूलन बाई के यहाँ से होकर गुजरते थे, क्योंकि उनके गानों को सुनकर उन्हें अत्यंत प्रसन्नता होती थी। अपने साक्षात्कारों में बिस्मिल्ला खों ने इस बात को स्वीकार किया है कि उन्हें अपने जीवन के आरंभिक दिनों में संगीत से लगाव इन्हीं गायिका बहनों के कारण हुआ था।
प्रश्न 12.
पद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए। (2 × 3 = 6)
(क) ‘राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि ‘गाधिसूनु’ किसे कहा गया है तथा वे मुनि की किस बात पर मन-ही-मन मुस्कुरा रहे थे?
उत्तर :
‘राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद’ में त्रूषि विश्वामित्र को ‘गाधिसूनु’ अर्थात् गाधि के पुत्र कहकर संबोधित किया गया है। जब परशुराम ने विश्वामित्र से यह कहा कि मैं केवल आपके कारण ही लक्ष्मण का वध नहीं कर रहा हूँ, तो विश्वामित्र मन-ही-मन हँसने लगे, क्योंकि उनके अनुसार परशुराम श्रीराम और लक्ष्मण को साधारण क्षत्रिय ही समझ रहे थे, जबकि ये दोनों बालक लोहे की बनी हुई तलवारें हैं, गन्ने की नहीं, जो मुंह में लेते ही गल जाएँगी।
(ख) ‘उत्साह और अट नहीं रही है’ कविताओं के आधार पर निराला के प्रकृति चित्रण को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
‘उत्साह’ कविता में निराला एक जोशीले, गर्वीले एवं उत्ताही कवि के रूप में बादलों की तरह चारों ओर घूम-घूमकर लोगों के दु:खों एवं कष्टों को समाप्त करने के लिए बादलों से आह्ञान करते हैं। ‘अट नहीं रही है’ कविता में उन्होंने प्रकृति के मानवीकरण में अपनी सिद्धता साबित की है। इन दोनों कविताओं में प्रकृति की कोमलता, सुंदरता एवं मनोरम शोभा का अत्यंत सजीव चित्रण किया गया है।
(ग) ‘यह दंतुरित मुस्कान’ पाठ के आधार पर कवि ने बच्चे की मुस्कान को किस प्रकार व्यक्त किया है?
उत्तर :
कवि को बच्चे के नए-नए निकले दांतों की मनमोहक मुस्कान में जीवन का संदेश दिखाई देता है। यह दाँतों की मनमोहक मुस्कान मरे हुए व्यक्ति में भी प्राणों का संचार कर देती है। इस मुस्कान को देखकर जिंदगी से निराश और उदासीन लोगों के हृय भी प्रसन्नता से खिल उठते हैं।
(घ) ‘संगतकार’ पाठ के आधार पर लड़खड़ाते व्यक्ति को सहयोगी किस प्रकार सँभालते हैं?
उत्तर :
कई बार सफलता के चरम शिखर पर पहुँचकर व्यक्ति लड़खड़ाता है। यदि उसे कोई सहारा देने वाला मिल जाए तो वह सँभल जाता है। उसे सच्चा सहयोगी कहते हैं। वह विपरीत परिस्थितियों में साथी को ढॉढस बँधाता है, उसे अपनी क्षमता से अवगत कराता है एवं उसे निरंतर प्रोत्साहित करता रहता है।
प्रश्न 13.
पूरक पाठ्य पुस्तक के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए (4 × 2 = 8)
(क) भोलानाथ और उसके मित्र सामूहिक रूप से खेल खेलते थे। ‘माता का अँचल’ पाठ के आधार पर बताइए कि तत्कालीन व वर्तमान समय में बच्चों की खेल-सामग्रियों में क्या परिवर्तन आए हैं? बच्चों के खेलों में हुए परिवर्तनों का उनके मूल्यों पर कितना प्रभाव पड़ा है?
उत्तर :
भोलानाथ और उसके साथियों के द्वारा खेले जाने वाले खेल सामूहिक रूप से मिल-जुलकर खेले जाते थे। उनके खेलने की सामग्री अधिकतर मिट्टी के खिलौने, लकड़ी, मिट्टी के घड़े के टुकड़े, धूल, पानी, पत्ते और कागज आदि होते थे, जबकि आज प्लास्टिक के खिलौने व इलेक्ट्रोंनिक खिलौनों का प्रचलन है। खेल-सामग्रियों में आए उपरोक्त अंतर ने बच्चों के नैतिक मूल्यों को भी प्रभावित किया है। वर्तमान समय में बच्चों द्वारा जो खेल खेले जाते हैं, उन्होंने बच्चों को एकाकी बना दिया है। उनमें सहभागिता, सहयोग, सामाजिकता जैसे गुण धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहे हैं।
(ख) यूमथांग में लेखिका सिक्फिम की एक चिप्स बेचने वाली महिला से मिलकर अधिक प्रसन्न हुई। ‘साना-साना हाथ जोड़’ पाठ के आधार पर बताइए कि लेखिका की प्रसन्नता का क्या कारण था?
उत्तर :
लेखिका को यूमथांग में सिक्किम की एक चिप्स बेचने वाली महिला से मिलकर प्रसन्नता हुई। शुरुआत में लेखिका ने जब उस चिप्स बेचने वाली युवती से पूछा-‘ क्या तुम सिक्किमी हो?” तब उसने उत्तर दिया “नहीं, मै इंडियन हूँ।” यह सुनकर लेखिका को अच्छा लगा। उसने अनुभव किया कि सिक्किम के लोग भारत में मिलकर बहुत प्रसन्न हैं। सिक्किम के लोगो ने पूरे मन से भारत को अपना देश मान लिया है। हर एक सिक्किमी ब्यक्ति भारतीयों में इस प्रकार मिल गया है कि लगता ही नहीं, कभी सिक्किम भारत में नहीं था। चिप्स बेचती युवती के माध्यम से राष्ट्रीय एकता के इस स्वरूप को अनुभव कर लेखिका को अत्यंत प्रसन्नता हुई।
(ग) हिरोशिमा के एक जले हुए पत्थर पर पड़ी छाया को देखकर लेखक ने क्या अनुमान लगाया? ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
लेखक ने हिरोशिमा की सड़क पर घूमते हुए एक पत्थर पर मानवाकार छाया देखी और अनुभव किया कि यह परमाणु बम की किरणों से झुलसा मानव था, तो लेखक के हृदय में भावनात्मक आकुलता का दबाव बना, उसे संवेदनात्मक प्रत्वक्ष अनुभूति हुई कि मानो वहाँ कोई व्यक्ति खड़ा रहा होगा, जो रेडियोधर्मी किरणों का शिकार हुआ। जिसने पत्थर तक को झुलसा दिया और उस व्यक्ति को भाप बनाकर उड़ा दिया और तब उसने सहसा ‘हिरोशिमा’ कविता लिखी।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 120 शब्दों में सारगर्भित अनुच्छेद लिखिए (6)
(क) विद्यार्थी जीवन में समय का महत्त्व
संकेत बिंदु
- भूमिका
- विद्यार्थी एवं समय नियोजन
- समय का महत्त्व
- समय का सदुपयोग
उत्तर :
विद्यार्थी जीवन में समय का महत्त्व
समय का हमारे जीवन में महत्वपपूर्ण स्थान है। खोया हुआ धन पुन: अर्जित किया जा सकता है, खोया वैभव पुनः प्राप्त किया जा सकता है, किंतु समय को एक बार खोने के बाद पुन: प्राप्त नहीं किया जा सकता। समय निरंतर गतिशील रहता है। समय का सदुपयोग कर जीवन को नई दिशा दी जा सकती है, जबकि दुरुपयोग कर सब कुछ नष्ट किया जा सकता है। विद्यार्थी जीवन में तो समय का महत्त्व और भी बढ़ जाता है। समय निरंतर बीतता रहता है, कभी किसी के लिए नहीं ठहरता। जो व्यक्ति समय के मोल को पहचानता है, वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त करता है। समय बीत जाने पर किए गए कार्य का कोई फल प्राप्त नहीं होता और पश्चाताप के अतिरिक्त कुछ हाथ नहीं आता। जो विद्यार्थी सुबह समय पर उठता है, अपने दैनिक कार्य समय पर करता है तथा समय पर सोता है, वही आगे चलकर सफल व उन्नत व्यक्ति बन पाता है। जो व्यक्ति आलस में आकर समय गँवा देता है, उसका भविष्य अंधकारमय हो जाता है। संत कवि कबीरदास जी ने भी अपने दोहे में कहा है
काल करै सो आज कर, आज करै जो अब।
पल में परलै होएगी. बहुरी करेगा कब।।
यदि विद्यार्थी जीवन में समय का सही उपयोग किया जाए तो जीवन में सफलता अवश्य प्राप्त होती है। इसके विपरीत जो विद्यार्थी ‘कर लेंगे या पढ़ लेंगे ‘ का दृष्टिकोण रखते हैं, वे असफलता का मुँह देखते हैं। विद्यार्थियों को अपना प्रत्येक कार्य निर्धारित समय पर या उसके पूर्व ही समाप्त कर लेना चाहिए, जिससे बचे हुए समय में दूसरे कामों को करने की रूपरेखा बनाई जा सके विद्यार्थियों को अपने खाने-पीने, खेलने-कूदने, सोने-जागने और पढ़ने के लिए एक तालिका का निर्माण करना चाहिए। समय का एक-एक पल बहुत मूल्यवान है और बीता हुआ पल वापस लौटकर नहीं आता। इसलिए समय का महत्त्व पहचानकर प्रत्येक विद्यार्थी को नियमित रूप से अध्ययन करना चाहिए और अपने लक्ष्य की प्राप्ति करनी चाहिए।
(ख) विज्ञापन की अद्भुत खोज : मोबाइल फोन
संकेत बिंदु
- भूमिका
- सस्ता एवं सुलभ साधन
- संचार क्षेत्र में क्रांति
- लाभ और हानियाँ
उत्तर :
विज्ञान की अद्युत खोज : मोबाइल फोन
विज्ञान ने मानव जीवन को विविध रूपा में प्रभावित किया है। शायद ही आज कोई ऐसा क्षेत्र हो, जहाँ विज्ञान ने हस्तक्षेप न किया हो। समय-समय पर हुए आविष्कारों ने मानव जीवन को बदलकर रख दिया है। विज्ञान की इन्हीं अद्भुत खोजों में एक है-मोबाइल फोन। मोबाइल फोन से मनुष्य इतना प्रभावित हुआ है कि अब किशोर ही नहीं, अपितु हर आयु वर्ग के लोग इसका प्रयोग करते देखे जा सकते हैं। वास्तव में, मोबाइल फोन इतना उपयोगी और सुविधापूर्ण साधन है कि हर व्यक्ति इसे अपने पास रखना चाहता है और इसका विभिन्न रूपों में प्रयोग भी कर रहा है। संचार की दुनिया में फोन का आविष्कार एक क्रांति थी।
तारों के माध्यम से जुड़े फोन पर अपने प्रियजनों से बातें करना एक रोमांचक अनुभव था। शुरू में फोन महंगे तथा एक ही स्थान पर रखे जाने वाले थे। हमें बाते करने के लिए इनके पास जाना पड़ता था, परंतु मोबाइल फोन जेब में रखकर कहीं भी लाया और ले जाया जा सकता है। अब यह सर्वसुलभ भी बन गया है। वास्तव में, मोबाइल फोन का आविष्कार संचार के क्षेत्र में क्राति से कम नहीं है। आज मोबाइल फोन पर बाते करने के अतिरिक्त फोटो खींचना, गणनाएँ करना, फाइलें सुरक्षित रखना आदि बहुत-से काम किए जा रहे हैं। कुछ लोग इसका दुरुपयोग करने से भी नहीं चूकले हैं। असमय फोन करके दूसरों को परेशान करना, अवांछित फोटो खींचना आदि कार्य करके इसका दुरुपयोग करते हैं। अतः इसका आवश्यकतानुसार ही प्रयोग करना चाहिए।
(ग) जल संरक्षण : आज की आवश्यकता
संकेत बिंदु
- भूमिका
- जल संरक्षण कितना जरूरी?
- जल प्रदूषण के कारण
- जल संरक्षण के उपाय
उत्तर :
जल संरक्षण : आज की आवश्यकता
पृथ्वी पर प्राणियों के जीवन के लिए हवा के बाद सबसे आवश्यक वस्तु है-जला यद्यपि भोजन भी आवश्यक है, परंतु इस भोजन को तरल रूप में लाने और सुपाच्य बनाने के लिए जल की आवश्यकता होती है। मानव शरीर में लगभग 70 \% जल होता है। कहा भी गया है-पृथ्वी, जल, पावक, गगन, समीर पंचतत्त्व से बना शरीर। वनस्पतियों में तो 80 \% से ज्यादा जल पाया जाता है। इस जल के बिना जीवन की कल्पना करना कठिन है। पृथ्वी पर तीन-चौथाई भाग जल ही है, परंतु इसमें पीने योग्य जल की मात्रा बहुत कम है। पीने योग्य जल कुआं, तालाबों, नदियों और झीलों में पाया जाता है, जो मनुष्य की स्वार्थपूर्ण गतिविधियों के कारण दूषित होता जा रहा है। मनुष्य नदी, तालाबों में स्वयं नहाता है और जानवरों को नहलाता है। इतना ही नहीं वह फैक्ट्रियों और नालियों का दूषित पानी इसमें मिलाता है, जिससे जल प्रदूषित होता है। पेयजल की मात्रा में आती कमी और गिरते भू-जल स्तर के कारण जल संरक्षण अत्यावश्यक हो गया है। पृथ्वी पर जीवन बनाए और बचाए रखने के लिए जल बचाना अति आवश्यक है। जल संरक्षण का पहला उपाय है-उपलब्ध जल का दुरुपयोग न किया जाए और हर स्तर पर होने वाले दुरुपयोग को रोका जाए। टपकते नलों की मरम्मत की जाए। इसे बचाने का दूसरा उपाय है-वर्षा जल का संरक्षण करना और इसे व्यर्थ बहने से बथाना। ऐसा करके हम आने वाली पीढ़ी को जल का उपहार स्वतः दे जाएँगे।
प्रश्न 15.
किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए। (5)
आप राकेश अग्रवाल हैं। आपके क्षेत्र के स्वास्थ्य विभाग में लापरवाही के कारण डेंगू फैलने पर उसकी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग का ध्यान आकर्षित करने के लिए किसी प्रतिष्ठित समाचार-पत्र के संपादक को लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
अथवा
आप राहुल गर्ग हैं। आप छात्रावास में रहते हैं। आपको पिताजी से पता चला कि आपका छोटा भाई धूम्रपान करता है। इस व्यसन के दोषों का उल्लेख करते हुए तथा उसे इससे मुक्त होने की सलाह देते हुए लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
उत्तर :
परीक्षा भवन,
दिल्ली।
दिनांक 25 जून, 20XX
सेवा में,
श्रीमान संपादक महोदय,
अमर उजाला, मेरठ (उत्तर प्रदेश)।
विषय स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण डेंगू का तीव्रता से फैलना।
महोदय,
में इस पत्र के माध्यम से आपका ध्यान स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह व्यवहार की ओर दिलाना चाहती हूं। हमारे क्षेत्र में तैनात स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अपने कर्तव्य से विमुख हो गए हैं। वे कई-कई दिनों तक हमारे क्षेत्र में नहीं आते। यदि थोड़ी देर के लिए आ भी जाते हैं, तो अपना कार्य नहीं करते, बल्कि उसके स्थान पर किसी हलवाई या चाट-पकौड़ी वाले की दुकान पर बैठकर नाश्ता आदि करके वापस चले जाते हैं। हमारे क्षेत्र में डेंगू जैसा संक्रामक रोग फैला हुआ है, जिससे चारों ओर के लोग परेशान हो रहे हैं। उन्हें उचित समय पर स्वार्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही है, जिस कारण कुछ लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ रही है।
हमने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कई बार अपनी समस्याओं से अवगत भी कराया है, किंतु उन्होंने कोई उथित कार्यवाही नहीं की। उनकी लापरवाही कई जानें ले चुकी है। महोदय, आपसे बिनस्र निवेदन है कि आप स्वय अपने स्तर से इनकी जाँच कराने की कृपा करें, जिससे हमारी समस्याओं का निवारण किया जा सके।
धन्यवाद।
प्रार्थी
राकेश अग्रवाल
अथवा
परीक्षा भवन,
दिल्ली।
दिनांक 15 अप्रैल, 20XX
प्रिय अनुज,
मधुर स्मृतियाँ! आशा है कि तुम सदा की तरह प्रसन्न होंगे। पिछली बार जब में घर गया था, तो पिताजी तुम्हारी धूम्रपान की आदत के कारण बहुत दुःखी दिखाई दे रहे थे। पहले तो मुझे भी इस बात पर विश्वास नहीं हुआ था, लेकिन जब उन्होंने मुझे यह बताया कि उन्होंने अपनी औँखों से तुम्हें धूम्रपान करते हुए देखा है, तो मुझे उनकी बात माननी पड़ी।
वैसे तो तुम समझदार हो, न जाने किस प्रकार इस व्यसन के शिकार हो गए। में तुम्हें बताना चाहता हूँ कि थूम्रपान से अस्थमा, टीबी तथा कैसर जैसी जानलेवा बीमारियाँ हो जाती हैं। धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों के पास लोग न तो बैठना पसंद करते हैं और न ही अपने घर बुलाना पसंद करते है। तुम जानते ही हो कि तुमसे दो छोटे भाई और भी हैं। तुम कल्पना भी नहीं कर सकते कि जब वे तुम्हें थूम्रपान करते हुए देखते होंगे, तो उन पर इसका कितना गलत प्रभाव पड़ता होगा। यदि कल वे भी इस बुरी आदत का शिकार हो गए, तो तुम किस मुहह से उन्हें रोक सकोगे।
मुझे आशा है कि मेरी बातों का बुरा न मानकर धीरे-धीरे इस बुरी आदत से छुटकारा पाने की कोशिश करोगे।
तुम्हारा अग्रज
राहुल गर्ग
प्रश्न 16.
आप प्रवीण कुमार हैं। दिल्ली एयरफोर्स में पायलट की आवश्यकता है। टाइम्स ऑफ इंडिया में इस पद हेतु विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। आप इस पद के लिए आवेदन करना चाहते हैं। इसके लिए आप अपना एक संक्षिप्त स्ववृत्त (बायोडाटा) लगभग 80 शब्दों में तैयार कीजिए। (5)
अथवा
आप जीवन गर्ग हैं। आपके लिए क. ख. ग. पोस्ट ऑफिस में मनीऑर्डर आया था, जो आपको अभी तक प्राप्त नहीं हुआ। अतः पोस्ट ऑफिस अधीक्षक को शिकायत करते हुए लगभग 80 शब्दों में एक ई-मेल लिखिए।
उत्तर :
स्ववृत्त –
नाम : प्रवीण कुमार
‘पिता का नाम : श्री नरेश कुमार
माता का नाम : श्रीमती चंचला देवी
जन्म तिथि : 9 जनवरी, 19XX
वर्तमान पता : 65, कुंज विहार, दिल्ली
स्थायी पता : उपर्युक्त
दूरभाष नंबर : 0141-528XXXXX
मोबाइल नंबर : 982825XXXXX
ई-मेल :
[email protected]
शैक्षणिक योग्यताएँ
अन्य संबंधित योग्यताऐँ
- हिंदी, अंग्रेजी, जर्मनी भाषा की जानकारी
- द्रव गतिविज्ञान में 6 माह का डिप्लोमा
उपलध्धियाँ
- कुल उड़ान समय : 3490 घंटे
- बहु इंजन भूमि : 2110 घंटे
कार्येत्तर गतिविधियाँ तथा अभिरुचियाँ
- उड़ान संधालन अनैलिसिस विमान जाँच व्यूरो
तिथि 8.11.20xX
स्थान दिल्ली
हस्ताक्षर
प्रवीण कुमार
अथवा
प्रश्न 17.
आप स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं, पल्स-पोलियो के प्रचार-प्रसार के लिए स्थानीय समाचार-पत्र में उसका विज्ञापन देना चाहते हैं। आप उनके लिए लगभग 40 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।
अथवा
आप रितिका चौहान हैं। आपके विद्यालय में किसी प्रसिद्ध संगीतकार का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, इसके लिए लगभग 40 शब्दों में एक संदेश लिखिए।
उत्तर :
अथवा
संगीत कार्यक्रम के आयोजन संबंधी संदेश
दिनांक : 16 अगस्त, 20XX
समय : 2:00 बजे दोपहर
सभी विद्यार्थियों को सूचित किया जाता है कि आगामी दिनांक 25 अगस्त, 20XX को विद्यालय के मुख्य होंल में प्रसिद्ध संगीतकार उस्ताद उस्मान खौं का शहनाई वादन कार्यक्रम सायं 5 बजे से प्रारंभ होगा। सभी विच्यार्थी, अध्यापक एवं कर्मचारी इसमें सादर आमंत्रित हैं। कार्यक्रम निश्चित समय पर शुरू होगा। समय से पूर्व उपसिथति प्रार्थनीय है। छात्र परिचय-पत्र लेकर आएँ।
धन्यवाद